प्रयागराज ब्यूरो सुखदेव और संजय ने शुभ की हत्या की। इसके बाद झाड़ी में उसकी बॉडी फेंक कर निकल गए। दोनों गढ़वा के जंगल में पहुंच गए। सर्विलांस टीम लगातार लोकेशन ले रही थी। पुलिस टीम ने पीछा किया तो दोनों मिल गए। इसके बाद पुलिस ने दोनों की मुठभेड़ हो गई।

चार महीना पहले भी ले गया था जंगल में

सुखदेव को पता था कि पुष्पराज के पास दो चार लाख रुपये हमेशा रहता है। ऐसे में वह कई महीने से पुष्पराज से शुभ के बहाने फिरौती वसूलने की फिराक में था। पूछताछ में पता चला कि वह करीब चार महीना पहले भी शुभ को जंगल में खरगोश दिखाने ले गया था। मगर उस दौरान घटना नहीं की। इधर, पिछले चार पांच दिन से रोजाना सुखदेव पुष्पराज के चाचा वंटी केसरवानी की मेडिकल स्टोर पर आ रहा था। इस दौरान वह शुभ से बातचीत करता था। मगर पुष्पराज को शक नहीं हुआ और सुखदेव ने घटना को अंजाम दे दिया।

ड्राइवर भी शक के घेरे में

सुखदेव का भाई ट्रक चालक लोकनाथ भी पुलिस के शक घेरे में है। पुलिस उससे भी पूछताछ कर रही है। पुलिस का मानना है कि सुखदेव ने लालच में आकर शुभ का अपहरण किया। पुष्पराज के पास हमेशा पैसा रहता है इसकी जानकारी ट्रक चालक लोकनाथ को रहती है। ऐसे में घटना में लोकनाथ की भूमिका से भी इंकार नहीं