- नंदीघोष रथ पर सवार होकर भगवान जगन्नाथ ने दिए भक्तों के दर्शन

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PRAYAGRAJ: कोरोना महामारी के बीच सोमवार को श्री जगन्नाथ जी महोत्सव समिति की ओर से सत्तीचौरा स्थित भगवान जगन्नाथ जी का मंदिर विद्या गौरी वाटिका के प्रांगण में दिव्य एवं भव्य प्रतीकात्मक स्वरूप रथयात्रा निकाली गई। इस मौके पर समिति के अध्यख गोवर्धन दास गुप्ता ने रथयात्रा का नेतृत्व किया। सनातनी परम्परा के अनुसार पूरे वैदिक मंत्रोचार के साथ भगवान जगन्नाथ, बलभद्र एवं बहन सुभद्रा जी का पूजन अर्चन कर उन्हें नंदीघोष रथ पर विराजित किया। इसके बाद यात्रा का शुभारंभ चीफ गेस्टकाशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर गिरीश चंद्र त्रिपाठी एवं पूर्व पार्षद विजय वैश्य और इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश चंद्र केसरवानी ने भगवान जगन्नाथ जी की महाआरती करके किया। इस दौरान समिति के पदाधिकारियों के द्वारा शंख का उद्घोष के साथ यात्रा शुरू हुई।

भगवान गणेश ने की रथयात्रा की अगुवानी

भगवान श्री जगन्नाथ जी की रथयात्रा में सबसे आगे भगवान गणेश जी की झांकी ने अगुवानी की। उसके पीछे समिति के बैनर एवं विजय ध्वज पताका के साथ भगवान जगन्नाथ जी अपने भ्राता बलभद्र एवं बहन सुभद्रा जी के संग पूरे राजशाही वैभव के साथ मंदिर प्रांगण के अंदर उपस्थित एवं ऑनलाइन से जुड़े हुए भक्तों को दर्शन दिए। इस अवसर पर भक्तगण घंटा घडि़याल बजाते हुए नाचते झूमते गाते हुए रथ को खींच रहे थे। रथयात्रा मंदिर परिसर के अंदर ही निकली। आखिर में रथ यात्रा का विश्राम कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि भाजपा महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी के द्वारा महा आरती करके की गई। इस अवसर पर रथयात्रा सहसंयोजक राजेश केसरवानी ने बताया कि रथ यात्रा की परंपरा को निभाते हुए कोरोना के नियमों के अनुसार समिति के 31 सदस्यों के द्वारा मंदिर प्रांगण के अंदर रथ यात्रा को चारों दिशाओं में घुमाकर संपन्न कराया गया। रथ यात्रा के संयोजक राजेश केसरवानी एवं संचालन जयराम गुप्ता ने किया। रथ यात्रा में मुख्य रूप से दाऊ दयाल गुप्ता, जयराम गुप्ता, कृष्ण भगवान केसरवानी, गगन दास गुप्ता, त्रिलोकी केसरवानी, उमा गुप्ता समेत अन्य लोग शामिल रहे।