-साफ्ॅटवेयर तो तैयार लेकिन लोगों का नाम नहीं आता

-टोकन नंबर तो जेनरेट होता है लेकिन निस्तारण नहीं

-सैकड़ों कम्प्लेंट्स हैं पेंडिंग

ALLAHABAD: इलाहाबाद को स्मार्ट सिटी बनाने जा रहे नगर निगम ने स्मार्ट सर्विस के लिए कम्प्लेन साइट लांच किया है ताकि पब्लिक को नगर निगम का चक्कर न लगाना पड़े और प्रॉब्लम का सॉल्यूशन हो जाए। लेकिन साइट पर कम्प्लेन करने के बाद भी पेंडिंग है। वहीं, नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि 24 घंटे में गार्बेज से संबंधित शिकायतों का निस्तारण किया जा रहा है। कुछ मामलों को छोड़ दिया जाए तो गार्बेज से संबंधित शिकायतें पेंडिंग में नहीं हैं, वहीं हकीकत कुछ और है

कम्प्लेन के बाद भी पड़ा है कचरे का ढेर

सिटी के मोहत्सिमगंज मोहल्ले के रहने वाले रॉबिन सिंह का परिवार गंदगी और कचरे के ढेर से परेशान रहता है। घर के बाहर ढेर लगा रहता है और नगर निगम कर्मचारी सफाई करने नहीं आते। रॉबिन सिंह ने प्रॉब्लम के सॉल्यूशन के लिए नगर निगम की वेबसाइट पर ऑनलाइन शिकायत की। शिकायत करने पर रॉबिन को डॉकेट नंबर तो मिल गया, लेकिन नगर निगम का कोई कर्मचारी कचरा उठाने नहीं आया। एक बार कम्प्लेन करने के बाद क्विक रिस्पांस न मिलने पर रॉबिन ने एक महीने में एक नहीं बल्कि आधा दर्जन से अधिक कम्प्लेन कीं। फिर भी कोई रिस्पांस नहीं मिला।

खोखले दावे हैं निगम के

नगर निगम का दावा है कि साइट पर ऑनलाइन कम्प्लेन करने पर 24 घंटे में निस्तारण हो जाएगा, लेकिन एक महीने बाद भी मोहत्सिमगंज के रॉबिन की कम्प्लेन है अनिस्तारित। नगर निगम की साइट ही बता रही है असलियत

डॉकेट नंबर- 15845- अनिस्तारित

डॉकेट नंबर- 15930- अनिस्तारित

डॉकेट नंबर- 15812- अनिस्तारित

डॉकेट नंबर- 15940- अनिस्तारित

डॉकेट नंबर- 15955- अनिस्तारित

नोट- ये वो डॉकेट नंबर हैं, जो रॉबिन सिंह को कम्प्लेन करने के बाद मिले हैं।

अकेले नहीं हैं रॉबिन सिंह

कम्प्लेन करने के बाद भी प्रॉब्लम का साल्यूशन न होने से परेशान होने वालों में रॉबिन सिंह अकेले नहीं हैं। सिटी में ऐसे सैकड़ों रॉबिन सिंह जैसे लोग हैं, जो कम्प्लेन तो करते हैं, लेकिन कोई एक्शन नहीं होता है। नगर निगम में ऐसा ही चलता है, सोच कर पब्लिक भी कुछ नहीं करती है।

ये है नगर निगम की कम्प्लेन साइट

www.aldnnpgrs.in

यहां पब्लिक कर सकती है सफाई, पेयजल और सीवर, सड़क-नाली-पुलिया की मरम्मत, मार्ग प्रकाश, अतिक्रमण से संबंधित शिकायत।

ऐसे होगी कम्प्लेन-

साइट पर लॉगइन करने के बाद सामने आ जाएगी समस्याओं की श्रेणी

- जिस श्रेणी की होगी समस्या उसे आपको होगा चुनना

- श्रेणी सेलेक्ट करने के बाद एक पेज खुलेगा जिसमें आपको अपना नाम, मोबाइल नंबर, पता और प्रॉब्लम लिखना होगा। फिर सबमिट करना होगा।

- सबमिट करते ही मोबाइल पर डॉकेट नंबर मिल जाएगा।

- डॉकेट नंबर डालकर आप जान सकते हैं अपने कम्प्लेन का स्टेटस

नगर निगम का है दावा

-साइट पर गार्बेज से संबंधित कम्प्लेन का निस्तारण करने के लिए निर्धारित है ख्ब् घंटे का समय

-पेयजल और सीवर से संबंधित प्रॉब्लम के सॉल्यूशन के लिए निर्धारित है एक सप्ताह से क्0 दिन का समय

-सड़क-नाली-पुलिया की मरम्मत के लिए क्भ् दिन से एक महीने का लग सकता है समय

वर्जन-

नगर निगम की साइट पर की गई कम्प्लेन पेंडिंग में रह जाए। ऐसा नहीं हो सकता है। क्योंकि हर तरह की शिकायत को सॉल्व करने का अलग-अलग समय निर्धारित है। गार्बेज की समस्या के लिए ख्ब् घंटे का समय डिसाइड है। सीवर से जुड़ी समस्या के लिए क्0-क्भ् दिन या ज्यादा भी लग जाता है। लेकिन केवल गंदगी और कूड़ा न उठने की शिकायतें पेंडिंग में नहीं रहतीं।

मणि शंकर त्रिपाठी

आईटी ऑफिसर, नगर निगम, इलाहाबाद