प्रयागराज ब्यूरो, आम यात्रियों की सस्ते में ही प्यास बुझाने वाली आटोमेटिक वाटर वेंडिंग मशीनें पूरी तरह से कंडम हो चुकी है। प्रयागराज जंक्शन पर 2016 में मशीनें उपमुख्यमंत्री और श्यामा चरण गुप्ता ने पांच सितंबर 2016 को वाटर वेंडिंग मशीनों का उद्घाटन किया था। 2020 में इसके बंद हो जाने के बाद से आम आदमियों को काफी दिक्कत हो रही थी। इस समस्या को दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने कई बार उठाया भी था। प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफार्म पर लगी मशीनों में अब जंग लग चुका है। ठेकेदार काम छोड़कर भाग खड़ा हुआ और अब दूसरा कोई ठेका लेने को तैयार नहीं हुआ। सामान्य यात्रियों को महज एक और तीन रुपये में ठंडा और आरओ का पानी उपलब्ध कराने वाली मशीनों को अब देखने वाला भी कोई नहीं है। जिसके बाद रेलवे ने खुद जिम्मा उठाया है। पांच साल के लिए टेंडर धारक को जिम्मेदारी मिलेगी। 10 नवंबर को टेंडर खुलेगा और उससे 180 दिन के अंदर मशीनें लग जाएंगी। प्रयागराज मंडल से इसकी शुरूआत होगी। इस सुविधा के शुरू होने से रोजाना बीस से 22 हजार लीटर पानी की खपत होगी।
यह है पूरा प्लान
रेलवे के अफसर बताते है कि प्रयागराज मंडल में 56 मशीनें पहले चरण में लगेंगी, जिसमें जंक्शन पर 9 मशीनें लगाई जाएंगी। यह मशीन 100 लीटर प्रति घंटा आरओ पानी उपलब्ध कराने में सक्षम होगी।
कोर्ट तक पहुंच गया था मामला
प्लेटफार्मों पर लगे मशीनों को आईआरसीटीसी इसका संचालन निजी कंपनी के माध्यम से करती थी। कंपनी का कांट्रैक्ट खत्म होने और उसका लंबा बकाया होने के कारण दोबारा टेंडर नहीं निकला और मामला कोर्ट तक पहुंच गया।
कितने का मिलेगा पानी
01
रुपये में मिलेगा 300 एमएल
03
रुपये में मिलेगा 500 एमएल
05
रुपये में मिलेगा एक लीटर
08
रुपये में मिलेगा दो लीटर
20
रुपये में मिलेगा पांच लीटर
छह माह के भीतर प्लेटफार्मों पर वाटर बूथ लग जाएगा। इसके टेंडर जारी कर दिया गया है। अप्रैल से पहले यात्रियों को शुद्ध व स्वच्छ जल सस्ते में उपलब्ध कराया जाएगा।
अमित सिंह, मंडल पीआरओ