प्रयागराज ब्यूरो । आवास विकास कालोनी झूंसी के सेक्टर तीन व चार में बुधवार रात एक खूंखार जानवर घुस आया। उसे देखकर भौंकने पर उसने दो कुत्ते और उसके चार बच्चों पर हमला करके मार डाला। कुत्तों के लगातार भौंकने की आवाज सुनकर कुछ लोगों ने अनहोनी की आशंका जताई। बाहर निकले तो देखा कि एक जानवर कुत्तों पर हमला कर रहा है। उसे भगाने के लिए जब लोगों ने ईंट-पत्थर चलाया तो जानवर उनकी ओर लपक पड़ा। खुद की जान बचाकर लोग घर में घुस गए और अनजान खौफ से परेशान हो उठे।
भेडिय़े का अंदेशा
गुरुवार को सुबह से लेकर शाम तक अज्ञात जानवर की चर्चा कालोनी के लोगों में होती रही। कुछ शख्स ने पीलीभीत में आदमखोर भेडिय़े का जिक्र किया तो वह दहशत में आ गए। हालांकि कुत्तों को शिकार बनाने वाला जानवर कौन सा है, यह साफ नहीं हो सका है। आवास-विकास कालोनी में घनी आबादी है। वहां हर वर्ग के लोग रहते हैं। कालोनी में तमाम कुत्ते इधर-उधर टहलते रहते थे। रात को वह किसी अनजान व्यक्ति या जानवर को देखकर भौंकने लगते थे। बुधवार रात कई कुत्ते और उसके बच्चे अलग-अलग स्थान पर मरे मिले। कुत्तों के शरीर पर गहरे घाव थे और खून भी जमीन पर बिखरा हुआ था। गुरुवार सुबह कालोनी का यह ²श्य देख लोग अचंभित हो गए। उनके बीच चर्चा हुई तो रात की घटना के बारे में बताया जाने लगा।
चमकीली थी आखें
अजीत कुमार ने कहा कि बुधवार आधी रात कुत्तों के भौंकने की आवाज सुनकर जब वह बाहर निकले तो कुत्ता जैसा ही बड़ा जानवर दिखाई दिया। उसकी आंख चमक रही थी। वह लगातार कुत्तों को दौड़ाकर हमला कर रहा था। उन्होंने पत्थर मारकर भगाने का प्रयास किया तो जानवर उन पर हमला करने के लिए लपका। तब वह घर के भीतर चले गए। कालोनी के निवासी ऋषभ का कहना है कि कुत्तों के लगातार भौंकने पर वह डंडा लेकर बाहर निकले। दरवाजे की आवाज सुनकर कुत्ते के बच्चे उनकी तरफ बढ़े तो एक बड़ा जानवर दिखा। वह डंडे से हमला करते इससे पहले ही जानवर ने उन्हें दौड़ा लिया। कमलेश कुमार व महेश प्रसाद ने बताया कि भौंकने की आवाज सुन जब वह बाहर निकले तो देखा एक खूंखार जानवर लगातार कुत्तों के बच्चों पर हमलावर था। पत्थर फेंकने पर जानवर दीवार से सट गया। कालोनी के बाङ्क्षशदों ने इस बारे में किसी को सूचना नहीं दी है।घटना के बारे में जानकारी नहीं है। शुक्रवार सुबह टीम भेजकर इसके बारे में पता लगाया जाएगा। सीसीटीवी फुटेज के जरिए भी जानवर की पहचान की कोशिश की जाएगी।
अशोक कुमार, रेंजर, वन विभाग