प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सावन माह को लेकर बनाए गए ट्रैफिक प्लान पर गौर करें तो रोडवेज की बसें भी शास्त्री ब्रिज से आवागमन नहीं कर सकेंगी। मतलब यह कि 20 से 25 किलो मीटर का अतिरिक्त सफर तय करके इन बसों व कामर्शियल वाहनों को हाईवे से होते हुए वाराणसी का सफर तय करना होगा। अफसरों की मानें तो शास्त्री ब्रिज से लेकर वाराणसी तक की रोड वन-वे रहेगी। इसके लिए भदोही, मीरजापुर और वाराणसी के अफसरों से जिले के अधिकारियों द्वारा प्लान को लेकर संपर्क किया जा चुका है। कांवडिय़ों की सुविधा को देखते हुए उन्हें लिए रोड की एक लेन खाली रखने की सहमति तीनों जिलों के अधिकारी दे चुके हैं। इस इस ट्रैफिक प्लान पर गौर करें तो रोडवेज ही नहीं प्राइवेट बसों के भी यात्रियों को पूरे सावन महीने तक वाराणसी, झूंसी, अंदावां, आदि स्थानों के लिए आवागमन कर सकेंगे।

डायवर्जन का प्लान
सावन में पूरे एक महीने शास्त्री ब्रिज से होकर अंदावां, झूंसी व हंडिया की ओर आवागमन करने वाले सभी हल्के वाहन जैसे कार, बाइक, ई-रिक्शा ब्रिज पर दाहिनी लेन से संचालित होंगे। ब्रिज पर बाईं साइड की रोड कांवडिय़ों के लिए आरक्षित रहेगी।
शास्त्री ब्रिज से भारी एवं कामर्शियल जैसे ट्रक व बड़ी बसों का संचालन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा, इन वाहनों को कई किमी का चक्कर लगाकर गंतव्य तक जाना होगा
भारी व कमर्शियल वाहन जीटी जवाहर से लोकसेवा आयोग चौराहा होते हुए तेलियरगंज रोड से फाफामऊ होते हुए गंतव्य तक जाएंगे और उसी रूट से ऐसे वाहन आएंगे भी
भारी एवं कामर्शियल वाहनों के चालकों को शहर क्षेत्र से होकर आवागमन करने की छूट रात्रि साढ़े दस बजे से सुबह साढ़े पांच बजे ही दी जाएगी। सुबह साढ़े पांच के बाद और रात में साढ़े दस से पहले शहर में आने पर कार्रवाई होगी।
शास्त्री ब्रिज से होकर अंदावां, झूंसी की ओर जाने वाली सिटी बसों के आवागमन पर श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार से एक दिन पूर्व एवं एक दिन बाद तक पूर्णरूप से प्रतिबंध रहेगा
सावन महीने में रविवार से मंगलवार तक सिटी बसों को अंदावां व झूंसी आने एवं जाने के लिए फाफामऊ, 40 नंबर गोमती व सहसों होकर आवागमन करना पड़ेगा
शास्त्री ब्रिज से होकर अंदावां, झूंसी की ओर जाने वाले इंडियन ऑयल डिपो के वाहनों का आवागमन भी प्रत्येक सोमवार से एक दिन पूर्व एवं एक दिन बाद तक प्रतिबंधित रहेगा
सावन मास में स्कूल छात्रों की समस्याओं को देखते हुए उन्हें छूट दी गई है, सावन महीने में स्कूली वाहन शास्त्री ब्रिज पर दाहिनी लेन से होकर आवागमन कर सकेंगे, मगर चालकों को गति धीमी रखनी होगी।

तेरह स्थानों पर नो इंट्री प्वाइंट
कांवडिय़ों व भक्तों की सुरक्षा एवं सुविधा को देखते हुए ट्रैफिक सिस्टम में बड़े बदलाव किए गए हैं। इन बदलावों में अहम बात यह है कि ट्रैफिक डायवर्जन का पालन कराने के लिए कुल 15 जगह नो इंट्री प्वाइंट बनाए गए हैं। सावन भर पूरे महीने यह नो इंट्री प्वाइंट धूमनगंज के ट्रांसपोर्ट नगर तिराहा, नवाबगंज बाईपास के पास चौराहा, सोरांव बाई पास के पास का चौराहा, फाफामऊ पार्क तिराहा के पास, बांगड़ धर्मशाला चौराहा कीडगंज, हर्षवर्धन चौराहा कीडगंज, अलोपीबाग फ्लाईओवर तिराहा, जीटी जवाहर चौराहा, अलोपी देवी मंदिर के पास तिराहे पर, अंदावा तिराहा झूंसी, लेप्रोसी चौराहा नैनी, रामपुर करछना, गौहनिया घूरपुर से लगाई जाएगी। इन सभी नो इंट्री प्वाइंट पर शहरी इलाकों में ट्रैफिक व ग्रामीण इलाकों में थाने की फोर्स लगाई जाएगी।

दशाश्वमेध घाट पर मेंटिनेंस कार्य शुरू
सावन में दशाश्वमेध घाट पर स्नान करके हजारों शिव भक्त जल लेकर वाराणसी के लिए पैदल रवाना होते हैं। मान्यता है कि इस घाट का जल काशी में भगवान शिव को अर्पित करने से सावन में पुण्य लाभ कई गुना बढ़ जाता है। इसी धार्मिक मान्यता और घाट पर होने वाली भीड़ को देखते हुए दारागंज दशाश्वमेध घाट पर मेंटिनेंस का काम तेजी से चल रहा है। घाट पर बोरियों में बालू भरकर स्लोप दार सीढिय़ां बनाई जा रही हैं। गंगा में डीपवाटर बैरिकेटिंग की जा चुकी है। तीर्थ पुरोहित कहते हैं कि सावन गंगा में पानी कम मगर गहरान ज्यादा है। इस लिए बैरिकेटिंग को लांघ कर स्नान करना मौत को दावत देने से कम नहीं है। बताते हैं कि इस घाट का अपना एक धार्मिक महत्व है।

सावन महीने में कांवडिय़ों व यात्रियों के आवागमन को लेकर पूरा प्लान तैयार किया जा चुका है। शास्त्री ब्रिज पूरे सावन महीने में वन-वे रहेगा। प्लान के मुताबिक यहां से वाराणसी तक का रूट वन-वे किया जाएगा। यात्रियों और कांवडिय़ों व स्कूली छात्रों को कोई दिक्कत नहीं हो डायवर्जन में इस बात का पूरा ध्यान रखा गया है।
अमित कुमार, टीआई