प्रयागराज (ब्‍यूरो)। शहर के राजापुर कछार स्थित ओम नगर मोहल्ले में रात के वक्त अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों का जमावड़ा लगता है। शुक्रवार रात एसओजी टीम को खबर मिली कि ओम नगर में तमंचा सप्लायर अजय पुत्र पंचू लाल घर पर मौजूद है। सूचना मिलते ही टीम के दरोगा आशीष कुमार हेड कांस्टेबल मनीष सिंह, रमेश पुष्पेंद्र, अनिल कुमार, अरविंद्र सिंह व चालक संजय सिंह के अजय के घर पर दबिश में जा पहुंचे। खुद को घिरा हुआ देख अजय ने ललकारा तो दरोगा आशीष ने उसे तेज आवाज में खुद के बारे में बताया। पुलिस के मुताबिक शातिर अजय जब देखा कि वह पकड़ा जाएगा तो चोर-चोर कहकर शोर मचाते हुए पथराव करने लगा। उसके साथी भी टीम पर ईंट पत्थर फेंकना शुरू कर दिए। शोर सुनते ही मोहल्ले के लोग भी दौड़ पड़े। यह देख टीम के जवान जान बचाने के लिए भागने लगे।
घायल होकर भी शातिर को दबोचा
इस बीच ईंट पत्थर लगने से दरोगा आशीष व हेडकांस्टेबल मनीष खून से लथपथ हो गए। बताया गया कि मौका पाते ही भाग रहे शातिर अजय को दरोगा ने घायल होने के बावजूद दबोच लिया। खुद को फंसते हुए देख अजय ने दरोगा के हाथ में दांत काट कर जख्मी कर दिया। तब तक घायल कांस्टेबल खबर अफसरों को पहुंचा चुका था। खबर मिलते ही कई थानों की फोर्स के साथ पहुंचे एसपी सिटी ने मोहल्ले को चोरों तरफ से घेर लिया। एसओजी टीम पर हमला करने वाले छह शातिर गिरफ्तार किए गए।

गिरफ्तार किए गए छह अभियुक्त
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किया गया टीम पर हमले का मुख्य आरोपित अजय कुमार पुत्र पंचू लाल राजापुर ब्लड बैंक के पास थाना कैंट रहने वाला है।
उसका साथी आर्यन अंसारी उर्फ राजा पुत्र पप्पी उर्फ गुलफाम अंसारी बेली कॉलोनी और संजय पुत्र फूलचंद पासी निवासी ओम नगर थाना कैंट का रहने वाला है
रज्जन प्रसाद पुत्र स्व। महकूलाल जमादार निवासी ओम नगर व सचिन उर्फ जितेंद्र पासी पुत्र फूलचंद्र पासी निवासी ब्लड बैंक के पास राजापुर कछार थाना कैंट का निवासी है।
सुनील कुमार पासी पुत्र जयराम पासी निवासी दानूपुर थाना सोरांव का निवासी बताया गया है।
इनके पास से दो तमंचा व तीन कारतूस और तीन चाकू भी बरामद की गई है, पुलिस का कहना है कि सभी तमंचा सप्लाई का काम करते हैं

कैंट पुलिस पर उठ रहे सवाल
पुलिस का कहना है कि मुख्य अभियुक्त अजय के साथ मिलकर उसके पांचों साथी तमंचा की सप्लाई किया करते हैं। वह तमंचा कहां से खरीदकर लाता है? यह बात पुलिस उनसे कबूल नहीं करवा सकी है। गिरफ्तार किए गए लोगों पहले भी पकड़े गए थे या उनपर कोई मुकदमा है? इस सवाल का उत्तर कैंट थाने की पुलिस दे पाने में असमर्थ रही। थाना पुलिस का कहना है कि दबिश देने में यदि थाने की फोर्स ले गए होते तो यह घटना नहीं होती। प्रश्न यह है कि एसओजी को तमंचा तस्करों की खबर मिल गई तो थाना पुलिस क्या कर रही थी। हल्का इंचार्ज को इस बात की खबर क्यों नहीं लगी।

एसओजी टीम पर हुए हमले के मामले में छह अभियुक्त गिरफ्तार किए गए हैं। सभी तमंचे की सप्लाई किया करते थे। अजय नामक अभियुक्त इसमें मुख्य सप्लायर है। हमले में शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है।
दिनेश सिंह एसपी सिटी