प्रयागराज (ब्यूरो)।गर्मी के मौसम में हो रही तेज धूप सफर करने वालों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। लोगों 40 से 45 डिग्री सेल्यिस के तापमान के बीच चौराहें के सिग्नल पर एक से डेढ़ मिनट तक रुकना पड़ रहा है। इतनी देर तक इस धूप में चौराहों पर रुकना यात्रियों की सेहत के लिए खतरा बन गया है। रेड सिग्नल पर धूप में रुकने की यह समस्या एक दो चौराहे पर हो तब भी ठीक। हर चौराहे पर यही स्थिति है। चंद कदम चलते नहीं कि सिग्नल आ जाता है। कई चौराहे ऐसे हैं जिसकी एक दूसरे दूरी 500 मीटर से भी कम है। ऐसे चौराहों पर ज्यादा परेशान हो रहे हैं। गर्मी में धूप से सिग्नल पर परेशान लोग व उनकी सेहत के बारे में प्रशासन तनिक भी चिंतित नहीं दिखाई दे रहा। यदि तेज धूप को देखते हुए सिग्नल की टाइमिंग थोड़ी कम कर दी जाय तो लोगों को बड़ी राहत मिल सकती है। इस बीच के बीच सिग्नल के लेफ्ट रोड पर खड़ी गाडिय़ां तमाम यात्रियों की परेशानी को दूना कर दे रही हैं। बगल में ट्रैफिक पुलिस लाइन होने के बावजूद टीपी लाइन चौराहों पर भी लेफ्ट साइड को सिग्नल पर लोग खड़े रहते हैं।
प्रमुख चौराहों पर ज्यादा है समस्या
शहर के 256 चौराहों पर सिग्नल की व्यवस्था की गई है। इनमें शहर तेलियरगंज, ट्रैफिक पुलिस लाइंस चौराहा, म्योहाल, लोक सेवा आयोग, मिश्रा चौराहा, सिविल लाइंन हनुमान मंदिर, धोबी घाट, बालसन, एकलव्य, बालसन, हिन्दू हॉस्टल जैसे कई प्रमुख चौराहे शामिल हैं। बताते हैं कि इन प्रमुख चौराहों पर लगाए गए रेड सिग्नल की टाइमिंग 100 से लेकर 120 सेकंड तक की है। लोगों को इन हर चौराहों पर करीब डेढ़ से दो मिनट तक चटकती धूप में सिग्नल की वजह से रुकना पड़ रहा है। जबकि छोटे चौराहों के सिग्नल पर रेड लाइट की टाइमिंग कम से कम 90 सेकंड की है। आग सी बरस रही धूप में प्रति चौराहों पर इतनी देर तक रुकना पब्लिक के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। कहते हैं कि धूप में इतनी देर तक सिग्नल ग्रीन होने का इंतजार करना लोगों की सेहत के लिए खतरा उत्पन्न कर रहा है। इससे भी ज्यादा परेशान वे लोग होते हैं जिन्हें लेफ्ट जाना होता है और सिग्नल के चलते इस साइड लोग गाडिय़ां लगा कर खड़े हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में उन तमाम लोगों को रास्ता नहीं होने से अकारण ही धूप में तपना पड़ रहा है। सिग्नल पर धूप में खड़े लोगों का कहना है कि रेड सिग्नल की टाइमिंग को धूप के चलते घटाने की जरूरत है। साथ ही कुछ ऐसी व्यवस्था की जाय कि लोग चौराहे पर लेफ्ट साइड की रोड छोड़कर रेड सिग्नल पर खड़े हों। ताकि लेफ्ट जाने वाले यात्री धूप में बगैर रुके अपना सफर पूरा कर सकें।
धूप बहुत तेज हो रही है। ऐसे में रेड लाइट की टाइमिंग को घटाने और ग्रीन सिग्नल का समय बढ़ाने की जरूरत है। रेड लाइट का समय हर चौराहे का अलग-अलग है। कहीं 90 मिनट तो किसी चौराहे पर 120 मिनट का रेड सिग्नल है। धूप को देखते हुए इस समय को कम से कम आधा किए जाने की जरूरत है। लोग वैसे ही धूप में सफर कर रहे। ऊपर से जगह-जगह रेड लाइन पर खड़ा होना पडऩा पड़ रहा है।
बंसल कुमार, सोरांव
यह रेड सिग्नल पब्लिक ट्रैफिक को स्मूथ करने के लिए लगाया गया है। मगर गर्मी में सफर करने वालों की समस्या पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। जिम्मेदारों को चाहिए कि वे जब तक धूप काफी तेज हो रही वह रेड सिग्नल का समय थोड़ा कम कर दें। इससे लोगों को पूरे एक से डेढ़ मिनट तक हर चौराहे पर रुकना नहीं पड़ेगा और धूप से उन्हें बड़ी राहत मिलेगी। इस धूप में अधिक देर तक रुकने से लोग बीमार हो सकते हैं।
पीएन ओझा, सिटी
गर्मी के इस मौसम में 40 से 45 डिग्री सेल्सियस तापमान में लोग सफर कर रहे हैं। एक तो धूप में सफर ऊपर से रेड लाइट पर चौराहे पर पूरे एक से डेढ़ मिनट रुकने की मजबूरी लोगों परेशान कर रही है। हर आदमी ज्यादा देर तक धूप में रहने से बीमारी से ग्रसित हो सकते हैं। इस वक्त रेड लाइन की टाइमिंग कम करने की आवश्यकता है। पूरी तरह से सिग्नल बंद नहीं किया जा सकता पर समय तो कम कर ही सकते हैं।
अमित कुमार, राजापुर
मौसम के हिसाब से रेड लाइट सिग्नल को भी चेंज किया जाना चाहिए। अधिकारी चार पहिया एसी गाड़ी से चलते हैं। उन्हें रुकना भी नहीं पड़ता। ऐसे में पब्लिक की समस्या उन्हें समझ नहीं आ रही। हर एक-एक मिनट इस धूप में कम से कम एक घंटे सिग्नल पर खड़े रहना पड़ता है। शहर के कई ऐसे चौराहें हैं जिनकी एक दूसरे से दूरी काफी कम है। यह सब अफसरों को समझना चाहिए।
आलोक यादव, तेलियरगंज