प्रयागराज (ब्‍यूरो)। भाई-बहन के साथ शौकिया स्कूल आने वाले बच्चे को स्कूल का स्टॉफ बाहर निकालना ही भूल गया और बाहर से ताला बंद कर दिया। बच्चे का रोना सुनकर लोगों का ध्यान उधर गया तो उन्होंने अपने स्तर पर जतन करके बच्चे को बाहर निकाला। यह प्रकरण प्राथमिक विद्यालय लोहरा का है। बच्चे के स्कूल के बंद होने का स्थानीय लोगों ने वीडियो बना लिया और उसे वायरल कर दिया। इसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग हरकत में आ गया। आनन फानन में बीएसए ने एबीएसए मेजा को प्रकरण की जांच सौंप दी। जांच की रिपोर्ट मिलने पर बीएसए ने प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए स्कूल की सहायक अध्यापिका को सस्पेंड कर दिया है।

रोते बच्चे को ग्रामीणों ने निकाला बाहर
छुट्टी होने के बाद गांव के कुछ ग्रामीण विद्यालय के पास से गुजर रहे थे। ग्रामीणों को विद्यालय के अंदर से किसी बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी। बच्चें की आवाज सुनकर दो ग्रामीण विद्यालय कैंपस में पहुंचे। वहां उन्हें एक मासूम बच्चा रोते हुए दिखा। बच्चा विद्यालय के चैनल के अंदर बंद था और चैनल पर बाहर से ताला लटका हुआ था। दोनों ग्रामीणों ने बच्चे को किसी तरह बहला-फुसलाकर शांत कराया। बाद किसी तरह ताला खोल कर बच्चों को बाहर निकल गया।

शाम को आ गयी जांच रिपोर्ट
सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के लिए एबीएसए मेजा ने प्रकरण की जांच की। उन्होंने जो रिपोर्ट बीएसए को भेजी है उसके मुताबिक स्कूल की इंचार्ज प्रधानाध्यापक स्वाती द्विवेदी कीडयूटी महिला राजकीय पालीटेक्निक रसूलाबाद में लगी है। उनके मुताबिक सहायक अध्यापक जूली कुमारी ने पूछताछ में बताया कि अध्यापक अनामिका सोनकर 28 जून से मातृत्व अवकाश पर हैं। विद्यालय में वह स्वयं, एक शिक्षा मित्र और आंगनबाड़ी सरोज पाल ही थीं। टीचर के अनुसार वह पेड़ रखवा रहीं थीं इसी दौरान रसोइयों ने ताला लगा दिया। एबीएसए की रिपोर्ट के अनुसार स्कूल निर्धारित समय से पहले ही बंद कर दिया गया था। इसी के आधार पर बीएसए ने सहायक अध्यापिका जूली कुमारी को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है।

बीएस से अपने आदेश में मेंशन किया
एक बच्चे को विद्यालय में बन्द करके उसकी जान जोखिम में डाला गया
समय से पूर्व विद्यालय को बन्द कर दिया गया
टाइम एण्ड मोशन स्टडी के विपरीत कार्य होना मिला
विभागीय आदेशों/निर्देशों के विपरीत कार्य करने का प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया
सरकारी कर्मचारी आचारण सेवा नियमावली-1956 के विरूद्ध कार्य करना प्रथम दृष्टया प्रमाणित
निलंबित अध्यापिका के अनुशासनिक प्रकरण की जांच हेतु अरूण कुमार अवस्थी, खण्ड शिक्षा अधिकारी, कौंधियारा, प्रयागराज को जांच अधिकारी नामित किया गया
निलम्बन अवधि में जूली कुमारी प्रा.वि। मदरा प्रथम, वि.ख। उरूवा से सम्बद्ध रहेंगी