मंगलवार को हुई घटना में हिरासत में ली गयी तीन छात्राएं और चार अभ्यर्थी जमानत पर रिहा

सिर्फ इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ की पूर्व अध्यक्ष रिचा को भेजा गया जेल

ALLAHABAD: पीसीएस मुख्य परीक्षा का पेपर रद होने के बाद मंगलवार को सिटी में छात्रों द्वारा किए गए बवाल के मामले में गिरफ्तार की गई छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष रिचा सिंह को बुधवार को जेल भेज दिया गया। इसी मामले में हिरासत में लीं गई तीन छात्राओं और चार अभ्यर्थियों को थाने से जमानत पर रिहा कर दिया गया। इन सभी छात्र-छात्राओं को जमानत दिलाने के लिए प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने न सिर्फ जमानतदारों का इंतेजाम किया बल्कि तब तक थाने पर डटे रहे जब तक कि सभी की रिहाई नहीं हो गयी।

रिचा हुई कोर्ट में पेश

मंगलवार की शाम हिरासत में ली गयीं सपा नेता रिचा सिंह को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया। जांच अधिकारी ने कोर्ट में साक्ष्य प्रस्तुत करके रिचा को मंगलवार की घटना के लिए जिम्मेदार बताया। प्रभारी सीजेएम इंद्रजीत सिंह की कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में नैनी सेंट्रल जेल भेजने का आदेश दिया। उधर, पुलिस का कहना है कि एसएसपी मंगलवार की घटना को लेकर गंभीर हैं। पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच की जा रही है।

मंगलवार को किया था हंगामा

मंगलवार को पीसीएस मुख्य परीक्षा में सुबह की पाली में शाम की पाली का पेपर बंटने के बाद सैकड़ो अभ्यर्थियों ने सड़क पर जमकर हंगामा काटा था। बवाल के बाद परीक्षा रद कर दी गई। लोकसेवा आयोग चौराहे पर जाम के बाद पथराव और आगजनी की गई। मौके पर एसएसपी कई पुलिस अधिकारियों और थानों की फोर्स के साथ पहुंचे, और बवाल कर रहे लोगों को दौड़ाया।

धरना देते समय पकड़ी गई रिचा

लोकसेवा आयोग चौराहे पर धरने पर बैठी पूर्व अध्यक्ष रिचा सिंह समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया। देर रात रिचा व अन्य पर मुकदमा दर्ज होने की खबर पाकर कई सपा नेता उनसे मिलने पहुंचे। सीओ सिविल लाइंस श्रीश्चन्द्र ने बताया कि चौकी प्रभारी लोकसेवा आयोग सुभाष चौधरी की तहरीर पर कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। 7 सीएलए के तहत भी केस दर्ज हुआ है। इसमें पूर्व अध्यक्ष रिचा सिंह को जेल भेज दिया गया। जांच चल रही है, साक्ष्य मिलने पर तोड़फोड़ और आगजनी के बाकी आरोपियों को भेज गिरफ्तार किया जाएगा।

भारी पड़ा योगी का विरोध!

रिचा सिंह के खिलाफ हुई सख्त कार्रवाई को लेकर बुधवार को यूनिवर्सिटी में दिनभर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। यूनिवर्सिटी के गलियारे में यह चर्चा आम रही कि रिचा को सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम का विरोध भारी पड़ा। गौरतलब हो कि बीते दिनों छात्रसंघ के शपथ ग्रहण समारोह में योगी आदित्यनाथ का प्रोग्राम तय किया था, लेकिन रिचा के विरोध के कारण प्रोग्राम कैंसिल करना पड़ा था।

पूरी परीक्षा निरस्त हो, परिषद ने फूंका पुतला

भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा की एक बैठक कौशल सिंह की अध्यक्षता में हुई। जिसमें पीसीएस मेंस की पूरी परीक्षा निरस्त करवाने की मांग को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाने का निर्णय हुआ है। वहीं गिरफ्तार प्रतियोगी प्रतिमा सिंह, प्रतिमा शुक्ला, दिव्या गुप्ता, उत्कर्ष द्विवेदी, अमरेश, आशीष तिवारी, मयंक पांडेय की रिहाई का स्वागत किया गया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी पीसीएस का पर्चा आउट होने के विरोध में छात्रसंघ भवन पर लोक सेवा आयोग का पुतला दहन किया। इसमें नवीन मिश्रा, सूरज, वीरेन्द्र, सुमित सिंह, अंकुर यादव, सुमित द्विवेदी, अनुभव उपाध्याय, शिवांश तिवारी आदि शामिल रहे।

इन्हें मिल गई जमानत

प्रतिमा शुक्ला

दिव्या गुप्ता

प्रतिमा सिंह

उत्कर्ष द्विवेदी

आशीष शुक्ला

अमरेश

मयंक पांडेय

02

जमानतदार पेश करने पड़े सभी को

17

घंटे गुजारने पड़े हवालात में

08

बजे रात मंगलवार को लिए गए थे हिरासत में

01

बजे दिन में बुधवार को हुई सभी की रिहाई

क्या दिया बयान

हम सभी पीसीएस की परीक्षा में शामिल होने यहां आए थे

आगजनी और चक्काजाम की घटना से हमारा लेना-देना नहीं

मौके पर मौजूद थे इसलिए हमें पुलिस ने हिरासत में ले लिया

हम निर्दोष हैं, रिहा किया जाय ताकि हम परीक्षा में शामिल हो सकें

रिहा किये गये सभी छात्रों के परिजनों को भी बुलाया गया था। उन्होंने लिखित दिया गया है कि वे पुलिस या कोर्ट के बुलावे पर पहुंचेंगे। उनके भविष्य को देखते हुए रिहा किया गया है। विवेचना में उनकी घटना में भूमिका सामने आई तो फिर हिरासत में लिया जाएगा। सभी को पर्सनल आईडी लेकर छोड़ा गया है कोई बेल बांड नहीं भरवाया गया है।

नितिन तिवारी

एसएसपी, इलाहाबाद