प्रयागराज (ब्‍यूरो)। माहे मोहर्रम के चांद नमुदार होने के साथ शुरु हुआ अजादारी का सिलसिला दो माह और आठ दिनों के बाद रविवार 24 सितम्बर को रानीमंडी चकय्यानीम स्थित इमामबाड़ा मिर्जा नकी बेग से अन्जुमन हैदरिया की नौहाख्वानी के साथ निकलने वाले चुप ताजिया व दरियाबाद में ऐतिहासिक हवेली से निकलने वाले अमारी जुलूस के साथ खत्म हो जाएगा। अजादारी में मात्र चार दिन और शेष हैं। ऐसे में हर तरफ मजलिस मातम नौहों शब्बेदारी व जुलूस निकालकर हुसैन ए मज़लूम को अलवेदा कहने को अजादार देर रात तक जाग कर गमे मजलूमे करबला पर आंसू बहा रहे हैं। इसी क्रम में रानीमंडी में अन्जुमन मजलूमिया शामें गम कमेटी की ओर से शब्बेदारी में पूरी रात नौहों और मातम की सदाएं बुलन्द होती रहीं। मौलाना नावेद अली झांसी ने मजलिस को खिताब किया तो फैज जाफरी ने मर्सिया पढ़ा।

नौहाख्वानों ने पढ़ा पुरदर्द नौहा
खतीब दांदूपूरी व फैज मंझनपूरी ने पेशख्वानी की। नजीब इलाहाबादी व अम्बर वसीम के संयुक्त रूप से संचालन में सबसे पहले अन्जुमन मजलूमिया खुर्द के नौहाख्वानो मोजिज अब्बास, अनिश अब्बास, वली व अली ने पुरदर्द नौहे से शबे गम का आगाज किया। अन्जुमन ज़ुलफेकारिया जौनपुर, अन्जुमन हुसैनी ब्रदर्स ग्वालटोली कानपुर, अन्जुमन जीनते जहरा अमहट सुल्तानपुर, अन्जुमन ग़ुन्चा ए नासिरुल अजा बड़ागांव शाहगंज, अन्जुमन जाफरिया दांदूपूर, अन्जुमन असगरिया कदीम मंझनपूर, अन्जुमन मोहाफिजे अजा दरियाबाद, अन्जुमन अब्बासिया रानीमंडी व अन्जुमन ग़ुन्चा ए कासिमया बख्शी बाजार के नौहाख्वानो ने सिलसिलेवार पुरदर्द नौहा पढ़ा। जाकिर ए अहलेबैत हसन अली ने आखरी तकरीर की। शबीहे ताबूत व ज़ुलजनाह की जियारत भी कराई गई। करैली मस्जिद बीबी खदीजा में आशिक अली की ओर से हुई मजलिस में हैदर अब्बास बिट्टू ने मर्सिया पढ़ा तो सलमान अब्बास मानिकपुरी व मौलाना अली अब्बास दरियाबादी ने पेशख्वानी की तो झारखंड के मौलाना सैय्यद सलमान हैदर साहब किब्ला ने खिताब किया। अन्जुमन ग़ुन्चा ए कासिमया बख्शी बाजार के नौहाख्वानो ने पुरदर्द नौहा पढ़ा शबीहे ज़ुलजनाह व गाजी अब्बास का अलम जियारत को निकाला गया। मिर्जा अजादार हुसैन, मोहम्मद अस्करी, असगर अली, हसन आमिर, हैदर अली, मकसूद रिजवी, मो। अब्बास, महमूद अब्बास तैयबापूरी, राशिद रिजवी, आसिफ रिजवी, जामिन हसन, शजीह अब्बास, सलमान मुस्तफा, मिर्जा दानिश, मिर्जा शीराज, मिर्जा राहिब, मिर्जा वसमी, आदि शामिल रहे।

शाहगंज से निकाला जाएगा जुलूस अलवेदा या हुसैन
शाहगंज पत्थरगली स्थित अजाखाना स्व हातिफ हुसैन से पांचवीं रबीउल अव्वल गुरुवार को रात नौ बजे नजीब इलाहाबादी व हबीब रजा की निगरानी में जुलूस अलवेदा या हुसैन निकाला जाएगा। रियाज मिर्जा व शुजा मिर्जा मर्सिया पढ़ेंगे तो मौलाना जरगाम हैदर किब्ला मजलिस को खिताब करेंगे। ताबूत अलम ज़ुलजनाह व ताजिय़ा निकाला जाएगा। शहर की मशहूर ओ मारुफ अन्जुमनों द्वारा नौहाख्वानी के साथ जुलूस निकाला जाएगा जुलूस में अन्तिम अन्जुमन ग़ुन्चा ए कासिमया बख्शी बाजार सभी तबर्रुकात के साथ अलवेदाई नौहा पढ़ते हुए जुलूस को अजाखाना स्व असद रजा साहब पर ले जाकर सम्पन्न कराएगी। उसके बाद शायरे अहलेबैत स्व मोअज्जम पाशा के अजाखाने पर मजलिस होगी जिसमें अन्जुमन ग़ुन्चा ए कासिमया बख्शी बाजार नौहा पड़ेगी।