प्रयागराज ब्यूरो । एयू के हास्टल्स के हालात ठीक नही हैं। यहां पर अवैध अंत:वासियों का दखल बढ़ता जा रहा है। इस पर रोक लगाने के लिए सोमवार को ताराचंद्र और शताब्दी हास्टल में अभियान चलाया गया। जिसमें विवि प्रशासन के साथ भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद रही। इस दौरान अवैध अंत:वासियों का सामान बाहर निकालकर हास्टल के कमरे खाली कराए गए। सबसे अहम कि लंबे समय से अभियान चलाने की घोषणा होने के बावजूद अवैध अंत:वासी आराम से हास्टल में निवास कर रहे थे।
ताला लगाकर गायब हुए अवैध छात्र
सोमवार को जब विवि प्रशासन और पुलिस फोर्स ताराचंद्र हास्टल पुंहुंचे तो यहां का माहौल कुछ और था। कुल 300 कमरों वाले इस हास्टल में 55 में वैध अंत:वासी थी और बाकी 245 कमरों में ताला लगा था। इसमें अवैध छात्र अपना सामान रखकर ताला लगाकर निकल गए थे। मौके पर सभी कमरों को खाली कराया गया। अवैध अत:वासियों का सामान निकालकर बाहर कर दिया गया। इसके अलावा शताब्दी हास्टल में 84 कमरे हैं और यहां पर 80 कमरों में वैध छात्र मिले, बाकी चार कमरों का ताला खुलवाकर अवैध अंत:वासियों का सामान बाहर निकलवाया गया। वाश आउट के दौरान कमरों को खाली कराया गया।
खराब माहौल को सुधारने के लिए उठाया कदम
छात्रावासों मे हो रही घटनाओं से तंग आ कर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस अभियान को चलाने का निर्णय लिया। छात्रावासों मे आए दिन ऐसी घटनाएं हो रही थी जो यूनिवर्सिटी की छवि को धूमिल कर रही थी। इसी के साथ यूनिवर्सिटी के छात्रावासों में रह रहे अन्य छात्रों के भीतर भय का माहौल व्याप्त हो गया था। वहीं यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पहले ही अपनी मंशा साफ कर दी थी की इन उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा।
छात्रों में मच गई खलबली
दोनों हास्टल में पुलिस फोर्स के पहुंचते ही खलबली मच गई। छात्र पढ़ाई छोड़कर कमरों से बाहर निकल आए। दोनों ओर से हल्का फुल्का तनातनी का माहौल भी रहा। हालांकि कार्रवाई के दौरान कोई अप्रिय घटना नही हुई। मगर भारी मे मात्रा मे पुलिस प्रशासन के होने से छात्रों ने अपना पूरा सहयोग दिया। यही प्रक्रिया केपीयूसी और शताब्दी ब्वॉयज हॉस्टल मे बारी बारी से अपनाई गई। इस दौरान सारे छात्रों को छात्रावासों से बाहर कर दिया गया था। ताकि प्रक्रिया को शांति पूर्ण ढंग से संपन्न कराई जा सके। केपीयूसी हास्टल में सोमवार का कार्रवाई नही हो सकी।
ताला तोड़ खाली कराये कमरे
अवैध अंत: वासियों ने अपना कब्जा कायम रखने के लिए हर संभव प्रयास किया। इसके लिए अवैध अन्ते-वासियों ने अपने कमरों मे ताला लगा दिया था। ताकि उनके कमरों को खाली न कराया जा सके। मगर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इसकी सूचना पहले से छात्रावासों मे रह रहे समस्त छात्रों को दे दी थी। इसके बाद भी कुछ कमरों मे ताला लटकता मिला। जब कमरों का ताला तोड़ा गया तो कमरों से काफी मात्रा में सामान निकला। जिसे यूनिवर्सिटी प्रशासन सारा सामान छात्रावास के कोरीडोर मे रखा दिया गया। यह सारी प्रक्रिया एयू प्रशासन और पुलिस प्रशासन के मौजूदगी संपन्न कराई गई।
वैध छात्रों को खासा परेशानी
अवैध कब्जा हटाने के दौरान वैध छात्रों को खासा समस्या हुई। इस दौरान पूरे छात्रावासों में आपाधापी का माहौल रहा। सारे छात्र अपनी क्लासेज को छोड़ कर इस प्रक्रिया को पूरा करने में यूनिवर्सिटी प्रशासन का सहयोग किया। कई छात्रों के लिए क्लासेज में उपस्थिति होती है। क्योंकि अटेंडेंस के लिए उनको माक्र्स मिलते है और ये मार्कस उनके परीक्षा परिणाम में अहम भूमिका निभाते है। कब्जा हटाओ अभियान के दौरान छात्रों को मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से परेशानी का सामना करना पड़ा।
ये प्रमाण पत्र बताएंगे कि आप है वैध- यूनिवर्सिटी की फीस रसीद
- छात्रावास की फीस रसीद
- आधार कार्ड
- एयू का आई कार्ड
कमरों को खाली कराना आसान नहीं रहा। इसके लिए एक रात पहले से ही तैयारियां की गई। ताकि वॉश आउट की प्रक्रिया सफलता पूर्वक संपन्न की जा सके।
संतोष सिंह
अधीक्षक ताराचंद छात्रावास