प्रयागराज ब्यूरो । मानक से अधिक वसूले जा रहे वाटर व हाउस टैक्स एवं पानी और सफाई संग स्ट्रीट लाइट तथा जर्जर सड़कें बनेंगी मुद्दा

क्कक्र्रङ्घ्रत्रक्र्रछ्व: शहर व शहरियों की कई प्रमुख समस्याओं को लेकर आज नगर निगम कार्यकारिणी समिति की बैठक में संग्राम का होना तय है। दोपहर दो बजे से बुलाई गई कार्यकारिणी समिति की बैठक में शहर के कई ज्वलंत व जनहित की समस्याएं हावी रहेंगी। ज्यादातर मेंबर्स सवालों का पुलिंदा तैयार करके खींसे में खोंस चुके हैं। इस पर गौर इन सवालों के पुलिंदे में पब्लिक से जुड़ी करीब छह समस्याएं मुख्य रूप से शामिल की गई हैं। भीतर ही भीतर बनाए गए प्लान की कानाफूसी पर गौर फरमाएं तो बैठक में इन सवालों का सदस्यों द्वारा उठाया जाना करीब तय है। यदि ऐसा हुआ तो मीटिंग में मौजूद नगर निगम के अधिकारियों की घिग्घी का बंध जाएगी। क्योंकि जिन समस्याओं को लेकर यहां सवाल उठाए जाने की तैयारी है, उनके निस्तारण की जिम्मेदारी इन्हीं अफसरों के कंधों पर है। कुछ सदस्यों का मानना है कि जिम्मेदारी होने के बावजूद अफसर मानकों की अनदेखी कर रहे हैं।

वाटर व हाउस टैक्स का मुद्दा होगा गर्म

नगर निगम कार्यकारिणी समिति की बैठक का टाइम सेट होते ही सभी मेंबर शहर की समस्याओं से जुड़ी अपनी फाइल तैयार कर चुके हैं। कुछ पार्षद सदस्यों की मानें तो बैठक में पहले एजेंडे पर चर्चा होगी। इसके बाद पिछली बैठक में तय किए गए कार्यों के इम्प्लीमेंट पर बात शुरू की जाएगी। अल्लापुर भारजद्वाज पुरम के पार्षद व कार्यकारिणी सदस्य शिवसेवक सिंह खुलकर बोले। कहना है कि कार्यकारिणी में कई ऐसे कार्य हैं जिनपर नगर निगम के जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे। कहते हैं कि उनका पहला प्रमुख मुद्दा वाटर व हाउस टैक्स एवं जल समस्या होगी। उनके मुताबिक पब्लिक से साढ़े 12 प्रतिशत वाटर टैक्स लिए जाने का प्राविधान है। सारे टैक्स जोड़कर नगर निगम शहरियों से कुल 32 प्रतिशत ही टैक्स ले सकता है। बावजूद इसके यह टैक्स कई गुना अधिक वसूला जा रहा है। साथ ही पिछली कार्यकारिणी व सदन की बैठक में जीआईएस सर्वे पर आपत्ति के निस्तारण की समय सीमा फिक्स की गई थी। जिसमें यह तय हुआ था कि आपत्ति प्राप्त होने के बाद तीन दिन में निस्तारित करके विभाग बिल जेनरेट कर देगा। मगर, इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।

फिर अफसरों को देना होगा इनका जवाब

शहर के दर्जनों ऐसे मोहल्ले हैं जहां वाटर सप्लाई का फोर्स काफी धीमा है, जिससे टुल्लू चलाने के बाद भी लोगों के दूसरे व तीसरे फ्लोर पर पानी नहीं चढ़ पा रहा। बैठक में यह समस्या भी प्रमुखता से कुछ सदस्य उठाएंगे।

इसी के साथ सिटी के अंदर नाला और अन्य सफाई व्यवस्थाओं पर भी सवाल उठाया जाएगा। सफाई सही से नहीं होने के कारण शहर में डेंगू मच्छरों के प्रकोप पर भी बैठक में हंगामा हो सकता है।

कहा जा रहा है कि कार्यकारिणी बैठक में स्ट्रीट लाइट का मुद्दा भी उठेगा। क्योंकि पिछली कार्यकारिणी व सदन में इसे लेकर हंगामा होने के बावजूद स्थिति में कंपनियां सुधार नहीं कर पाई हैं।

बारिश खत्म होने के बाद शहर में नगर निगम की दर्जनों सड़कें जर्जर हो गई हैं, जिसका मेंटिनेंस कार्य अब तक नगर निगम शुरू नहीं करा सका है। जिससे आवागमन में लोग परेशान हो रहे हैं।

इतना ही नहीं, शहर में फैल रहे डेंगू को देखते हुए हर मोहल्ले में बदतर फागिंग की स्थिति भी इस बैठक में सवाल और मुद्दा बन सकता है, यदि ऐसा हुआ तो अफसर सदस्यों के सवालों का जवाब नहीं दे सकेंगे।