प्रयागराज ब्यूरो, पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की ओर से शहर में तेलियरगंज, नगर निगम और झूंसी में प्रदूषण मापक यंत्र लगाए गए हैं। इनमें नगर निगम सिविल लाइंस में गुरुवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 222 मापा गया। यह स्थिति काफी चिंताजनक कही जा सकती है। इसका मतलब है कि हवा की गुणवत्ता का स्तर खराब स्थिति में पहुंच चुका है और इसमें सांस लेना आसान नही है।
कुछ दिन छाई रहेगी धुंध
एक्सपट्र्स का कहना है कि पटाखों का धुआं धुंध रूप में छाया हुआ है। इसमें तमाम हानिकारक गैसें जैसे नाइट्रोजन, फास्फोरस आदि शामिल हैं। इसके अलावा धूल और मिट्टी के कण भी हैं। भारी होने की वजह से यह कण जमीन के काफी करीब आ गए हैं। इसी तरह तेलियरगंज और झूंसी का एयर क्वालिटी इंडेक्स भी गिरकर 182 और 183 पर आ गया है जो कि घातक साबित हो सकता है। आने वाले कुछ दिनों तक यह धुंध हवा में छाई रहेगी।
इनके लिए है अधिक खतरा
हवा के स्तर का खराब होना रोगियों के लिए ठीक नही है। खासकर सांस के रोगियों के लिए। जिनका अस्थमा या सीओपीडी की समस्या है उन्हें इस धुंध से बचना होगा। वरना उनकी तबियत अधिक खराब हो सकती है। क्योंकि हवा में शामिल धूल और मिट्टी के कण सांस के जरिए फेफड़ों में पहुंचकर उसमें एलर्जी पैदा कर सकते हैं। स्वस्थ आदमी को भी यह हवा नुकसान पहुंचा सकती है।
दीपावली के बाद हवा का स्तर खराब हो जाता है। यह कुछ दिनों तक ऐसा ही
रहेगा। इसलिए लोगों को सतर्क रहना होगा। अस्थमा रोगियों को दवा लेते रहना है और समस्या होने पर डॉक्टर से संपर्क करना है।
डॉ। आशुतोष गुप्ता, सांस रोग विशेषज्ञ