प्रयागराज (ब्यूरो)। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की टीम दोपहर तीन और चार बजे के बीच प्रयागराज जंक्शन प्लेटफार्म नंबर एक साइड पहुंची। यहां ऑटोमेटिक स्कैनर मशीन तो लगी थी। लेकिन कोई भी स्कैनर मशीन के सामने से नहीं गुजर रहे थे। सुरक्षा हेतु गेट पर लगाए गए सुरक्षा कर्मी आराम से कुर्सी पर बैठे थे। उसके बगल बने एक और गेट से लोग आ-जा रहे थे। यह ही नहीं पार्सल एरिया व दो अन्य चोर रास्ते से भी लोग आ-जा रहे थे। ट्रेन से उतरने वाले कुछ लोग जीआरपी ऑफिस रास्ते को अपना रहे थे। इक्का-दुक्का लोगों को छोड़कर बाकि सभी रेल यात्री बिना मास्क के थे। उनको कोई रोकने टोकने वाला तक नहीं था। यहां तक की रेल कर्मचारी तक बिना मास्क आ-जा रहे हैं।
सिविल लाइंस साइड का हाल
रिपोर्टर ने उसके बाद सिविल लाइंस साइड तरफ तमाम एग्जिट प्वाइंट का रियलिटी चेक किया। इस साइड छह-सात एग्जिट प्वाइंट मिले। इसके अलावा तीन गुप्त रास्ता था। सिर्फ दस नंबर प्लेटफार्म पर एक जहां दो बैंच लगाकर कोविड जांच हो रहा था। रेल यात्रियों का सैंपल लिया जा रहा था। एक फार्म पर आधार नंबर व मोबाइल नंबर पता भरवाया जा रहा था। लेट होने के चलते कई लोग बहस कर बिना जांच निकलते नजर आए। वहीं बाकि अन्य एग्जिट प्वाइंट पर कोई जांच व चेकिंग की व्यवस्था नहीं थी। लोग रेलवे पटरी क्रॉस कर जल्दी पहुंचने व जांच से बचने के लिए अपना रहे थे। ट्रेन आते ही भीड़ टूट जा रही थी। सोशल डिस्टेंसिंग का कोई दूर-दूर तक नाम नहीं था।
खानापूर्ति कर रही रेलवे
कोविड जांच के लिए प्वाइंट पर लगाए गए स्वस्थ्य कर्मी जांच के नाम पर खानापूर्ति करते नजर आए। कई लोग आराम से बिना जांच कराए गुजर रहे थे। रेलवे विभाग की लापरवाही कभी भी भारी पड़ सकती है। इस पर अधिकारी भी सब ओके होने की बात बोलते नजर आए। इससे साफ है कि जब तक कोरोना का नए वेरिएंट पैर नहीं फैला देगा। तब तक रेलवे नींद से जागना वाला नहीं है।02 गज की दूरी भूल चुके हैं लोग
90 प्रतिशत लोग बिना मास्क कर रहे सफर, रेलवे स्टाफ तक बरत रहे लापरवाही
350 से अधिक दिन भर लिए जा रहे सैंपल
07 एग्जिट प्वाइंट है सिविल लाइंस साइड
03 से चार है सिविल लाइंस साइड चोर वाले रास्ते
10 नंबर प्लेटफार्म तरह सिर्फ हो रही जांच
01 नंबर प्लेटफार्म तरफ लगा है ऑटोमेटिक स्कैनर, सेनिटाइजर मशीन
30 प्रतिशत से कम लोग फ्री में मिल रहे सेनिटाइजर तक नहीं कर रहे यूज