प्रयागराज (ब्‍यूरो)। गुरुवार को अभय मेमोरियल स्कूल सल्लाहपुर में हुई शार्ट हैंड व टाइपिंग की परीक्षा में सारा प्लान चौपट हो गया। यहां बायोमैट्रिक में पिछले वर्ष हुई लिखित परीक्षा में लगाए गए थम्ब से यहां इनका अंगूठा मैच नहीं किया। शक होने पर अफसरों द्वारा तीनों की फोटो का मिलान किया गया। मालूम चला कि लिखित परीक्षा देने वाले युवक कोई और थे।

इतने पर भी तीनों सच्चाई को झूठ साबित करने पर अमादा रहे। तीनों संस्तुष्टि और अपने शक को दूर करने के लिए अफसर भरे गए फार्म की फोटों को चेक किए। पता चला कि फार्म में फोटो मिक्स करके लगाई गई थी। मगर, अंगूठा इन तीनों का ही था। इस पर तीनों अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर कड़ाई से पुलिस द्वारा पूछताछ की गई। पुलिस की पूछताछ में जो सच्चाई इन तीनों ने कबूल की वह बेहद चौंकाने वाली रही। यदि इस फिजिकल परीक्षा में पास हो जाते तो इनकी नौकरी पक्की हो जाती।

दस-दस लाख में हुआ था सौदा
पुलिस के मुताबिक सोरांव थाना क्षेत्र के तेजा का पूरा निवासी राम अधार पटेल का बेटा सचिन पटेल, मुरादाबाद स्थित डूंगरपुर थाना भगतपुर के सत्यभान सिंह का बेटा अश्वनी देव और धर्मेंद्र कुमार पटेल पुत्र जगत बहादुर निवासी सरसा सुखई का पूरा थाना सोरांव पिछले साल एसएससी स्टेनोग्राफर की परीक्षा का फार्म भरे थे। लिखित परीक्षा के लिए इनका सेंटर वाराणसी चला गया।

परीक्षा देने के लिए तीनों ने साल्वर को हायर किया। प्रति से दस लाख रुपये की डील तय हुई थी। तीनों ने पुलिस को बताया कि दस-दस लाख रुपये लेकर साल्वर लिखित परीक्षा पास कराने की गारंटी लिया था। परीक्षा देने से पूर्व तीनों ढाई-ढाई लाख रुपये साल्वर को दिए थे। वाराणसी में 18 नवंबर 2022 को हुई परीक्षा में इनकी जगह साल्वर गैंग के गुर्गों ने परीक्षा दी।

वही परीक्षा सेंटर पर बायोमैट्रिक में अपना थम्ब भी लगा आए थे। इस तरह लिखित परीक्षा में यह तीनों शातिर साल्वरों की बदौलत पास हो गए। अब इन्हें शार्ट हैंड और टाइपिंग की फिजिकल परीक्षा शेष थी। इस परीक्षा के लिए इनका सेंटर अभय मेमोरियल स्कूल सल्लाहपुर पूरामुफ्ती पहुंचा। इस सेंटर पर 16 फरवरी 2023 को हुई फिजिकल परीक्षा में तीनों खुद पहुंच गए।

परीक्षा पूर्व यहां तीनों का बायोमैट्रिक थम्ब लगवाया गया। पिछले वर्ष लिखित परीक्षा में साल्वरों द्वारा बायोमैट्रिक मशीन में लगाया गया थम्ब यहां इनके अंगूठे से मिसमैच कर गया। इस पर परीक्षा सेंटर यहां रहे जिम्मेदारों को शक हुआ। फोटो मिलान की गई तो वह भी मिस मैच बताने लगी। तीनों अफसरों की बात और इलेक्ट्रानिक साक्ष्य को झुठलाते रहे। चूंकि एक परीक्षा पास करके तीनों नौकरी के बेहद करीब पहुंच चुके थे। इसलिए अफसर उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए गहन छानबीन शुरू किए।

अधिकारियों को लगा कि हो सकता है कि तीनों सही ही बोल रहे हों। इसी आशंका पर इनके द्वारा भरे गए फार्म से थम्ब और फोटो का मिलान किया गया। फार्म में अंगूठा इन तीनों का और फोटो मिस मैच कर गई। इस पर गिरफ्तार करके तीनों से पुलिस द्वारा पूछताछ की गई। पुलिस की पूछताछ में तीनों ने कबूल किया कि पिछले वर्ष हुई लिखित परीक्षा में अपनी जगह साल्वर बैठाए थे। जिसकी वजह से परीक्षा में पास होकर यहां तक पहुंच गए। पुलिस तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कोर्ट में पेश की। इसके बाद न्यायिक अभिरक्षा में तीनों जेल भेज दिए गए।

तीनों बेहद शातिर किस्म के अभियुक्त हैं। पिछले वर्ष एसएससी स्टेनोग्राफी लिखित परीक्षा में अपनी जगह साल्वर बैठाकर पास हो गए थे। यहां थम्ब और फोटो मिस मैच होने पर इनके द्वारा की गई शातिराना हरकत का खुलासा हो गया।
उपेंद्र सिंह, थाना प्रभारी पूरामुफ्ती