फिर छात्रसंघ उद्घाटन समारोह को लेकर मचा बवेला
ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ भवन पर गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यक्रम का विरोध कर रहे छात्रसंघ के महामंत्री निर्भय कुमार द्विवेदी पुत्र दिनेश कुमार द्विवेदी की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इनमें अभिषेक यादव व उनके साथी, सतीश यादव उर्फ गोलू, शिवबली यादव उर्फ सीबी और हमजा उर्फ साहिल हैं। इनपर धारा 147, 148, 149, 352, 504, 506 एवं 392 के तहत रिपोर्ट दर्ज की गयी है।
14 फरवरी को है कार्यक्रम
गौरतलब है कि इविवि छात्रसंघ में शामिल पदाधिकारियों (समाजवादी छात्रसभा के) ने आगामी 14 फरवरी को छात्रसंघ उद्घाटन समारोह की घोषणा की है। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बुलाया गया है। इसके बाद अभाविप ने इस कार्यक्रम का विरोध किया है। निर्भय कुमार द्विवेदी छात्रसंघ महामंत्री (एबीवीपी) के नेतृत्व में छात्रसंघ भवन पर बुद्धि-शुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया। इसमें आनंद सिंह निक्कू, रजनीश रिशु, रुद्र, नीरज प्रताप सिंह, भारत सिंह, अमित तिवारी, उत्कर्ष ठाकुर, अभिषेक तिवारी, आशीष पाल, संदीप पटेल, सूरज तिवारी आदि शामिल रहे।
छात्रसभा ने नहीं किया प्रदर्शन का विरोध
उधर, समाजवादी छात्रसभा की एक बैठक हुई। इसमें कहा गया कि छात्रसंघ चुनाव में छात्रसभा की बड़ी जीत हुई। ऐसे में छात्रसंघ के वर्तमान पदाधिकारियों ने उद्घाटन समारोह की योजना बनाई। जिलाध्यक्ष अखिलेश गुप्ता गुड्डू ने कहा कि छात्रसभा एक लोकतांत्रिक संगठन है। ऐसे में अभाविप के पुतला दहन कार्यक्रम का विरोध नहीं किया गया। उन्होंने झगड़े का महौल पैदा करने की निंदा की है। कहा कि 14 फरवरी के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए दृढ़संकल्पित हैं। बैठक में छात्रसंघ अध्यक्ष अवनीश यादव, उपाध्यक्ष चन्द्रशेखर चौधरी, भरत सिंह, अवधेश पटेल, अभिषेक यादव, राघवेन्द्र यादव, अजीत यादव विधायक, अरविन्द सरोज, डीपी यादव आदि शामिल रहे।
तब ऋचा ने योगी को रोक दिया था
गौरतलब है कि इससे पहले पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह के कार्यकाल में भी छात्रसंघ उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया था। तब ऋचा को छोड़कर बाकी छात्रसंघ के पदाधिकारी अभाविप पैनल के थे और उनके द्वारा अखिलेश यादव के शासनकाल में उद्घाटन समारोह की प्लानिंग की गई। लेकिन तत्कालीन छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने तब कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और वर्तमान में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के आने का जमकर विरोध किया था और उन्हें इलाहाबाद की सीमा में दाखिल ही नहीं होने दिया। मौजूदा परिस्थितियां भी कुछ उसी तरह की हैं।
विवि परिसर में किसी भी प्रकार का जुलूस, नारेबाजी, पुतला दहन और अशान्ति फैलाना सर्वथा निषिद्ध है। प्रतिबन्ध को तोड़ने वाले तत्वों के विरूद्ध कठोर अनुशासनात्मक एवं विधिक कार्यवाही की जायेगी।
-प्रो। राम सेवक दुबे, चीफ प्रॉक्टर एयू