प्रयागराज (ब्यूरो)। बड़ोखर गांव की रहने वाली शबा बानों की गला रेतकर हत्या के बाद केस दर्ज किया गया था। मामले की रिपोर्ट दर्ज करके पुलिस छानबीन में जुट गई। इंस्पेक्टर धीरेंद्र कुमार सिंह व एसओजी प्रभारी रणजीत सिंह को कातिलों की तलाश में लगाया गया। पुलिस टीमें संदिग्ध हर शख्स से पूछताछ कीं। मगर कत्ल का कोई क्लू हाथ नहीं लग रहा था। क्राइम सीन को देखते हुए शुरुआती तफ्तीश की सुनाई आशनायी पर की तरफ बढ़ी थी। इसी बीच अचानक एक ऐसी खबर टीम को मिली जिससे पूरी जांच की दिशा ही चेंज हो गई।
शबा के घर था आना-जाना
इस नए कंटेंट पर छानबीन की गई तो शबा की जेठानी के भाई शमसाद का नाम सामने आया। पुलिस द्वारा शमसाद को उठा कर पूछताछ शुरू की गई। पहले शमशाद रिश्तेदारी की दुहाई देकर खुद को पाक-साफ बताता रहा। पुलिस थोड़ा कड़ाई शुरू की तो वह गुनाह को कबूल कर लिया। उससे मिली जानकारी के आधार पर तनवीर को हिरासत में लिया गया। तनवीर बताया कि शबा के घर उसका आना जाना था। पुलिस के मुताबिक तनवीर नशे का आदी था। उसे मालूम था कि शबा के पास काफी गहने हैं। इस लिए वह शमशाद के साथ सूरज कोल निवासी दादर व विजय मुसहा निवासी नई बस्ती जनेह मध्य प्रदेश के साथ मिलकर शबा के घर चोरी का प्लान तैयार किया। शमशाद और तनवीर 19 अगस्त की रात तनवीर छत के रास्ते से घर में घुसे और पीछे का दरवाजा खोल दिए। पीछे के दरवाजे से सूरज और विजय घर में घुस गए। घटना का खुलासा करते हुए एसपी क्राइम ने बताया कि सूरज सबा की पायल व तनवीर, विजय मंगलसूत्र खोल रहे थे। तभी उसकी नींद खुल गई। यह देखकर पकड़े जाने के घर से तनवीर तकिया से उसक मुंह दबा दिया। सूरज व शमशाद ने उसके पैर को जकड़ लिए। फिर विजय बेरहमी से शबा के गले को रेत कर मौत के घाट उतारी दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद सभी चाकू को पास के कुएं में फेंक कर भाग निकले। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए शमशाद, तनवीर व सूरज को जेल भेज गया। इनके कब्जे से चाकू व तमंचा एवं कारतूस बरामद किए जाने का दावा किया गया है।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों के द्वारा घटना को कबूल किया गया है। वारदात में प्रयोग की गई चाकू भी बरामद कर ली गई है। वांछित एक आरोपित की तलाश जारी है।
सतीश चंद्र, क्राइम एसपी