प्रयागराज (ब्यूरो)। आपके हाथ में नकली नोट तो नहीं। क्योंकि ऐसा हो रहा है। और तो और बैंक कर्मी भी नकली नोट नहीं पहचान पा रहे हैं। ऐसे में चलन में मौजूद नकली नोटों को आम शख्स के लिए पहचान पाना वाकई में टेढ़ी खीर है, जबकि आरबीआई के अफसर ने तीन अलग अलग थाने में नकली नोट मिलने को लेकर एफआईआर दर्ज कराई है। अब जबकि बैंकों तक नकली नोट पहुंच जा रहे हैं तो फिर आम शख्स के साथ नकली नोट का काला खेल हो जाना बहुत मुश्किल बात नहीं है। ऐसे में लेनदेन में सावधानी बरतने की जरुरत है। वरना गाढ़ी कमाई नकली नोट में तब्दील हो सकती है। वह भी तब जब लेनदेन अनजान शख्स से हो।
1- सिविल लाइंस थाने में एक केस दर्ज हुआ। जिसे आरबीआई कानपुर के अफसर आईपीएस गहलौत ने दर्ज कराया। तहरीर में बताया गया कि इंडियन बैंक सिविल लाइंस ब्रांच ने मार्च में जो करेंसी आरबीआई खजाने में भेजी गई थी, उसमें दो हजार रुपये के छह नोट नकली पाए गए हैं। इस तहरीर के आधार पर सिविल लाइंस पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। पुलिस की जांच जारी है।
2-कर्नलगंज थाने में भी नकली नोट का मामला दर्ज किया गया। यहां पर भी आरबीआई कानपुर के अफसर आईपीएस गहलौत ने तहरीर दी। तहरीर में बताया एसबीआई की तरफ से आरबीआई खजाने में जमा कराई गई करेंसी में दो हजार के पांच नोट नकली पाए गए हैं। तहरीर के साथ नकली नोट भी पुलिस को उपलब्ध कराई गई। पुलिस ने तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच शुरू है।
3- इसी तरह नकली नोट का एक केस खुल्दाबाद थाने में दर्ज कराया गया। यहां पर भी आरबीआई के अफसर आईपीएस गहलौत ने एक तहरीर दी। तहरीर में बताया कि खुल्दाबाद स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की ब्रांच से फरवरी में जो करेंसी आरबीआई कानपुर को भेजी गई, उसमें दो हजार के पांच नोट नकली पाए गए हैं। पुलिस ने तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। पुलिस नकली नोट लेकर उसकी जांच पड़ताल करवा रही है।
प्रयागराज में है नकली नोट का कारोबार
प्रयागराज नकली नोटों के कारोबार का लेकर चर्चा में रहा है। यह मामला सात नवंबर 2022 का है। एसटीएफ ने मांडा के हेमपुरगांव के उमाशंकर बिंद और रामबाबू बिंद को एक लाख 95 हजार रुपये के नकली नोट के साथ पकड़ा था। पूछताछ में दोनों ने बताया कि उन्हें ये नकली नोट पश्चिम बंगाल के सुभाष मंडल और कंचन मंडल ने दिए हैं। दोनों ने साठ हजार रुपये के बदले दो लाख के नकली नोट दिए। इस मामले में गिरोह के सरगना सुभाष मंडल और कंचन मंडल को भी गिरफ्तार किया गया था।
मालदा से आती है नकली नोट
बंग्लादेश के बार्डर पर पश्चिम बंगाल का जिला है मालदा। एसटीएफ ने जब सुभाष मंडल और कंचन मंडल को पकड़ा तो पता चला कि दोनों मालदा से नकली नोट की सप्लाई करते हैं। दोनों ने मालदा को नकली नोटों की मंडी बताया था।
कैसे पहचाने असली नोट
- नोट की सामने की तरफ बाईं ओर नीचे दी गई पट्टी पर दो रंग में धनराशि लिखी होती है।
- पट्टी पर धनराशि अंक की लेटेंट इमेज छपी होती है। जिसे नोट को ऊपर की ओर झुकाने पर देखा जा सकता है।
- नोट पर देवनागरी लिपि में धनराशि लिखी होती है।
- नोट में महात्मा गांधी का चित्र अंकित रहता है।
- गांधी के चित्र पर माइक्रो लेटर्स में भारत और इंडिया लिखा रहता है।
- नोट को झुकाने पर रंग हरे से नीला हो जाता है।
- आरबीआई गवर्नर के हस्ताक्षर के नीचे और गांधी के चित्र के दाईं तरफ आरबीआई का लोगो रहता है।
- नोट के दाईं ओर दिए गए व्हाइट स्पेस में गांधी का पोट्रेट और इलेक्ट्रोटाइप वाटरमार्क होता है।
- नोट के ऊपर बाईं तरफ और नीचे दाईं तरफ बढ़ते हुए फॉन्ट साइज में अंकों वाला नंबर पैनल होता है।
- दाईं तरफ उसी व्हाइट स्पेस में सिंबल के साथ कलर चेंजिंग इंक से धनराशि अंकित रहती है।
- नोट के दाहिनी तरफ अशोक स्तंभ अंकित रहता है।
- गांधी के पोट्रेट, अशोक स्तंभ और उसके बिल्कुल ऊपर काले गोले में अंकित धनराशि को थोड़ा उभरा हुआ रखा गया है, ताकि देख न सकने वाले लोग इसे छूकर पहचान सकें।
आरबीआई कानपुर के अफसर की तरफ नकली नोटों को लेकर एक तहरीर दी गई। तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया गया है। तहरीर में बताया गया कि बैंक आफ बड़ौदा खुल्दाबाद से फरवरी में भेजे गई करेंसी में नकली नोट मिली है। मामले की जांच की जा रही है।
सुरेंद्र कुमार वर्मा, इंस्पेक्टर खुल्दाबाद
नकली नोट मिले तो क्या करें
- एटीएम से नकली नोट मिलने पर तुरंत उसे एटीएम में लगे सीसीटीवी के सामने दिखाएं।
- एटीएम पर मौजूद गार्ड को बताएं।
- एटीएम से संबंधित बैंक की नजदीकी शाखा में शिकायत करें।
- आपसी लेनदेन में नकली नोट मिलने पर पुलिस से संबंधित की शिकायत करें।
- अपरिचित से मिले नकली नोट को चलाने का प्रयास न करें, वरना पकड़े जाने पर केस दर्ज हो सकता है।
- बैंक के कैश काउंटर से नकली नोट मिलने पर तत्काल वहीं शिकायत करें।