एक दशक खत्म होने पर भी नहीं पूरी हो सकी प्रिंसिपल भर्ती 2011

2013 प्रिंसिपल भर्ती का भी अटका है आज तक इंटरव्यू

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PRAYAGRAJ: बेरोजगारी का दंश झेल रहे प्रतियोगियों का इंतजार साल दर साल बढ़ता जा रहा है। यहीं कारण है कि दशक बीतने के बाद भी भर्तियां पूरी होने का नाम नहीं ले रही है। जिसके कारण कहीं ओवर एज अभ्यर्थी आगे की प्रतियोगी परीक्षाओं की दौड़ से इंतजार करते बाहर हो जा रहे हैं। तो कहीं उम्र के दूसरे पड़ाव में आने बाद भर्तियों के पूरी होने की उम्मीद ही छोड़ दे रहे हैं। ऐसा ही हाल माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड का है। सूबे के एडेड इंटर कालेजों में टीचर्स से लेकर प्रिंसिपल पदों पर भर्ती की जिम्मेदारी उठाने वाले उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में एक दशक बीतने के बाद भी भर्ती पूरी होती नहीं दिख रही है।

2011 प्रिंसिपल भर्ती में बाकी है पांच मंडलों का इंटरव्यू

सूबे के एडेड इंटर कालेजों में प्रिंसिपल पदों पर भर्ती की जिम्मेदारी भी उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड पर है। वर्ष 2011 में माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था। करीब 28000 एडेड इंटर कालेज के लेक्चरर ने आवेदन किया था। लंबे इंतजार के बाद इंटरव्यू की प्रक्रिया शुरू हुई। उसके बाद पंाच मंडलों का इंटरव्यू को लेकर विवाद शुरू हो गया। ऐसे में बोर्ड ने इंटरव्यू रोक दिया। कई चरण में विवादों को सुलझाने के बाद इंटरव्यू पूरा किया गया। लेकिन आज तक कोर्ट के आदेश के बाद भी आज तक इन पांच मंडलों का इंटरव्यू का रिजल्ट जारी नहीं हो सका। जबकि 2011 में प्रिंसिपल पद के लिए आवेदन करने वाले दर्जनों लेक्चरर रिटायर हो चुके है। लेकिन प्रिंसिपल बनने का सपना उनका साकार नहीं हो सका।

2013 प्रिंसिपल भर्ती का नहीं शुरू हो सका इंटरव्यू

2011 के बाद माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने वर्ष 2013 में फिर से प्रिंसिपल के रिक्त पदों के सापेक्ष विज्ञापन जारी किया था। उसके लिए भी हजारों की संख्या में लेक्चरर ने आवेदन किया था। लेकिन आवेदन के करीब सात साल से अधिक बीतने के बाद भी अभी इंटरव्यू का शेड्यूल जारी नहीं हो सका। इस भर्ती में भी आवेदन करने वाले बड़ी संख्या में अभ्यर्थी रिटायरमेंट के करीब पहुंच चुके है। ऐसे में अगर इंटरव्यू शुरू होकर उनका रिजल्ट जारी नहीं किया गया। तो इस भर्ती के भी कई आवेदनकर्ताओं का प्रिंसिपल बनने का सपना सिर्फ सपना ही रह जाएंगा।

टीजीटी जीव विज्ञान 2016 में पांच साल बाद होने जा रही है परीक्षा

माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से वर्ष 2016 में टीजीटी-पीजीटी के अन्तर्गत विभिन्न विषयों के लिए विज्ञापन जारी हुआ था। उसके लिए आवेदन लिए गए थे। उसके बाद से परीक्षा का इंतजार अभ्यर्थी कर रहे थे। सूबे में सत्ता परिवर्तन के बाद अन्य विषयों की लिखित परीक्षा और इंटरव्यू कराकर उनके रिजल्ट लगभग जारी कर दिए गए। लेकिन टीजीटी जीव विज्ञान के 304 पदों को बोर्ड की ओर से रद्द कर दिया गया। इसमें पुरुष वर्ग में 292 व महिला वर्ग में 12 पद शामिल थे। इसके बाद से 67400 अभ्यर्थियों ने लंबे संघर्ष के बाद कोर्ट के आदेश पर परीक्षा कराऐ जाने का निर्णय लिया गया। कोर्ट के आदेश लंबे समय के बाद अब बोर्ड की ओर से परीक्षा के लिए 31 जुलाई की डेट घोषित की गई है।

फैक्ट फाइल

- 2011 में करीब 942 प्रिंसिपल पदों के लिए शुरू हुई थी भर्ती

- 28000 एडेड के टीचर्स ने किया था आवेदन

- 7 मंडलों के इंटरव्यू का नहीं जारी हो सका आज तक रिजल्ट

- कई अभ्यर्थी हो चुके है लेक्चरर के पद से रिटायर

- 2013 में करीब 599 प्रिंसिपल पदों के लिए जारी हुआ था विज्ञापन

- 25031 अभ्यर्थियों ने किया था आवेदन

- आज तक नहीं शुरू हो सकी इंटरव्यू की प्रक्रिया

- 2016 टीजीटी जीव विज्ञान पदों पर भर्ती के लिए जारी हुआ था विज्ञापन

- टीजीटी के अन्य विषयों की हो चुकी है लिखित परीक्षा और इंटरव्यू

- टीजीटी अन्य विषयों के चयनित को मिल चुकी है नौकरी

- टीजीटी जीव विज्ञान विषय की 2017 में कैंसिल कर दी थी रिक्तियां

- कोर्ट के आदेश पर आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की होनी थी परीक्षा

- करीब 5 पांच साल बीतने के बाद भी अब जाकर परीक्षा की डेट फाइनल हुई है

- 2011 के बचे हुए मंडलों के इंटरव्यू का रिजल्ट जारी करने के लिए कोर्ट ने आदेश दिया था। उसके बाद भी रिजल्ट जारी नहीं हो सका। जबकि सूबे में बड़ी संख्या में प्रिंसिपल के पद रिक्त चल रहे है।

डॉ। हरि प्रकाश यादव