प्रयागराज (ब्यूरो)।सेना द्वारा एनओसी दे दिए जाने के बाद बेगम बाजार पुल के काम ने तेजी पकड़ ली है। इसके साथ सरकार के लिए विमानों की सेफ लैंडिंग सबसे अहम मुद्दा बन गया है। ताकि पुल जब तैयार हो तब एयरपोर्ट पर उतरने वाले विमानों को कोई परेशानी न हो। इसको लेकर लखनऊ से पहुंची एक्सपट्र्स की टीम ने बुधवार को सर्वे किया। एनिमेशन के जरिए यह भी देखा गया कि विमान लैंड करते समय अड़चन पैदा कर रही आधा दर्जन बिल्डिंग का कितना हिस्सा रुकावट पैदा कर रहा है। अब यह रिपोर्ट एयरपोर्ट अथारिटी को सौंपी जाएगी। जिसके आधार पर जिला प्रशासन संग बैठक कर अंतिम फैसला लिया जाएगा।

बुधवार को पहुंची थी टीम

मंगलवार को लखनऊ से सर्वे टीम को पहुंचना था लेकिन यह सर्वे बुधवार को हुआ। इस दौरान बेगम बाजार फ्लाई ओवर के पास बनी आधा दर्जन इमारतों का सर्वे किया गया। टीम ने पहले तो स्थलीय निरीक्षण किया और इसके बाद यह जानने की कोशिश की कि जब विमान उतरेगा तो इन बिल्डिंग का कितना हिस्सा बीच में आ रहा है। जिससे विमान लैंडिंग में दिक्कत पैदा हो सकती है। इसके लिए टीम ने एनिमेशन का सहारा लिया। एनिमेशन में बार बार इस पर चर्चा भी हुई। हालांकि स्थलीय और एनिमेशन रिपोर्ट को एयरपोर्ट अथारिटी को सौंपा जाना रहा है। जिसके आधार पर वह यह फैसला लेंगे कि आधा दर्जन बिल्डिंग का ऊपरी कितना हिस्सा ध्वस्त किया जाना है।

75 फीसदी पूरा हो चुका है काम

महाकुंभ 2025 से पहले बेगम बाजार फ्लाई ओवर के निर्माण को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। 2018 मे इस पुल का 75 फीसदी काम पूरा हो चुका था लेकिन सेना द्वारा आपत्ति किए जाने पर इसका निर्माण रोक दिया गया था। इसके बाद से लगातार सेना से एनओसी लेने की कवायद चल रही थी। इस बीच पुल की निर्माण लागत भी बढ़ती जा रही थी। हाल ही में सेना ने एनओसी दी तो पुल के शेष हिस्से को तैयार करने में प्रशासन लग गया। लेकिन एयरपोर्ट प्रशासन का कहना था कि पुल बन जाने के बाद विमानों की लैंडिंग में कुछ इमारत रुकावट पैदा कर सकती हैं। क्योंकि हवाई पट्टी की लंबाई भी बढ़ाई जानी है। यही कारण है कि बुधवार को टीम को बुलाकर सर्वे कराया गया है। इस टीम ने छह बिल्डिंगों को चिन्हित कर इनकी लंबाई का आंकलन किया। अधिकारियों का कहना है कि एक सप्ताह के भीतर एयरपोर्ट और जिला प्रशासन के बीच बैठक होनी है। इसमे यह जानकारी दी जाएगी कि इन बिल्डिंग का कितना हिस्सा डिमोलिश किया जाना है। जिससे पुल तैयार होने के बाद आसानी से विमानों की लैंडिंग कराई जा सके।

लखनऊ की एक्सपट्र्स की टीम बेगम बाजार पुल का सर्वे करने पहुंची है। इस सर्वे रिपोर्ट के आधार पर एयरफोर्स अपने यहां जांच करेगी। जिसके बाद जिला प्रशासन व एयरफोर्स के बीच बैठक होगी, जिसमें अंतिम निर्णय लिया जायेगा। इसके बाद इस प्रकरण का पूर्णतया निस्तारण हो जाएगा।

मनोज अग्रवाल, मुख्य परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम