एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती शराब पीने से गंभीर तीन और ने दम तोड़ा, चित्रकूट के रहने वाले थे तीनों
क्कक्त्रन्ङ्घन्द्दक्त्रन्छ्व: शराब की बोतल में बंद नशा अब तक 27 लोगों की जान ले चुका है। मौत का यह सिलसिला प्रतापगढ़ के संग्रामगढ़ से शुरू हुआ था। इसके बाद मानो नशा के मुंह खून लग गया। प्रयागराज के हंडिया से होते हुए यमदूत चित्रकूट जा पहुंचे। चित्रकूट के राजापुर में कुल आठ लोगों की मौत हो गई। इनमें पांच व्यक्तियों का दम रविवार को राजापुर में ही टूटा था। शेष तीन की सांसें एसआरएन हॉस्पिटम में थम गई। चित्रकूट से रेफर किए गए आधा दर्जन से अधिक लोगों का यहां इलाज जारी है। इनमें भी कई की हालत गंभीर है।
इस तरह शुरू हुआ सिलसिला
प्रतापगढ़ के संग्रामगढ़ चार लोगों की मौत हुई थी। गंभीर 11 लोग व उनके परिजन पुलिस को शराब पीने की बात बताए थे। यह सभी इलाज के लिए भेजे गए थे। इनमें से नौ लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। शेष का इलाज अब भी जारी है। यह बात लोगों के जेहन से निकली भी नहीं कि जिले के हंडिया एरिया में मौत तांडव मचाने लगी। एक-एक कर यहां पंद्रह लोगों की जान चली गई। बात प्रशासन को तब मालूम चली जब परिजन आठ लोगों की बॉडी का अंतिम संस्कार कर चुके थे। हंडिया में शराब से मौत की खबर अफसरों तक पहुंची तो उनके होश उड़ गए। आनन-फानन अधिकारी हंडिया में डेरा डाल दिए। बावजूद इसके अधिकारी शराब से मौत की बात मानने को तैयार नहीं रहे। इस बीच सात और परिवारों की खुशियां शराब में डूब गई। इन परिवारों के सदस्य भी दम तोड़ दिए। अधिकारी इन सातों की बॉडी का पोस्टमार्टम करवाए। सभी का बिसरा यहां प्रिजर्व किया गया। सात लोगों की बॉडी के पोस्टमार्टम में एक की भी मौत का स्पष्ट कारण सामने न आने पर भी अधिकारी पब्लिक के सवालों से घिरे रहे। अब तक यह सवाल आवाम के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं। इस तरह हंडिया में पंद्रह लोगों की मौत का कारण सिर्फ राज बना हुआ है। लोग कहते हैं कि अधिकारी लिखित रूप से शराब से मौत स्वीकार भले न करें। मगर, वह अच्छी तरह समझ रहे हैं कि हंडिया में पंद्रह की मौत का कारण शराब ही है। इसके समर्थन में उनका तर्क है कि मौत बीमारी से हुई होती तो यह महामारी की श्रेणी की होती और स्वास्थ्य विभाग एरिया में कैंप लगा चुका होता। जबकि आज तक ऐसा नहीं हुआ है।
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चित्रकूट से आए कई लोग हैं सीरियस
हंडिया का मसला अभी शांत भी नहीं हुआ कि शराब से मौत का सिलसिला चित्रकूट के राजापुर से आना शुरू हो गया। सोमवार को वहां पांच लोगों की मौत शराब से हो गई। देर रात चित्रकूट से गंभीर हालत में दस लोगों को एसआरएन हॉस्पिटल रेफर किया गया। इनमें तीन लोग जय नारायण सिंह (45) पुत्र चंद्रशेखर सिंह निवासी देवारी बिहखां राजापुर चित्रकूट, चुन्ना (40) पुत्र महाबीर निवासी भदेदू राजापुर चित्रकूट व बबली सिंह (45) पुत्र अम्बोल सिंह निवासी खोपा भदेदू थाना राजापुर चित्रकूट की यहां मौत हो गई। दिलीप निवासी भदेदू राजापुर, राकेश निवासी रैपुरा, चुन्नीलाल निवासी बड़हर का रुरवा, शिवनरेश निवासी भदेदू, छोटा रैदास निवासी भदेदू, राम मनोहर निवसी खोपा, छोटू सिंह निवासी खोपा व राम सिंह निवासी बडहर का पुरवा थाना राजापुर चित्रकूट की हालत गंभीर है। इन सभी का एसआरएन हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।
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अब पुलिस इनसे लेगी शपथ पत्र
हंडिया में पंद्रह लोगों की मौत के बाद पुलिस शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई में पूरी ताकत झोंक दी है।
अब पुलिस हाईवे के ढाबों, होटलों और रेस्टोरेंट संचालकों संग बैठक करेगी।
अफसरों की मानें तो इस बैठक में सभी को प्रतिष्ठान में बैठाकर शराब न पिलाने की नसीहत दी जाएगी।
इस काम के लिए उनसे बाकायदे शपथ पत्र लिया जाएगा।
शपथ पत्र देने के बावजूद यदि चेकिंग में किसी भी भी प्रतिष्ठान पर शराब पीते या पिलाते हुए पाया गया तो संचालक के विरुद्ध कार्रवाई होगी।
हम हाईवे पर स्थित होटलों, रेस्टोरेंट व ढाबा संचालकों की मीटिंग कर शपथ पत्र लेने वाले हैं। इसके बाद भी किसी प्रतिष्ठान पर शराब पीते हुए लोग मिलेंगे तो सारी जिम्मेदारी संचालक की होगी।
धवल जायसवाल
एसपी गंगापार