प्रयागराज ब्यूरो । 15 अप्रैल को हत्या के बाद कर दिया था सरेंडर, अब तीन जुलाई को होगी मामले में सुनवाई

मोती लाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय (काल्विन) में माफिया अतीक और अशरफ की हत्या करने के आरोपितों की न्यायिक अभिरक्षा 14 दिनों के लिए फिर बढ़ गई है। मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंङ्क्षसग के माध्यम से प्रतापगढ़ जेल में बंद शूटर सनी ङ्क्षसह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्या को कोर्ट में पेश किया गया। इसके बाद प्रभारी सीजेएम मुकेश कुमार यादव ने न्यायिक अभिरक्षा बढ़ाते हुए सुनवाई के लिए तीन जुलाई की तिथि नियत की है। इससे पहले भी कोर्ट की ओर से अभियुक्तों की अभिरक्षा कई बार बढ़ाई जा चुकी है।

15 अप्रैल रात शूटरों ने पुलिस अभिरक्षा में मौजूद में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने तीनों आरोपितों को अस्पताल में ही दबोच लिया था। पूछताछ में तब पता चला था कि लवलेश बांजमानत की तो अभी कोई गुंजाइश नजर नहीं आती

वीडियो कांफ्रेंङ्क्षसग के जरिए प्रतापगढ़ जेल से पेश किये गये तीनो शूटर

15 अप्रैल को हत्या के बाद कर दिया था सरेंडर, अब तीन जुलाई को होगी मामले में सुनवाई

मोती लाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय (काल्विन) में माफिया अतीक और अशरफ की हत्या करने के आरोपितों की न्यायिक अभिरक्षा 14 दिनों के लिए फिर बढ़ गई है। मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंङ्क्षसग के माध्यम से प्रतापगढ़ जेल में बंद शूटर सनी ङ्क्षसह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्या को कोर्ट में पेश किया गया। इसके बाद प्रभारी सीजेएम मुकेश कुमार यादव ने न्यायिक अभिरक्षा बढ़ाते हुए सुनवाई के लिए तीन जुलाई की तिथि नियत की है। इससे पहले भी कोर्ट की ओर से अभियुक्तों की अभिरक्षा कई बार बढ़ाई जा चुकी है।

शाहगंज थाने में दर्ज है मुकदमा

15 अप्रैल रात शूटरों ने पुलिस अभिरक्षा में मौजूद में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने तीनों आरोपितों को अस्पताल में ही दबोच लिया था। पूछताछ में तब पता चला था कि लवलेश बांदा, सनी ङ्क्षसह हमीरपुर और अरुण मौर्य कासगंज का रहने वाला है। उन्होंने अपना नाम कमाने के लिए दोनों भाईयों की हत्या की है। अभियुक्तों के कब्जे से तुर्किए निर्मित जिगाना, गिरसान और एक कंट्री मेड पिस्टल बरामद हुई थी। इंस्पेक्टर धूमनगंज राजेश मौर्य की तहरीर पर शाहगंज थाने में तीनों के खिलाफ हत्या का मुकदमा लिखा गया था। मुकदमे की विवेचना के लिए तीन सदस्यीय एसआइटी गठित की गई है। पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ के दौरान सनी ने बताया कि दिल्ली के गोगी गैंग ने सनी ङ्क्षसह को विदेशी पिस्टल रखने के लिए दिया था, लेकिन गोगी की हत्या के बाद पिस्टल लेकर अपने घर भाग निकला। जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी गुलाब चंद्र अग्रहरि ने बताया कि अभियुक्तों की न्यायिक अभिरक्षा बढ़ाई गई है। अगली सुनवाई तीन जुलाई को होगी। दा, सनी ङ्क्षसह हमीरपुर और अरुण मौर्य कासगंज का रहने वाला है। उन्होंने अपना नाम कमाने के लिए दोनों भाईयों की हत्या की है। अभियुक्तों के कब्जे से तुर्किए निर्मित जिगाना, गिरसान और एक कंट्री मेड पिस्टल बरामद हुई थी। इंस्पेक्टर धूमनगंज राजेश मौर्य की तहरीर पर शाहगंज थाने में तीनों के खिलाफ हत्या का मुकदमा लिखा गया था। मुकदमे की विवेचना के लिए तीन सदस्यीय एसआइटी गठित की गई है। पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ के दौरान सनी ने बताया कि दिल्ली के गोगी गैंग ने सनी ङ्क्षसह को विदेशी पिस्टल रखने के लिए दिया था, लेकिन गोगी की हत्या के बाद पिस्टल लेकर अपने घर भाग निकला। जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी गुलाब चंद्र अग्रहरि ने बताया कि अभियुक्तों की न्यायिक अभिरक्षा बढ़ाई गई है। अगली सुनवाई तीन जुलाई को होगी।