प्रयागराज ब्यूरो । बिजली विभाग में न जाने क्या क्या होता है, मगर होता ये भी है कि अगर बिजली विभाग के अफसर परेशान करने पर उतारु हो जाएं तो फिर उपभोक्ता को कोई बचा नहीं सकता है। यहां तक कि उपभोक्ता की शिकायत पर कोई सुनवाई भी नहीं करता है। यहां तक कि पुलिस वाले भी नहीं सुनते हैं। मगर यहां मामला एक अधिवक्ता का है। इसलिए अधिवक्ता ने हार नहीं मानी। आखिरकार अधिवक्ता को कोर्ट से सहारा मिला। बिजली विभाग से परेशान अधिवक्ता को कोर्ट से राहत मिली। कोर्ट ने अधिवक्ता की पूरी बात सुनी। इसके बाद जार्जटाउन पुलिस को केस दर्ज करने का आदेश दिया। कोर्ट के आदेश पर जार्जटाउन पुलिस ने एसडीओ, जेई समेत पांच के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

ये है मामला
अधिवक्ता निखिल श्रीवास्तव महाबीरन गली मु_ीगंज के रहने वाले हैं। अधिवक्ता निखिल की तहरीर के मुताबिक उनके घर का बिजली कनेक्शन उनके पिता जेबी श्रीवास्तव के नाम से है। पिता की मृत्यु के पश्चात निखिल ने पिता के नाम का विद्युत कनेक्शन अपने नाम करवाने के लिए बिजली विभाग में कई बार प्रार्थना पत्र दिया। मगर निखिल के नाम से बिजली का कनेक्शन नहीं हुआ। निखिल 23 नवंबर 2022 को अपने चैम्बर में थे। इस दौरान निखिल को उनकी पत्नी ने फोन किया। बताया कि बिजली विभाग से दस बारह लोगों की टीम आई है। मीटर को बदला जा रहा है। आपको बुलवा रहे हैं। निखिल अपने घर पहुंचे। वहां पर कर्मचारी थे। निखिल का बिजली कनेक्शन खंभे से काट दिया गया। निखिल ने जेई राघवेंद्र सिंह से कनेक्शन जोडऩे के लिए कहा तो जेई ने कनेक्शन जोडऩे से मना कर दिया। कहा कि एसडीओ साहब से बात कर लीजिए। निखिल ने जब एसडीओ से वार्ता किया तो आरोप है कि एसडीओ ने निखिल से अभद्रतापूर्वक बात किया। जबकि निखिल ने अक्तूबर तक का बिल जमा कर रखा था। कनेक्शन काटे जाने की शिकायत निखिल ने किया मगर किसी अधिकारी ने सुनवाई नहीं की। निखिल ने मुट्ठीगंज थाने में शिकायत की तो थानाध्यक्ष ने एसडीओ से बात की। इसके बाद कहा कि सभी कर्मचारी सरकार हैं उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज नहीं की जा सकती है। इस पर निखिल ने बिजली विभाग में ऑन लाइन शिकायत किया। निखिल रात में गऊघाट सब स्टेशन गए। वहां न शिकायत दर्ज की गई और न ही शिकायत पत्र लिया गया। पूछने निखिल को बताया गया कि अधिकारियों ने शिकायत पत्र लेने से मना कर दिया है।

और हो गया शिकायत का निस्तारण
निखिल के मुताबिक उनके मोबाइल पर रात में 11 बजे लखनऊ सेल से फोन आया। बताया गया कि आपकी बिजली तीन घंटे में जोड़ दी जाएगी। दूसरे दिन सुबह मैसेज आया कि शिकायत का निस्तारण कर दिया गया है। निखिल मैसेज देख कर हैरान रह गए क्योंकि बिजली जोड़ी ही नहीं गई थी और शिकायत निस्तारित कर दी गई थी। निखिल ने दोबारा शिकायत सेल में शिकायत किया कि बिजली अभी जोड़ी नहीं गई है और शिकायत निस्तारित दिखा दी गई है। इस पर शिकायत सेल ने संबंधित अधिकारी से बात कराई। अधिकारी ने कहा कि दो से तीन घंटे में बिजली जोड़ दी जाएगी। निखिल ने अधिकारी से कहा कि बिजली जोडऩा तो आपका दायित्व है परन्तु शिकायत का निस्तारण कैसे हो गया। इस पर अधिकारी ने कहा कि लाइन जुड़वाना है या झगड़ा करना है। इसकी शिकायत निखिल ने दोबारा लखनऊ सेल से किया।

घर से ले गए मीटर
24 नवंबर को दोपहर में बिजली विभाग के कर्मचारी निखिल के घर पहुंचे। कर्मचारी सलमान अहमद ने पुराना मीटर निकाल कर नया मीटर लगाकर कनेक्शन जोड़ दिया। 25 नंवबर को निखिल को कर्मचारी सलमान अहमद ने फोन किया। उसने निखिल को दिन में 11 बजे आफिस बुलाया। मगर अफसर नहीं आए तो निखिल चले गए।

मिल लेतेे हैं सब ठीक रवा देते हैं
दोपहर में निखिल के मोबाइल पर एक फोन आया। ट्रू कालर पर नंबर पर वर्मा प्रीतू शो कर रहा था। फोन करने वाले ने निखिल से कहा कि आपका कोई विवाद बिजली विभाग से चल रहा है। मेरे पापा बिजली विभाग से रिटायर हुए हैं, जहां कहिए मिल लेते हैं, सब ठीक करवा देते हैं। निखिल ने फोन करने वाले अपने चैम्बर के पास एक पान की दुकान पर बुलाया। युवक ने निखिल को बताया कि उनके मीटर की जांच हो गई है। उसमें कमी पाई गई है। लम्बा एसेसमेंट होगा। बैठकर मामले को सुलझा दिया जाता है। इस बीच सलमान अहमद का फोन आया कि साहब लोग दो घंटे से इंतजार कर रहे हैं। जल्दी आइए। जब निखिल आफिस पहुंचे तो सभी ने कहा कि आपका मीटर धीरे चल रहा है। लंबा एसेसमेंट होगा। थाने से प्रार्थना पत्र वापस ले लीजिए। वर्मा प्रीतू से बात कर लीजिए सब सही हो जाएगा। निखिल इसके लिए तैयार नहीं हुए। इसके बाद तो निखिल के लिए आफत हो गई। बिजली विभाग के कर्मचारी अपनी मनमानी करते रहे और निखिल शिकायत करते रहे। बिजली विभाग ने निखिल को पांच लाख पैंतीस हजार चार सौ अ_ानबे रुपये का बिल भेज दिया। आखिर कार निखिल को केस दर्ज कराने के लिए कोर्ट का सहारा लेना पड़ा।

केस दर्ज कराने में छूट गया पसीना
अधिवक्ता निखिल को अपने साथ हुए अन्याय के खिलाफ लड़ाई लडऩे में पसीना छूट गया। निखिल का कनेक्शन 23 नंवबर 2022 को काटा गया। और निखिल 12 जनवरी 2024 को एसडीओ समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज करा पाए।


इन पर दर्ज हुआ मुकदमा
कोर्ट के आदेश पर जार्जटाउन पुलिस ने एसडीओ अतुल वर्मा, जेई राघवेंद्र सिंह, मीटर रीडर पंकज वर्मा, वर्मा प्रीतू और कर्मचारी सलमान अहमद के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।