प्रयागराज (ब्‍यूरो)। पिछले साल जिन एरिया में मलेरिया और डेंगू के अधिक मरीज मिलने थे, वहां पर प्रायरिटी पर टीमों को भेजा जा रहा है। कुल 16 टीमों का गठन किया गया। यह लोग घरों में जाकर लोगों को मच्छरों से बचाव के तरीके बता रहे हैं। उप्र सरकार द्वारा पहली बार डेंगू व मलेरिया का सीजन आने से पहले लोगों को जागरुक करने के लिए अभियान चलाया गया है जो 30 अप्रैल तक चलेगा। अधिकारियों का कहना है कि जिन स्थानों पर टीमें जा रही हैं वहां अभी से मच्छरों के पनपने के सोर्स मिल रहे हैं। इनको हटाया जा रहा है। प्लास्टिक, टायर और कंटेनर आदि में पानी भरा हुआ मिल रहा है। कई घरों के आसपास गड्ढों में भी पानी का भराव मिला है जो कि खतरनाक हो सकता है। खासकर कछारी एरिया में सबसे ज्यादा संक्रमण फैलने की उम्मीद रहती है। इसलिए यहां ज्यादा फोकस किया जा रहा है।

होगी रोगों की जांच
इसके अलावा 15 अप्रैल से दस्तक अभियान की शुुरुआत भी की जा रही है। इसमे टीमें घर-घर जाकर बुखार के रोगियों का पता लगाएंगी। मिलने के बाद इनकी जांच की जाएगी। दिमागी बुखार, कोरोना, मलेरिया, टाइफाइड आदि रोगों की लक्षण मिलने पर मरीजो को नजदीक के अस्पताल में भेजकर जांच और इलाज कराया जाएगा। दस्तक अभियान की तैयारियां स्वास्थ्य विभाग ने पूरी कर ली है।

उप्र सरकार ने पहली बार यह प्रयोग किया है और इसका लाभ अवश्य ही मिलेगा। इससे संक्रामक रोगों के फैलने से रोका जा सकेगा। लोगों को जागरुक किया जा रहा है। किसी तरह की लापरवाही बीमार बना सकती है।
आनंद सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी प्रयागराज