प्रयागराज ब्यूरो । शहरवासियों के लिए जाम की समस्या अब नासूर बन गई है। मुख्य सड़कों पर लगातार जाम की समस्या से निजात नहीं मिल पा रही है। प्रतिदिन जाम की समस्या से लोगों को जूझना पड़ा रहा है। सड़क किनारे अतिक्रमण व आड़े-तिरछा वाहनों के खड़े होने से यह समस्या और विकराल हो जाती है। मिनटों के सफर में घंटों लग जाते है। अब घर निकलने से पहले लोग इस पर चर्चा करते हैं कि आखिर किस टाइम पर किस साधन का इस्तेमाल किया जाये ताकि वह गंतव्य तक आसानी से पहुंच सके। शहर में जाम की समस्याओं पर दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने कैंपेन की शुरुआत की है। ताकि यह पता लगाया जा सके कि आखिर किन सड़कों पर किस साधन के इस्तेमाल से यातायात सुगम हो सकती है। पहने दिन हाईकोर्ट फ्लाईओवर से मुंडेरा मंडी तक का सफर तय किया गया। यहां बाइक से भी सफर मुश्किल रहा। कार व बाइक की टाइम लगभग सेम रही। आइये आपको बताते आखिर कहां? और क्या? चीज की दिक्कत आई।

बाइक और कार से दूरी में चार मिनट का
का अंतर
दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की टीम ने दोपहर के समय हाईकोर्ट फ्लाईओवर के पास से लेकर मुंडेरा मंडी तक की दूरी तय करने का फैसला किया।

यह दूरी लगभग पांच किलोमीटर तक की थी। एक रिपोर्टर कार चला रहा था तो साथी बाइक पर सवार था।
हाईकोर्ट फ्लाईओवर के पास से जैसे ही चलना शुरू किया गया तो चौफटका मंदिर तक बिल्कुल क्लियर ट्रैफिक मिली। एपीएस स्कूल के पास पहुंचते ही जाम मिला।
आगे बढऩे पर फिर से ट्रैफिक क्लियर मिली। कुछ दूर बाद महिला ग्राम के पास भीड़ मिली।
वहां ट्रैफिक के जवान गाडिय़ों को रोक कर चेक कर रहे थे। उसके बाद थोड़ा बहुत जाम नेहरू पार्क मोड के पास मिला।

कुछ दूर बढ़ते ही अमितदीप व वी-मार्ट मॉल और एसबीआई बैंक के पास भीषण जाम मिला।
यहां जाम के बीच दर्जनों की संख्या में भैंस की लंबी लाइन लगी थी। जिसके चलते ट्रैफिक मूवमेंट बिल्कुल स्लो था।
इसके बाद शेरवानी मोड के पास भी मिला। उसके बाद सुलेम सराय बाजार में भी जाम मिला।
डेढ किलोमीटर बढऩे पर प्रीतम नगर मोड और उसके आगे हरवारा मोड पर भी मिला। उसके बाद कुछ जाम ट्रांसपोर्ट नगर इमली पेड़ के पास मिला।

यह पांच किलोमीटर की दूरी कार से 39 मिनट और बाइक से 35 मिनट में तय हुआ। दोनों के बीच मात्र चार मिनट का अंतर रहा।

रिस्क भरा सफर भी
इस मार्ग पर चलना भी रिस्क भरा है। क्योंकि हर पांच सौ मीटर पर एक छोटा सा कट लोगों ने अपने सुविधा अनुसार बना लिए है। जिसके चलते पता नहीं कौन? कब? कहा? से आ जाये, कोई भरोसा नहीं। यह ही नहीं, हर दुकान के बाहर कार व बाइक किस तरह से खड़ा था कि लोगों की रफ्तार दस से पंद्रह की रही। तेज चलाते ही कोई न कोई कट से निकल सामने आ जाता। वहीं इस रूट पर फ्री ट्रैफिक समय में मात्र 14 से 16 मिनट भी नहीं लगता है। शाम के समय बुरी स्थिति है।

प्रयागराज कॉलिंग
आप भी अपने सुझाव व शहर में मुश्किल सफर भरे मार्गों के बारे में मैसेज व कॉल करके पता सकते है। ऐसा कौन सा मार्ग है जहां ट्रैफिक व्यावस्था अचानक से धड़ाम हो जाती है।
८९४८००१५५५

सुझाव प्वाइंट
- सुबह के समय नौ से 11 बाइक से चलना पंसद करें
- दोपहर में स्कूल की छुट्टी के समय बाइक से चलना पंसद करें
- शाम को मार्केट टाइम पर इस रूट से गुजरने से बचें

सिपाही है फिर भी प्लान चौपट
दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट के रियलिटी में एक और चीज निकलकर सामने आई। शेरवानी मोड पर कई ट्रैफिक के जवान तैनात है। फिर भी इस मोड पर जाम लगता है। ट्रैफिक के जवान प्रतीम नगर मोड पर भी तैनात रहते है। ट्रांसपोर्ट नगर इमली पेड़ के पास भी ट्रैफिक के जवान तैनात रहते है। तब यह आलम है।