प्रयागराज ब्यूरो उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने अगले साल होने वाली हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा के लिए सेंटर बनाने की पॉलिसी डिक्लेयर कर दी है। पॉलिसी लेटर यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ला की तरफ से प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों के साथ डीआईओएस को भेजा गया है। बता दें कि यह दोनों अफसर जिला स्तर पर बोर्ड निर्धारण कमेटी के सदस्य हैं। इस लेटर में कई महत्वपूर्ण बातों का जिक्र किया गया है। इसमें यह भी क्लीयर है कि वे स्कूल तो सेंटर बनाये जाने के लिए निर्धारित सभी मानक पूरे करते हैं छात्राओं के लिए उन्हें सेल्फ सेंटर भी बनाया जा सकता है।
सकुशल परीक्षा कराना लक्ष्य
बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने डीएम और डीआईओएस को भेजे गये लेटर में निष्पक्ष और निर्विघ्न परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण को लेकर प्वाइंट पर डिटेल बात की है। इसके अनुसार संस्थागत और प्राइवेट छात्रों का सेंटर प्रत्येक विद्यालय/अग्रसारण केंद्र से यथासंभव 12 किमी की परिधि में आने वाले विद्यालयों में निर्धारित किया जाएगा। विषम भौगोलिक परिस्थिति एवं विद्यालय की अनुपलब्धता में 15 किमी परिधि के अंदर के विद्यालय केंद्र बनेंगे। बता दें कि पहले यह सीमा पांच से दस किमी थी। दूरी बढऩे से अधिक क्षमता वाले अच्छे विद्यालय केंद्र बन सकेंगे। इससे परीक्षा केंद्र घट जाएंगे। केंद्र कम होने से उनकी निगरानी ज्यादा सघनता से हो सकेगी।

केन्द्र निर्धारण में रखा जायेगा ध्यान
सभी परीक्षा केंद्रों में प्रश्नपत्रों की सुरक्षा एवं गोपनीयता की दृष्टि से प्रधानाचार्य कक्ष से अलग कक्ष को स्ट्रांग रूम बनाना अनिवार्य होगा
स्ट्रांग रूम में इस बार सिर्फ क्वैश्चन पेपर रखे जाएंगे। परीक्षा के बाद उत्तरपुस्तिकाओं को यहां नहीं रखा जायेगा
स्ट्रांग रूम के आसपास किसी प्रकार की कोई दूसरी एक्टिविटी नहीं होगा
डबल लाकयुक्त अलमारी की 24 घंटे आनलाइन निगरानी की जाएगी।
नई व्यवस्था के अनुसार स्ट्रांग रूम में एक अन्य अलमारी की व्यवस्था होगी जिसमें प्रथम बार प्रश्नपत्रों को निकालने के पश्चात वितरण के उपरांत अवशेष प्रश्नपत्रों को तथा बंडल स्लिप को सुरक्षित रखा जाएगा
सेल्फ फाइनेंस मोड के स्कूलों जहां संयुक्त रूप से छात्राओं की संख्या अधिक होगी, उन्हें सभी मानक पूर्ण करने पर सेंटर बनाया जा सकेगा
मैनेजमेंट विवाद वाले स्कूलों को भी सेंटर नहीं बनाया जायेगा

1500
की संख्या तक छात्रों के लिए एक सेंटर बनाया जा सकता है
1200
छात्रों को ही पूर्व में एक सेंटर पर दी जाती थी अनुमति
30
फीसदी से ज्यादा अब्सेंट होने वाले स्कूल सेंटर नहीं बनेंगे
03
परीक्षाओं में अनियतता जिन स्कूलों में पकड़ी जा चुकी उन्हें भी सेंटर नहीं बनाया जायेगा