प्रयागराज (ब्‍यूरो)। जिले में डेंगू के बढ़ते केसेज को देखते हुए पब्लिक की सहायता के लिए प्रशासन ने कलेक्ट्रेट में डेंगू कंट्रोल रूम बनाया है, जिसका नंबर 05322641577-78 रखा गया है। इस नंबर पर कॉल करने के बाद डेंगू के इलाज से जुड़ी तमाम क्वेरीज का जवाब मिल जाएगा। किस हॉस्पिटल मे डेंगू बेड खाली है और कहां पर प्लेटलेट्स मिलेगी। इसका जवाब भी इन नंबरों पर मिल जाएगा। इसके पहले दोपहर में जब रिपोर्टर ने इन नंबरों पर कॉल किया तो कर्मचारी ने उल्टा जवाब दिया। उसने कहा कि यह बाढ़ आपदा कंट्रोल रूम है। उसने सीएमओ आफिस का नंबर दे दिया। जब इस बारे में सीएमओ डॉ। नानक सरन से बात की गई तो उन्होंने तत्काल इस गलती में सुधार करवाया और बताया कि अब बाढ़ आपदा कंट्रोल ही डेंगू कंट्रोल रूम है। बाद में इसे रिपोर्टर ने चेक किया तो सीएमओ का दावा सही निकला।

कमिश्नर ने जाना तैयारियों का हाल
कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने बुधवार को संगम सभागार में डेंगू के नियंत्रण एवं उपचार की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने ब्लड डोनेशन, प्लेटलेट्स की उपलब्धता एवं प्लेटलेट्स की प्रतिदिन की खपत तथा डेंगू के टेस्टिंग के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने कलेक्ट्रेट में बनाये गये कंट्रोल रूम में प्रतिदिन सूचनाओं को एकत्रित करते हुए उसपर की जाने वाली कार्रवाईयों की प्रतिदिन की रिपोर्ट उपलब्ध कराये जाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा है कि कंट्रोल रूम में यदि किसी व्यक्ति के द्वारा बुखार आने की सूचना उपलब्ध करायी जाये, तो तत्काल उसके जांच की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। उन्होंने जिले में ब्लड डोनेशन की भी जानकारी प्राप्त की। डीएम संजय कुमार खत्री ने बुधवार को बेली अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां डेंगू के भर्ती मरीजों की जानकारी ली और यह पता कि किस मरीज की सबसे कम प्लेटलेट्स काउंट है। उन्होंने सीएमएस शारदा चौधरी से बेड की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही ब्लड डोनेशन कैम्प लगाये जाने के भी निर्देश दिए है। सवालों का उचित जवाब नही देने पर चिकित्साधिकारी का वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं। मौके पर सीएमओ डॉ। नानक सरन उपस्थित रहे।

21 नए डेंगू मरीजों ने दी दस्तक
जिले में बुधवार को डेंगू के 21 नए मरीजों ने दस्तक दी है। अब कुल 349 मामले सामने आ चुके हैं और इसमें से 34 का हास्पिटल में इलाज चल रहा है। अब तक 306 मरीज ठीक हो चुके हैं। सीएमओ डॉ। नानक सरन ने बताया कि 9 मरीजों का इस समय घर पर इलाज किया जा रहा है।