प्रयागराज ब्यूरो । यूपी बोर्ड के छात्रों को अपनी समस्याओं को लेकर आए दिन यूपी बोर्ड का चक्कर काटना होता है। अक्सर वह दलालों की चपेट में आकर काफी पैसे भी खर्च कर देते हैं लेकिन इसका कोई फायदा नहीं होता। अब ऐसा नहीं होगा। यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के छात्रों और पूर्व छात्रों के लिए शनिवार को समाधान पोर्टल लांच कर दिया है। नवीन या पुरा छात्र मार्कशीट, सर्टिफिकेट में करेक्शन या नाम में चेंज जैसी समस्याओं को बोर्ड की तरफ से तय किये गये नाम्र्स के तहत एप पर अपलोड करेंगे और 15 दिन के भीतर इसका समाधान दिया जायेगा। इसके लिए अफसरों की जिम्मेदारी भी तय कर दी गयी है।

क्या है मामला
प्रमाण पत्र की द्वितीय प्रतिलिपि, मूल प्रमाणपत्र, मूल अंक पत्र, अंक पत्र प्रतिलिपि, संशोधित सहित अन्य कार्यों के लिए अब तक छात्र परेशान होते थे। लेकिन अब वह वह अपनी समस्याओं से संबंधित शिकायत ऑनलाइन माध्यम से कर सकते हैं। समाधान पोर्टल पर जो शिकायतें दर्ज होंगी, उनका निस्तारण 15 दिनों के अंदर करना अनिवार्य होगा। निस्तारण की प्रक्रिया पूरी होते ही छात्र का प्रपत्र स्पीड पोस्ट के माध्यम से उसके पते पर भेज दिया जाएगा।

तय होगी जवाबदेही
इतना ही नहीं अगर किसी शिकायत का निस्तारण करने में 15 दिन से अधिक का समय लगता है, तो संबंधित विभाग के अधिकारी पर इसकी जवाबदेही तय की जाएगी।
पोर्टल पर आ रही शिकायतों की निगरानी के लिए उप सचिव देव व्रत व अपर सचिव सत्येंद्र सिंह को जिम्मेदारी दी गई है।
सिस्टम सेल के प्रशासनिक अधिकारी हरीश चंद्र शर्मा प्रतिदिन पोर्टल की गतिविधि की जानकारी लेंगे।
जिसकी डेली रिपोर्ट सचिव दिव्यकांत शुक्ल को दी जाएगी।
इसके अलावा अभ्यर्थी अपनी शिकायत दर्ज करने के बाद पोर्टल पर उसकी वर्तमान जानकारी भी ले सकेंगे।

पहले भी हो चुका है प्रयोग
जानकारी के मुताबिक इस पोर्टल के जरिए यूपी बोर्ड अधर में पड़ी अभ्यर्थियों की समस्याओं को जल्द से जल्द पूरी करेगा। हालांकि इससे पहले भी यूपी बोर्ड एक पोर्टल के माध्यम से अभ्यर्थियों की 60 हजार शिकायतों का निस्तारण कर चुका है। कुछ मामले तो वर्ष 2000 से पाइप लाइन में पड़े थे। शनिवार को एजी ऑफिस रोड स्थित उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के कार्यालय में सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने रिमोट का बटन दबाकर पोर्टल का शुभारंभ किया। इस दौरान यूपी बोर्ड के अन्य अधिकारियों ने खुशी जाहिर की।

पोर्टल से मिलने वाली सुविधाएं
मूल प्रमाणपत्र जारी करना
प्रमाण पत्र की द्धितीय प्रतिलिपि जारी करना
अंक पत्र की दूसरी कॉपी जारी करना
निरस्त परीक्षाफल की शिकायत का समाधान
मूल अंक पत्र जारी करना
मार्कशीट की दूसरी कॉपी जारी करना
बोर्ड की वेबसाइट पर वर्ष 2003 से वर्तमान वर्ष की परीक्षा से संबंधित डाटा अपडेट करना
माइग्रेशन प्रमाणपत्र जारी करना

पूर्व से देखा जा रहा था कि अपनी शिकायतों के लिए यूपी बोर्ड के छात्रों को कार्यालय का चक्कर काटना पड़ता था। इससे बचाने के लिए पोर्टल की शुरुआत की गई है। मेरी अपील हैकि छात्र कार्यालय का चक्कर काटने के बजाय ऑनलाइन अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। महज 15 दिन में उनकी शिकायत का निस्तारण कराया जाएगा।
दिब्यकांत शुक्ल, सचिव, यूपी बोर्ड