प्रयागराज (ब्यूरो)। हंडिया के धौरहरा गांव में राम प्रसाद गिरि की हत्या जमीन के लिए की गई थी। बेरहमी से उसकी हत्या किसी गैर नहीं नहीं की। मौसी के बेटे संग मिल कर घटना को चाचा ने ही अंजाम दिया था। घटना से जुड़ी चौंकाने वाली यह हकीकत शनिवार रात गिरफ्तार किया गया सोनू गिरि ने कबूल किया है। अब इस कत्ल में शामिल तीन और आरोपितों की तलाश पुलिस तेज कर दी है।
घर से बुलाकर ले गए थे कातिल
अपनों के हाथ मौत के घाट उतारा गया राम प्रसाद गिरि धौरहरा गांव का ही निवासी थी। शुक्रवार की शाम वह घर में ही था। इसी बीच चाचा और मौसी के पुत्र सोनू गिरि, सनी गिरि, बल्ले गिरि और लक्ष्मण उसके घर पहुंचे। यह चारों उसे घर से बुला ले गए। चारों अपने थे लिहाजा राम प्रसाद के पास भी उन पर शक करने की कोई वजह नहीं थी। वह उठा और उन लोगों के साथ घर से निकल लिया। गांव के बाहर चाकू से गोद कर उसके बदन को छलनी कर दिए। इस तरह राम प्रसाद की हत्या के बाद बॉडी को चारों मिलकर बोरी में भरकर गांव के पास ही फेक दिए। मामले में मारे गए व्यक्ति के भाई देवी प्रसाद ने चारों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी थी। देर रात पुलिस हंडिया पुलिस ने आरोपित सोनू गिरि को गिरफ्तार किया तो पूरी घटना बेनकाब हो गई। कुछ दिन पहले राम प्रसाद द्वारा बेची गई जमीन को सोनू लेना चाहता था। लेकिन, रामप्रसाद ने जमीन को दूसरे के हाथ बेच दिया था। बस इसी बात को लेकर वह राम प्रसाद से रंजिश रखने लगा। घर से बुलाकर शुक्रवार शाम ले जाने के बाद पहले उसे शराब पिलाया। शराब पिलाने के बाद ही उसकी हत्या की गई।
गिरफ्तार अभियुक्त ने घटना को अंजाम देने की बात कबूल कर ली है। मामले में तीन अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा।
धर्मेंद्र कुमार दुबे, प्रभारी निरीक्षक हंडिया