- शहर में लगातार बढ़ रहे डेंगू के मरीज, नगर निगम के संसाधन पड़ रहे कम
- शहर में सौ वार्ड, निगम के पास महज 212 हैण्ड स्प्रे और 135 साइकिल मशीनें, 30 प्रतिशत वर्किंग मोड में नहीं
प्रयागराज (ब्यूरो)। शहर की घनी आबादी और क्षेत्रफल को देखते हुये नगर निगम ने फागिंग कराने के लिए 08 बड़ी मशीन मंगाई थी। उनमें बड़ी मशीन जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध करायी गयी। सूत्रों की माने तो तीन मशीन वर्किंग में नहीं है। अन्य बची मशीनों से रोटेशन के अनुसार वार्डों में फागिंग कराई जा रही है। नगर निगम के रिकॉर्ड अनुसार 135 साइकिल माउंटेड मशीन है। सौ वार्ड में 143 कर्मचारी फॉगिंग कार्य में तैनात है। 212 हैण्ड स्प्रे मशीन, 20 व्हीकल माउंटेड और एंटी लार्वा कार्य हेतु 352 कर्मचारी तैनात है। जबकि हकीकत में कुछ और ही है। रोजाना 78 साइकिल मशीन ही कार्य कर रहा है। हैण्ड स्प्रे भी बीस प्रतिशत खराब है। इस काम में लगे 35 से 40 बुखार से पीडि़त है। जो बेड रेस्ट पर है। दबी जुबान एक कर्मचारी ने बताया कि वह कई वर्षों से काम कर रहा है। एक-एक स्टाफ को जानता हूं, काफी कर्मचारी बुखार से पीडि़त है। छुट्टी नहीं मिलने पर दवा खाकर नौकरी कर रहे है। खुलकर बोलने व छुट्टी मांगने पर अफसर चढ़ बैठते है।
हो रही सिर्फ खानापूर्ति
एक तरफ नगर निगम के पास संसाधन है। उसमें से कुछ काम ही नहीं कर रहे है। स्टाफ तक बीमार है। जो कर्मचारी है। उनको देव दीपावली की तैयारियों में लगाया गया है। इसकी वजह से फॉगिंग के कार्य में काफी प्रयास के बाद भी तेजी नहीं आ पा रही है। सच पूछे तो इस समय फागिंग के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। यही वजह है कि नगर में डेंगू व मलेरिया के मच्छरों की संख्या लगातार बढ़ रही है और उसी के सापेक्ष मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।
कम मिलती है दवा
बड़ी फॉगिंग मशीन को डेली 50 लीटर 7 लीटर पेट्रोल व 850 मिली लीटर दवा दी जाती है। शहर में वार्डों का दायरा काफी बड़ा है। इस वजह से ये दवा आधा वार्ड को भी कवर नहीं कर पाती और पहले ही खत्म हो जाती है। नाम न छापने की शर्त पर निगम के कर्मचारी बताते है कि यदि भरपुर दवा मिले तो कम मशीनों से भी पूरे नगर को कवर किया जा सकता है। साइकिल फागिंग मशीन को रोज क्षेत्र में फागिंग के लिए पांच लीटर डीजल एक लीटर पेट्रोल व 35 मिली लीटर दवा मिलती है। दवा कम होने के कारण वे जैसे ही फागिंग शुरू करते है, थोरू़ी दूर तक जाते ही दवा समाप्त हो जाती है। इस समस्या को कोई सुनने वाला नहीं है।
यह लगा डाटा हाथ
नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के पास मिले डाटा के अनुसार दस वॉटर लॉगिंग स्थन को चिन्हित किया गया है। जो गंगा नगर राजापुर, बाघम्बरी रोड, खरकौनी, माध्वज्ञान केंद्र, किशोरी लाल डिग्री कॉलेज नैनी, मड़ौका रोड, उत्तरी लोकपुर, पीपल गांव, मयूर विहार कॉलोनी और नियर झलवा तालाब है। इसमें से अब तक मात्र बाघम्बरी रोड के पास वाला समाप्त किया है। अभी भी नौ शेष है।
शहर में तेजी से फैल रहे डेंगू को देखते हुए नगर आयुक्त के निर्देश पर फागिंग का अभियान जारी है। रोजाना क्षेत्र, मलिन बस्ती, स्कूल, अस्पताल, कार्यालय, व अन्य जगहों पर छिड़काव कराया जा रहा है।
उत्तम कुमार वर्मा, एनवायरमेंट अफसर
नगर निगम का दावा
253 क्षेत्रों में कराये गये फागिंग
35 मलिन बस्ती तक में हो चुका है फागिंग
34 स्कूलों में कराया जा चुका फागिंग
40 अस्पतालों में कराया जा चुका फागिंग
12 हॉट स्पॉट बनाया गया
485 क्षेत्रों में एंटी लार्वा का छिड़काव
35 मलिन बस्ती में एंटी लार्वा का छिड़काव
34 स्कूलों में एंटी लार्वा का छिड़काव
40 अस्पतालों में एंटी लार्वा का छिड़काव
49 कार्यालय में एंटी लार्वा का छिड़काव
12 हॉट स्पॉट पर एंटी लार्वा का छिड़काव
आईईसी एक्टिविटी
3 वीएमडी दारागंज, बाघम्बरी, हाउसिंग स्कीम, अलोपीबाग
110 पीए सिस्टम टिपर में लगा है, डेंगू जिंगल के साथ
3 नगर निगम प्रचार वाहन प्रयागघाट, भारद्वाजपुरम, पुरा पड़ाईन
110 डीटीडीसी वाहन वार्ड की गाड़ी एवं बीडब्लूजी
5 नुक्कड़ नाटक लूकरगंज, हिम्मतगंज, चक भटाई, नैनी अवन्किा कॉलोनी
10 वार्ड समिति की बैठक मु_ीगंज, दरियाबाद, बाई का बाग, कर्नलगंज, फाफामऊ, राजापुर, म्योराबाद, मम्फोर्डगंज, गंगा नगर और नया कटरा