प्रयागराज ब्यूरो । नया वार्ड है। हाल ही में सृजन हुआ है। बिजली, पानी, रोड, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन जैसी कई मूलभूत सुविधाओं की दरकार है। इसलिए वार्ड के लोगों को ऐसे पार्षद की तलाश है जो तेजतर्रार हो और सदन में वार्ड की समस्याओं को दमखम के साथ रख सके। बात हो रही है यमुना पार के वार्ड नंबर 40 नैनी ददरी की। जनसंख्या में यह शहर का दूसरा बड़ा वार्ड है और अभी विकास की राह जोह रहा है। शनिवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम इस वार्ड में पहुंची तो लोगों ने खुलकर अपनी समस्याओं पर चर्चा की। उनका कहना था कि अभी तक यहां से प्रधान चुना जाता था और अब पहली बार पार्षद का चुनाव होने जा रहा है। ऐसे में कई लोग अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। पब्लिक प्रत्याशियों की भीड़ से अपनी पसंद का पार्षद तलाशने में लगी है।
पांच मुख्य मुद्दे
रोजाना नहीं उठता है कूड़ा
वार्ड में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का काम हाल ही में शुरू हुआ है लेकिन यह नियमित नहीं है। मानस नगर एरिया में तीन से चार दिन में एक बार कूड़ा गाड़ी आती है। वह भी मेन रोड पर रहती है। गलियों के भीतर नही जाती है। इससे कूड़ा ठीक से नही उठ पाता है। कई लोगों के घर का कूड़ा धरा रह जाता है। ऐसे में लोग कूड़ा इधर उधर फेक देते हैं।
डैमेज सीवर लाइन
वार्ड में सीवर लाइन तो डाल दी गई लेकिन यह डैमेज है। इसकी वजह से नालियां चोक हो जाती हैं और घरों में पानी भर जाता है। बारिश के मौसम में गलियों में घुटने तक पानी भरने से पैदल चलना मुश्किल हो जाता है। लोग दोपहिया वाहन से गिरकर चोटिल हो जाते हैं। जलभराव की वजह से बच्चे टाइम से स्कूल नही पहुंच पाते हैं।
अपना शिकार बनाते हैं आवारा कुत्ते
गलियों में आवारा कुत्तों का आतंक है। अक्सर छोटे बच्चे इनका शिकार होते हैं।
देर रात लोग यहां से गुजरने में डरते हैं। इसके अलावा आवारा जानवर से भी लोग परेशान हैं। गेट खुला देखकर यह जानवर घर के अंदर घुस जाते हैं और नुकसान पहुंचाते हैं। लोगों का कहना है कि इन जानवरों पर लगाम लगाना जरूरी है।
नाले की सफाई
मानस नगर के पीछे का नाला खुला है और काफी गंदा है। इसकी सफाई नहीं हुई है। इसकी वजह से अक्सर यहां पर गंदगी की वजह से दुर्गंध आती है और मच्छर खूब लगते हैं। पिछले साल मच्छरों की वजह से जमकर डेंगू फैला था। लोगों ने इसकी शिकायत भी की लेकिन कोई सनुवाई नहीं हो सकी है।
खराब सड़कों पर चलना दुश्वार
वार्ड की मेन रोड की हालत भी ठीक नहीं है। जगह- जगह गड्ढे हो चुके हैं लेकिन इनकी मरम्मत नही हो रही है। हाल ही में एरिया में मानस नगर लिंक रोड का निर्माण किया गया है। लोगों का कहना है कि इसमें मानक की अनदेखी हुई है। इसकी वजह से घरों में पानी भर जाता है। लोगों ने रोड निर्माण की जांच कराने की मांग की है।
वार्ड- 40
नाम- नैनी ददरी
वोटर- 32000
महिला वोटर- 14500
पुरुष वोटर- 17500
वर्जन
कूड़ा उठाने वाले रोजाना नही आते हैं। गंदगी घरों में रह जाती है। अगर आते हैं तो रोड पर खड़े रहते हैं और हम लोग गलियों मे ंउनका इंतजार करते रह जाते हैं। इस व्यवस्था में सुधार हो तो साफ सफाई की व्यवस्था बढिय़ा हो जाएगी।
द्रौपदी गुप्ता
हमारे मोहल्लों में बिजली का कनेक्शन लेने के लिए लंबी दूरी के तार खीचने पड़ते हैं क्योंकि खंभे काफी दूरी पर स्थित हैं। हमलोगों की मांग है कि गलियों में भी खंभे लगाए जाएं। इसके अलावा वोल्टेज की समस्या भी बनी रहती है।
- अमित सिंह
वार्ड में सीवर लाइन तो डाल दी गई लेकिन यह डैमेज है। इसकी वजह से पानी का निकास नही हो पाता है। घरों में जलभराव हो जाता है। सड़को ंपर भी जलभराव की समस्याा है। इससे निपटने के लिए जल निकासी के अच्छे इंतजाम किए जाने चाहिए।
अरविंद शर्मा
अभी हमारा एरिया ग्रामीण से शहरी एरिया में आया है। इसलिए कई चीजों की जरूरत है। सफाई और बिजली के तारों को व्यवस्थित करना जरूरी है। महिलाओं के लिए सोशल सिक्योरिटी की भी जरूरत है।
पंकज श्रीवास्तव
नाली नालों की सफाई नही हो रही है। बारिश का मौसम आ गया है और ऐसे में फिर से जलभराव होगा। गंदगी सड़कों पर बहेगी। इस समस्या का समाधान भी जरूरी है। जीतने के बाद पार्षद को इनका समाधान कराना होगा।
अनूप कुमार
मानस नगर के पीछे का नाला गंदा है। उसकी सफाई नहीं हुई है। इसकी वजह से हर साल मच्छर लगते हैं और डेंगू के मरीज बढ़ जाते हैं। नाले की सफाई होने से संक्रामक रोगों से छुटकारा मिलेगा। साथ ही दुर्गंध से भी निजात मिल जाएगी।
रवींद्र कुमार गुप्ता
आवारा जानवरों से छोटे बच्चों को बहुत दिक्कत होती है। कुत्तों के काटने से वह चोटिल हो जाते हैं। महिलाओं को भी निकलना मुश्किल है। नगर निगम को चाहिए कि कैटल वाहन लाकर आवारा जानवरों पर लगाम लगाए।
गुड्डू बाबू
पहली बार वार्ड बना है इसलिए काफी चीजों की जरूरत है। बिजली, पानी और सड़क की व्यवस्था सबसे पहले होनी चाहिए। इसके साथ ही साफ सफाई पर भी विशेष ध्यान देना होगा। तभी वार्ड की दशा में सुधार होगा।
विवेक पांडे