माफिया अतीक अहमद समेत कई अन्य के कब्जे से मुक्त कराई गई नजूल की जमीन

PRAYAGRAJ: प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) द्वारा लूकरगंज में रविवार को ध्वस्तीकरण की बड़ी कार्रवाई की गई। अहमदाबाद जेल में बंद माफिया अतीक अहमद समेत अन्य के कब्जे से नजूल जमीन खाली कराई। करीब पांच हजार वर्गर् गज जमीन पर यहां दर्जनों लोगों के निर्माण ढहाए गए। माफिया अतीक के अधिवक्ताओं और कुछ लोग कार्रवाई का जमकर विरोध किए। मगर, उनके इस विरोध का नतीजा टीम के सामने बेअसर रहा। कानूनी दांवपेंच की गोट बैठाकर पहुंची टीम ने उन्हें समझाकर शांत करा दिया।

दर्जनों लोग बना रहे थे पक्का मकान

टीम के अफसरों द्वारा बताया गया कि नजूल की उक्त जमीन लोगों को लीज पर दी गई थी। लोगों ने उस पर दर्जनों पक्के निर्माण कराए थे। हालांकि, कई साल पहले लीज खत्म हो चुका था। उस जमीन को कब्जे से खाली कराने के लिए पीडीए की टीम प्रशासनिक अफसरों और पुलिस फोर्स के साथ रविवार को दोपहर मौके पर पहुंची। टीम के पहुंचते ही अतीक के अधिवक्ता और अवैध निर्माण करने वाले जुट गए। अधिवक्ताओं ने अफसरों के सामने अपना पक्ष भी रखा मगर, लीज खत्म होने के कारण अधिकारी कुछ सुनने को तैयार नहीं थे। इससे लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। उन्हें शांत कराने के बाद जमीन खाली कराने के लिए तीन बुलडोजर (रॉक ब्रेकर जेसीबी) लगाए गए। जमीन पर दशकों पुराने हुए निर्माणों को ढहाने की कार्रवाई शुरू हुई। देर शाम तक दर्जनों अवैध निर्माण ढहाए जा चुके थे। शाम करीब छह बजे तक चली कार्रवाई के दौरान लगभग चार हजार वर्गगज जमीन खाली कराई जा चुकी थी। कार्रवाई में एडीएम नजूल, सिटी मजिस्ट्रेट, सीओ प्रथम, भारी पुलिस फोर्स और पीएसी के जवान शामिल रहे।

यहां बनेगा ईवीएम का स्टोर

प्रयागराज विकास प्राधिकरण के अफसरों ने बताया कि नजूल भूखंड 65 माफिया के कब्जे से सितंबर 2020 में ही खाली कराया जा चुका है। भूखंड 19 में भी आधे से ज्यादा पर अतीक का कब्जा था। उस कब्जे को भी पीडीए की टीम और प्रशासन ने हटा दिया है। खाली कराई गई इन दोनों नजूल भूखंडों पर इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) स्टोर का निर्माण प्रस्तावित है। जमीन की कुल अनुमानित कीमत करीब 40 से 50 करोड़ रुपये बताई गई।

जमीन पर रहने वालों के लीज काफी समय पहले ही समाप्त हो चुका था। बावजूद इसके वे अवैध रूप से कब्जा करके रह रहे थे। कुछ हिस्से पर माफिया अतीक अहमद का कब्जा था। इसी कब्जे को हटाकर रविवार को जमीन खाली कराई गई हैं। यहां ईवीएम स्टोर प्रस्तावित है।

आलोक कुमार पांडेय, जोनल अधिकारी