प्रयागराज ब्यूरो । इस बार संघ लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा में उन्ही परीक्षार्थियों को राहत मिली, जिन्होंने करेंट अफेयर्स पर तैयारी के दौरान अधिक फोकस किया था। सालभर जो घटनाएं चर्चे में थी, वही पर्चे में थीं। देखा जाए तो सामान्य अध्ययन के प्रश्नपत्र बहुविकल्पी रहे लेकिन परीक्षार्थियों को खूब छकाया। सबसे ज्यादा समसामयिकी विषयों से सवाल पूछे गए थे। एग्जाम के बाद परीक्षार्थियों ने बातचीत में भी इसकी चर्चा की। उन्होंने बताया कि यूपीएससी अब अपने पुराने ट्रेंड पर लौट रहा है। मतलब न्यूज पेपर्स की कटिंग से बनाए गए नोट्स ने इस बार एग्जाम को क्रैक करने में अधिक भूमिका निभाई है।

सालभर की तैयारियों को परख गया प्रश्नपत्र

परीक्षार्थियों ने बताया कि पहली नजर में सवाल काफी सरल लगे लेकिन इनको हल करना आसान नही था। यह ऐसे सवाल थे जिन्होंने कैंडीडेट की सालभर की तैयारी का निचोड़ निकाल लिया। वैसे इस बार पर्यावरण, अर्थशास्त्र और राजव्यवस्था से अधिक प्रश्न आए। पैटर्न भी कुछ बदला रहा। अनुभवी अभ्यर्थियों के लिए यह प्रश्नपत्र अच्छा कहा जाएगा लेकिन पहली बार परीक्षा देने वालों के लिए कठिनाई हुई। एक्सपट्र्स ने बताया कि इस बार पिछली वर्षों की भांति लंबे और अधिक स्टेटमेंट वाले प्रश्नों के स्थान पर सामान्य प्रश्न अधिक आए। कई प्रश्न कॉमन नालेज पर आधारित थे। एक विशेषता यह भी कि इसमें पिछले कुछ सालों में पूछे गए प्रश्नों के एक स्टेटमेंट और एक युग्म को रिपीट किया गया था।

इनको एग्जाम में मिला फायदा

यदि किसी अभ्यर्थी ने वर्षभर नियमित रूप से समाचारपत्रों को पढ़ा हो नोट््स भी बनाए हों तो मदद मिलेगी। टेस्ट बुक से भी तैयारी लाभकारी रही। अभ्यर्थियों को दूसरा पेपर आसान लगा। परीक्षा में पर्यावरण पारिस्थितिकी से 20, टेक्नोलाी से 13 प्रश्न आए। ये सभी समसामयिक घटनाक्रमों से जुड़े रहे। इंटरनेशनल रिलेशन से सात प्रश्न आए। द्वितीय पाली में हुए सीसैट के पेपर में पैराग्राफ वाले प्रश्न भी उलझाने वाले रहे। कुछ पैराग्राफ के प्रश्न छोटे और कुछ बड़े थे। इनके उत्तर देने में अधिक समय लगे। गणित और रिजङ्क्षनग के प्रश्न सामान्य स्तर के ही रहे। हालांकि प्रेक्टिस और टाइम मैनेजमेंट के बिना सीसैट का पेपर हमेशा से अप्रत्याशित बना रहा है।

46 फीसदी ने छोड़ दी परीक्षा

रविवार को सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2023 का आयोजन 102 केंद्रों पर हुआ। जिसमें 46 फीसदी अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। पिछले वर्ष जहां लगभग 49 प्रतिशत ने परीक्षा छोड़ी थी, उसके मुकाबले इस बार परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ गई है। पिछले वर्ष प्रयागराज में जहां 21971 अभ्यर्थी प्रारंभिक परीक्षा में शामिल हुए थे वहीं इस बार आंकड़ा लगभग 24 हजार पहुंच गया। सुबह साढ़े नौ से 11.30 बजे और अपराह्न ढाई से साढ़े चार बजे तक दो पालियों में हुई। इस दौरान गर्मी ने उनकी जमकर परीक्षा भी ली। परीक्षा के दौरान डीएम संजय कुमार खत्री व डीसीपी नगर दीपक भूकर ने राजकीय बालिका इंटर कालेज, ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज, होली क्रास स्कूल, आर्य कन्या इंटर कालेज में बनाए गए परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने परीक्षा केंद्र पर कंट्रोल रूम में सीसीटीवी कैमरा की क्रियाशीलता देखी और वहां से व्यवस्था को भी परखा।

फैक्ट फाइल

परीक्षा कुल पंजीकृत अभ्यर्थी- 44058

पहली पाली में उपस्थित अभ्यर्थी- 23970 (54.41प्रतिशत)

अनुपस्थित- 20088

सीसैट में शामिल नही होने वाले अभ्यर्थी- 282

सीसैट में उपस्थित अभ्यर्थी- 23688 (53.77 प्रतिशत)

कुल अनुपस्थित- 20370

सम सामयिक विषयों पर अधिक प्रश्न पूछे गए। पिछले साल के मुकाबले प्रश्न पत्र थोड़ा कठिन था। इस बार मेरिट अधिक जा सकती है। जिससे कइर्यों को निराश होना पड़ सकता है।

रीतेश जायसवाल, परीक्षार्थी

जिन्होंने सालभर समसामयिक विषयों पर अधिक ध्यान दिया उनका पेपर बेहतर गया है। अचानक से ट्रेंड बदला है। पुराने पैटर्न पर यूपीएससी आ रहा है।

दिलीप वर्मा, परीक्षार्थी

इस बार की परीक्षा में अर्थशात्र के प्रश्न खूब पूछे गए। पिछले वर्षों की तुलना में अधिक व्याख्यात्मक रहे। अर्थशास्त्र विषय लेकर जिन लोगों ने पढ़ाई की थी उन्हें लाभ हुआ। जिनकी तैयारी थी वह खुश हैं।

दिप्ति चौरसिया, परीक्षार्थी

हमेशा की तरह सी सैट में वही सफल रहा जो टाइम मैनेजमेंट बेहतर कर ले गया। बाकी के सवाल छूट गए होंगे। गणित और रीजनिंग ने खूब उलझाया। गर्मी भी अधिक रही।

परवेज अली, परीक्षार्थी