प्रयागराज ब्यूरो । सोमवार को बकरीद है। बकरीद पर कुर्बानी देने के लिए बकरों का बाजार सज गया है। बकरीद पर नाजिम तीन लाख कीमत के बकरे की कुर्बानी देंगे। नाजिम का राजस्थानी बकरा लोगों में चर्चा का विषय बन गया है। तमाम लोग नाजिम के एक कुंतल नब्बे किलो के बकरे को देखने आ रहे हैं। बकरे की खूबसूरती के लोग कायल हो जा रहे हैं। हालांकि इस बार बकरों खरीद फरोख्त में उतनी तेजी नहीं है, जितनी की रहा करती थी। इसके पीछे बताया जा रहा है कि बाजार में बकरों की तादाद ज्यादा है मगर खरीददारों की कमी है।

राजस्थानी बकरा सबसे महंगा
यूं तो बकरों की बहुत सी नस्ल है। मगर राजस्थानी या गुजरी नस्ल के बकरे की कीमत सबसे ज्यादा होती है। राजस्थानी नस्ल के छह महीने के बकरे की कीमत पच्चीस हजार रुपये से ज्यादा होती है। ढाई से तीन साल उम्र के राजस्थानी नस्ल के बकरे की कीमत दो से तीन लाख के बीच होती है। बकरीद के मौके पर इस नस्ल के बकरे की डिमांड ज्यादा होती है।

10 से पचास हजार के बकरे
शहर में सबसे पुरानी बकरा मंडी हटिया में दस से पचास हजार रुपये तक के बकरे इस समय बिक्री के लिए मौजूद हैं। सामान्य तौर पर सोजत, सिरोही, अजमेरी और जमुनापारी के अलावा बर्बरी नस्ल के बकरे बाजार में लाए गए हैं। हटिया के अलावा घंटाघर, करेली के अस्करी मार्केट से सोला मार्केट जानी वाली सड़क पर शाम होते ही बकरों की बाजार सज रही है।

सफेद बकरों की ज्यादा डिमांड
आमतौर पर तीस से पचास हजार रुपये के बीच के सोजत नस्ल के बकरों की ज्यादा डिमांड रहती है। इसका एक कारण ये है कि सोजत नस्ल के बकरे अस्सी फीसदी तक सफेद होते हैं और ये ज्यादा महंगे भी नहीं होते हैं। इनकी खूबसूरती देखते ही बनती है।

बकरे को देते हैं स्पेशल ट्रीटमेंट
धूमनगंज हरवारा के रहने वाले नाजिम अपने बकरे को स्पेशल ट्रीटमेंट देते हैं। वह अपने बकरे को दूध के अलावा छांछ भी देते हैं। इसके अलावा कभी कभी ड्राई फ्रूट भी खिलाते हैं। नाजिम ने बताया कि वह करीब डेढ़ साल पहले राजस्थानी नस्ल के बकरे को 52 हजार रुपये में ले आए थे। जिसकी मौजूद समय में कीमत करीब तीन लाख रुपये है। बताया कि राजस्थानी नस्ल का बकरा सामान्य बकरों से कद में ऊंचा और वजनदार होता है। इसकी खानगी भी सामान्य बकरों से ज्यादा होती है। नाजिम के बकरे का वजन एक कुंतल नब्बेे किलो है। नाजिम ने बताया कि वह सोमवार को नमाज के बाद बकरे की कुर्बानी देंगे।

चढ़ नहीं बकरा बाजार
हटिया बाजार में बकरा देखने पहुंचे इरशाद उल्ला ने बताया कि इस बार बकरा बाजार में उतनी रौनक नहीं है। बाजार में इस बार बकरों की तादाद ज्यादा है मगर खरीददारों की संख्या कम है। हालांकि अभी रविवार को भी बकरा बाजार सजेगा। ऐसे में हो सकता है कि रविवार को खरीददारों की संख्या बढ़े।