प्रयागराज ब्यूरो । वैसे तो कुंभ के दौरान संगम की रेती पर पूरा शहर ही आबाद हो जाता है। जिले के तर्ज पर ही यहां अफसरों की नियुक्ति की जाती है। विभिन्न सरकार विभाग अपनी उपलब्धियां बताते हुए पब्लिक की मदद करते हैं। लेकिन, इस बार सब कुछ बदल देने की तैयारी है। यानी महाकुंभ जिला ही गजट कर दिया जायेगा। यहां महाकुंभ जिले के डीएम और एसपी के नामित अफसरों की पोस्टिंग की जाएगी। इस बार एक और जो नया शब्द एड होने जा रहा है वह होगा नव्य। यानी 2025 में आयोजित होने वाले कुंभ के लोगो में दिव्य कुंभ, भव्य कुंभ के साथ ही नव्य कुंभ भी अंकित होगा। इसके लिए आइडियली सभी एग्री हो चुके हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही महाकुंभ के नए लोगो को जारी कर दिया जाएगा।
पिछले कुंभ 2019 का थीम दिव्य व भव्य कुंभ था। इस बार 2025 के महाकुंभ में एक शब्द और जोड़ दिया गया है। भव्य-दिव्य और नव्य महाकुंभ इस बार का थीम होगा। सरकार की ओर से इस पर स्वीकृति भी दे दी गई है। जल्द ही इसका लोगो भी बनेगा, जो केंद्र से लेकर राज्य सरकार के सभी कार्यालयों में लगेगा।
सभी विभागों में तैनात होंगे अफसर
इस बार महाकुंभ को लेकर सरकार की तरफ से जो खाका खींचा जा रहा है, उसमें पहले आयोजित हो चुके कुंभ से आगे की सोच दिखायी देगी। इस बार कुंभ का दायरा भी करीब एक चौथाई बढ़ाया जाने पर सैद्धांतिक सहमति हो चुकी है इसे पूरा का पूरा जिला बना देने की भी तैयारी है। इसके तहत कुंभ नगर को जिले का दर्जा मिलेगा। इस प्रिमाइस में सभी सरकारी विभागों के दफ्तर स्थापित होंगे और जिला स्तरीय अधिकारी तैनात होंगे। जिलों की तरह ही सर्किट हाउस का निर्माण कराया जायेगा। सभी विभागों के अपने गेस्ट हाउस होंगे। पुलिस लाइंस, फायर ब्रिगेड लाइंस होंगे। थाने और चौकियों के साथ ही सेक्टर के रूप में तहसील क्षेत्र भी बनेंगे। हर तहसील में वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी एसडीएम बनाए जाएंगे। तहसीलदार, नायब तहसीलदार और लेखपालों की भी तैनाती होगी। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए कुंभ क्षेत्र का विस्तार किया गया है।

40 करोड़ के आने का अनुमान
मेला विकास प्राधिकरण की तरफ से जो तैयारी की जा रही है और शनिवार को हुई मिटिंग में जो प्रस्ताव रखे गये थे उसी से यह सब संकेत मिलते हैं। प्रस्ताव के तहत 2025 के महाकुंभ में 40 करोड़ से अधिक लोगों के आने का अनुमान है। इसी के चलते इस बार मेले का क्षेत्र 3200 हेक्टेयर से बढ़ाकर 4000 हेक्टेयर करने का प्रस्ताव मेला प्राधिकरण की तरफ से पास किया जा चुका है। इस बार 25 सेक्टर में महाकुंभ बसाया जाएगा। एक सेक्टर से दूसरे सेक्टर जाने के लिए गंगा पर 30 पांटून पुल बनेंगे। बता दें कि पिछली बार कुल 22 पांटून पुल ही बनाये गये थे। इन सभी प्रस्तावों को सैद्धांतिक सहमति मिल चुकी है।

स्वच्छता का माडल होगा प्रस्तुत
योगी सरकार महाकुंभ को स्वच्छता के माडल के रूप में दुनिया के सामने प्रस्तुत करने की तैयारी कर रही है।
इस पर फिक्स और मोबाइल मिलाकर कुल 1.45 लाख शौचालयों का निर्माण कराया जायेगा
मेला क्षेत्र में साफ सफाई के लिए 10 हजार सफाईकर्मियों की तैनाती का खाका खींचा जा चुका है
ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए 25 हजार डस्टबिन, 800 सफाई गैंग और आइसीटी बेस्ड मानीटङ्क्षरग सिस्टम भी प्रस्तावित किया गया है।

2025 में आयोजित होने जा रहे महाकुंभ की थीम में दिव्य-भव्य के साथ नव्य शब्द को एड किया जा रहा है। इसी थीम के बेस पर लोगो का क्रिएटिव तैयार कराया जायेगा। लोगो को तैयार करने के लिए एजेंसी को आर्डर दिया जा चुका है। इस बार का मेला तमाम नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा, जिसकी तैयारियां चल रही हैं।
विजय किरन आनंद,
कुंभ मेलाधिकारी