प्रयागराज (ब्यूरो)। करवा चौथ का व्रत रखकर आज यानी बुधवार को चांद से धरती के 'चांदÓ सुहाग की सलामती व लंबी उम्र के लिए दुआ मांगे। पर्व का व्रत रखकर पूजा पाठ की तैयारी में सुबह से सुहागन महिलाएं काफी व्यस्त रहीं। मेहंदी लगवाने से लेकर पजन सामग्री खरीदने के लिए मार्केट में महिलाओं की जबरदस्त भीड़ रही। कुछ पति व परिवार संग तो तमाम अकेले मार्केट जाकर करवा चौथ व्रत के सामान की खरीदारी कीं। मिट्टी से बने करवा की डिमांड को देखकर व्यापारी खासकर कुंभकारों के चेहरे पर मुस्कान थिरकती रही। ज्वैलरी से लेकर कपड़े की दुकानों पर भी अच्छी खासी भीड़ दिखाई दी।
मेहंदी लगवाने की रही अलग कतार
रील के रास्ते रियल लाइफ में पूरी तरह तरह जगह बना चुके करवा चौथ व्रत रखने वाली महिलाओं में इस पर्व का काफी क्रेज है। मान्यता है कि इस पर्व को रखकर विधि विधान से पूजा पाठ करके पर पतियों की आयु में वृद्धि होने के साथ परिवार में सुख समृद्धि भी बढ़ती है। इसी उम्मीद व कामना के साथ सुहागन महिलाएं इस पर्व का व्रत रखकर पूजा पाठ करती हैं। आचार्य विमलेश्वरानंद कहते हैं करवा चौथ का व्रत सदियों पुराना है। बताते हैं कि इस पर्व पर सुहागन महिलाएं व्रत रखकर पूजा पाठ करती हैं। धार्मिक मान्यता है कि व्रती महिलाओं के द्वारा पूरे 16 श्रृंगार करके चलनी से चांद का दीदार करके पूजा पाठ करती हैं। मान्यता है कि ऐसा करने वाली महिलाओं के पति संग परिवार की भवबाधा दूर होती है। पतियों को लंबी उम्र और परिवार में सुखसमृद्धि का वाश होता है। उन्होंने बताया कि व्रती महिलाओं को करवा चौथ व्रत का पाठ करना चाहिए। साथ ही भगवान शिव व मां गौरी के संग भगवान गणेश की आराधना का विशेष फल प्राप्त होता है। बताते चलें कि मार्केट में पर्व के मद्देनजर मंगलवार को काफी चहलपहल रही।
युवाओं दिया मुफ्त मेहंदी सेवा
कुछ संस्थाओं के जरिए मेहंदी के लिए फ्री में हुनरमंद बच्चों को बुलाकर कार्यक्रम आयोजित किया गया। स्वदेश सेवा संस्थान के द्वारा मेहंदी लगाने वाले कई युवाओं को बुलाकर पार्कों में मुफ्त मेहंदी सेवा का आयोजन किया गया। इकट्ठा हुए इन युवाओं के द्वारा आने वाली महिलाओं के हाथ पर बगैर किसी शुल्क के मेहंदी लगाई गई। इसी तरह रसूलाबाद स्थित एक पार्क में भी बच्चों के द्वारा महिलाओं को फ्री मेहंदी लगाई गई। वहीं सिविल लाइंस सहित अन्य पॉश इलाकों में मेहंदी लगाने के लिए बैठे हुनरमंद युवा व युवतियों के जरिए पैसा लेकर मेहंदी लगाई गई। इनकी दुकानों पर मेहंदी लगवाने के लिए महिलाओं की काफी भीड़ रही।