चक्रवात के अधिक नमी लेकर आने के कारण लगातार बारिस की बनी स्थिति

समुद्र में उठे ताउते चक्रवात का असर प्रयागराज में दिख रहा है। पिछले 48 घंटों में रुक-रुक का बारिश हो रही है। बुधवार को भी सुबह से देर रात तक बादल बरसे। जिसके कारण एक तरफ जहां लोगों को गर्मी से राहत हुई वहीं दूसरी तरफ कई एरिया में वाटर लॉकिंग से लोगों की समस्या भी बढ़ गई। समुद्र में उठने वाले किसी भी चक्रवात का पहली बार इतना बड़े पैमाने पर असर देखने को मिला है। इस बारे में इलाहाबाद यूनिवíसटी के वातावरण एवं समुद्र विज्ञान विभाग के डॉ। शैलेन्द्र राय ने बताया चक्रवात के इतने बड़े पैमाने पर असर दिखने का सबसे बड़ा कारण था कि ताउते चक्रवात अधिक मात्रा में मॉस्चर लेकर आया था। संभावना जताई जा रही है कि गुरुवार तक ये काफी कमजोर होगा।

पहली बार किसी चक्रवात का दिखा प्रयागराज में इतना असर

ताउते चक्रवात को लेकर डॉ शैलेन्द्र राय ने बताया कि आज तक के रिकार्ड में समुद्र में उठने वाले किसी भी चक्रवात का असर उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में इतने बड़े पैमाने पर नहीं दिखा। प्रयागराज में भी किसी चक्रवात का प्रभाव इतने लंबे समय तक और इतना अधिक नहीं दिखा। जिसके कारण लगातार बारिस हुई हो।

ग्लोबल वार्मिग से बढ़ा असर

उन्होंने बताया कि अभी तक की स्टडी में जो बात सामने आयी है। उसके हिसाब से ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि ग्लोबल वाìमग के कारण हिंद महासागर लगातार गर्म हो रहा है। जिसके कारण समुद्र में बनने वाले साइक्लोन ज्यादा तेज और असरदार हो रहे है। आगे आने वाले दिनों में भी अगर ग्लोबल वाìमग की स्थिति ऐसी ही बनी रही, तो भविष्य में चक्रवात इससे भी ज्यादा असरदार और विनाशक होंगे।

बंगाल में बन रहा नया चक्रवात

डॉ। शैलेन्द्र राय ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में भी नया चक्रवात यास बनने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ऐसे में उसके 27 से 28 मई तक उड़ीसा तट पर हिट करने की संभावना जताई जा रही है। अगर ऐसा हुआ तो उसका असर भी यहां तक देखा जाएगा। क्योकि उसकी तीव्रता भी इसी प्रकार से होने की उम्मीद है। साइक्लोन कभी भी बनता है, तो समुद्र में कम दबाव का क्षेत्र बन जाते है। जिसके बाद जैसे-जैसे उसको एनर्जी मिलती है, वह आगे बढ़ता जाता है।

बारिस के कारण बिजली को तरसे लोग

सिटी में लगातार हो रही बारिस के कारण कई एरिया में लोगों को बिजली और पानी के लिए तरसना पड़ा। खासतौर पर सिटी के प्रीतम नगर के पास केन्द्रांचल रोड, टैगोर टाउन, अल्लापुर, नखासकोहना, राजरूपपुर के 60 फिट रोड, तेलियरगंज गल्लाबाजार में कई घंटों तक बिजली कटी रही। इसके पीछे बड़ा कारण था कि बारिस के कारण एचटी लाइन के ज्वाइंट पर शार्ट सíकट होने के कारण लाइन ट्रिप कर रही थी। बारिस में उसे ठीक नहीं किया जा सकता था। जिसके कारण सुबह से ही इन एरिया में कई घंटे तक बिजली के लिए लोगों परेशान होना पड़ा। लाइन नहीं होने के कारण इन एरिया में पानी के लिए भी लोगों को दिक्कत उठानी पड़ी।

पहली बार किसी चक्रवात का इतना असर देखने को मिला। गुरुवार से इसके कमजोर होने की उम्मीद है। जिससे बारिस से लोगों को राहत मिल सकती है।

डॉ। शैलेन्द्र राय

वातावरण एवं समुद्र विज्ञान डिपार्टमेंट

इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवíसटी