प्रयागराज (ब्यूरो)।जिन लोगों ने अभी तक लापरवाही के चलते अपने वाहनों में एचएसआरपी यानी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगवाई है, उनके लिए बुरी खबर है। अब वह आरटीओ में वाहन से संबंधित कोई काम जैसे रिन्यूवल, फिटनेस, पॉल्यूशन, बीमा आदि नहीं करा सकेंगे। अधिकारियों का कहना है कि अभी तक लोग एचएसआरपी बुक कराकर उसकी रसीद दिखाकर ये काम करवा लेते थे लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। ऐसा करने से लोगों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने में तेजी आएगी।
काफी धीमा चल रहा है काम
आंकड़ों के मुताबिक जिले में मौजूद 15 लाख वाहनों में एचएसआरपी प्लेट लगाई जानी है लेकिन अभी तक आठ लाख से अधिक वाहन इस नंबर प्लेट से महरूम है। प्रगति धीमी होने की वजह स पहले से ही विभाग आपत्ति दर्ज करा रहा था। अक्सर यह भी देखने में आया कि लोग एचएसआरपी की बुकिंग रसीद दिखाकर वाहन से जुड़े दूसरे काम करवा लेते थे। बाद में पता चलता था कि इसमें धोखाधड़ी हुई है। यही कारण है कि आरटीओ ने अब बिना एचएसआरपी कोई नही किए जाने जैसा सख्त कदम उठा लिया है।
वापस हो रहे पचास फीसदी वाहन
बता दें कि आरटीओ कार्यालय में प्रतिदिन फिटनेस, रिन्यूवल सहित अन्य कार्यों के लिए सैकड़ों की संख्या में वाहन आते हैं। ऐसे में अब 50 फीसदी वाहनों को रोज वापस किया जा रहा है। अब तक मात्र 40 फीसदी वाहनों में ही एचएसआरपी लग सकी है। जिसके बाद यह कदम उठाया गया है। नवंबर 2021 में कामर्शियल और फरवरी 2023 में निजी वाहनों में हाईसिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने की समय सीमा समाप्त हो चुकी है। जिसके बाद आरटीओ विभाग द्वारा पांच टीमों का गठन किया गया है, जो कि बिना एचएसआरपी प्लेट के वाहनों का चालान करेंगी। यह टीमें रोजाना बड़ी संख्या में ऐसे वाहनों का चालान कर रही हैं।
देना होगा पांच हजार का जुर्माना
नियमानुसार वाहन में अगर हाईसिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगी है तो पहली बार 5 हजार रूपये का जुर्माना किया जाएगा। वहीं दूसरी बार पकड़े जाने पर 10 हजार रूपये जुर्माना करने का प्रावधान है। अधिकारियो की माने तो ऐसा भी देखने में आया कि मई माह में कई वाहनों में एचएसआरपी नही लगा होने के बावजूद भी उन्होंने बुकिंग रसीद दिखाकर फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करवा लिया। बाद में पता चला कि लोगों ने दूसरे वाहनों रसीद को स्कैन कर उसमें वाहन नंबर बदल लिया और धोखाधड़ी से अपना काम करवा लिया। यह भी बता दें कि एचएसआरपी नंबर प्लेट पर क्रोमियम बेस्ड होलोग्राम होता है। यह एक स्टीकर होता है। इस पर वाहन के इंजन और चेचिस नंबर होते हैं। प्रत्येक नंबर प्लेट पर एक तरह का पिन है, जो वाहन से जुड़ेगा। यह पिन एक बार वाहन को पकड़ लेगा तो दोनों ही तरफ से लाक हो जाता है। यही कारण है कि सरकार इस सिस्टम को पूरी तरह स लागू करने में लगी हुई है।एचएसआरपी प्लेट का वाहन में लगा होना अनिवार्य है। अब सिर्फ बुकिंग की रसीद दिखाने से वाहन का कोई काम आरटीओ कार्यालय में नहीं होगा। इस नियम को सख्ती से लागू कर दिया गया है।
प्रतीक मिश्रा, आरआई, आरटीओ विभाग