प्रयागराज (ब्यूरो)।
24 तारीख को पेपर लेकर कंटेनर विकास भवन पहुंचा
25 तारीख को विकास भवन के स्ट्रांग रूम में रखा गया
28 को सेक्टर मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पेपर बांटा गया
18 साल्वर कुल जिले में जगह-जगह से पकड़े गए थे
लगा है कैमरा, तैनात थे सुरक्षा गार्ड
टीईटी का पेपर लीक होने के बाद सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए। गोपनीयता पर भी अंगुलियां उठ रही हैं। सूत्रों की मानें तो शिक्षक पात्रता परीक्षा का पेपर 24 देर रात नवंबर को यहां पहुंचा था। रात में इसलिए भी आया ताकि गोपनीयता बरकरार रहे। बताते हैं कि 25 नवंबर को यह पेपर एडीएम और डीआईओएस व ट्रेजरी सहित अन्य अफसरों की मौजूदगी में स्ट्रांग रूम में रखा गया। स्ट्रांग रूम में कंटेनर से सारे पेपर उतरने के बाद गाड़ी चेक की गई। फिर इन्हीं अफसरों के सामने ही स्ट्रांग रूम को सील कराया गया। सुरक्षा के मद्देनजर दो गार्ड लगाए गए। यहां सीसीटीवी कैमरा पहले से लगा हुआ है। परीक्षा शुरू होने से पूर्व 28 नवंबर को यह पेपर सेक्टर मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में सेंटर पर पहुंचाए गए थे। परीक्षा केंद्र तक पेपर को सुरक्षित पहुंचाने में 63 सेक्टर मजिस्ट्रेट की टीम बनाई गई थी।
पेपर की सुरक्षा के नियम कानून
परीक्षा केंद्र पर पहुंचाया गया पेपर केंद्र व्यवस्था को रिसीव कराने का नियम है
केंद्र व्यवस्थापक को दिए जाने वाले पेपर और ओएमआर शीट शील्ड होने चाहिए
परीक्षा के वक्त केंद्र व्यवस्थापक सब के सामने पेपर कक्ष निरीक्षक को देते हैं
कक्ष निरीक्षक से शील्ड पेपर पाने की बात बाकायदे रिसीव कराने के नियम हैं
नियम है कि शील्ड पेपर लेकर कक्ष निरीक्षक परीक्षार्थियों के सामने जाएं
रूल्स हैं कि परीक्षा हॉल में परीक्षार्थियों के सामने कागज के थैले का शील खोलें
इसके बाद उस शील्ड थैले से पेपर और ओएमआर शीट निकाल कर परीक्षार्थियों को दें
परीक्षा हॉल से लेकर कक्ष निरीक्षक तक के कमरे में सीसीटीवी कैमरे का भी है नियम
जिले में दर्ज हुए हैं चार मुकदमे
शिक्षक पात्रता परीक्षा -2021 के लीक पेपर मामले में जिले से एसटीएफ की तरफ से कुल तीन केस दर्ज कराए गए हैं। इनमें कुल 16 साल्वर व गैंग से जुड़े गुर्गे नामजद किए गए। एसटीएफ की ओर से यह एक मुकदमा नैनी, दूसरा झूंसी और तीसरा शहर के थाना जार्जटाउन में लिखा गया। इन 16 आरोपितों में शंकरगढ़ के करियाखुर्द प्राथमिक विद्यालय का सहायक टीचर सत्यप्रकाश सिंह भी शामिल हैं। हालांकि इस केस में नाम आने के बाद वह सस्पेंड कर दिया गया है। जबकि चौथा मुकदमा धूमनगंज थाने में पुलिस थाना लिखा गया। यह कार्रवाई थाना पुलिस द्वारा दो साल्वर पकड़े जाने के बाद की गई।
शिक्षक पर और कसेगा शिकंजा
एसटीएफ द्वारा पकड़ा गया टीचर सत्य प्रकाश सिंह पर कार्रवाई केवल सस्पेंशन तक ही सीमित नहीं रहने वाली। पुलिस सूत्रों की मानें तो उस पर गैंगेस्टर तक की कार्रवाई हो सकती है। कुछ शिक्षकों का कहना है कि वह जिस केस में पकड़ा गया है वह काफी बड़ा मामला है। इसमें उसकी जल्दी बहाली होना मुश्किल है। संभव है कि उसकी सम्पत्ति पर भी इस गुनाह की गाज गिर पड़े।