प्रयागराज ब्यूरो । गोविंद सब्जी मण्डी तिराहे से कोटेश्वरनाथ महादेव मंदिर तक भी चौड़ी होगी मेला सड़क
मकान व दुकान टूटने से समस्या को लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने की बात, सभी काम को बताया जरूरी
क्कक्र्रङ्घ्रत्रक्र्रछ्व: जब की यह रोड है तब से आज तक कितनी आबादी बढ़ गई। हर घर गाडिय़ां आ गई। इस रोड पर पब्लिक के साथ ट्रैफिक भी बढ़ा है। भगवान कोटेश्वरनाथ मंदिर को यह रोड जाती है। इस रोड का चौड़ीकरण बहुत आवश्यक है। महाकुंभ के पहले इस रोड को चौड़ा करने की प्रक्रिया प्रशासन कर रहा है। यह बात हम सब को मालूम है। रोड चौड़ी करण होगी तो दोनों तरफ के मकान का अग्र आंशिक भाग टूटेगा। अब विकास चाहिए तो इतना हम सब को सहना ही होगा। मकान का आंशिक हिस्सा टूटने से कोई परेशानी है। दिक्कत है तो दुकानों के टूटने से। दर्जनों युवा बेरोजगार हो जाएंगे। जिनके रोजगार छिनेंगे, उनके बारे में भी सरकार को सोचना चाहिए। यह बातें रविवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से गोविंदपुर सब्जी मण्डी से कोटेश्वर नाथ महादेव मंदिर रोड किनारे बसे लोगों द्वारा कही गई।
ऐतिहासिक है कोटेश्वरनाथ धाम मंदिर
गोविंदपुर सब्जी मण्डी से एक रोड सीधे भगवान कोटेश्वरनाथ धाम मंदिर को जाती है। इसकी लंबाई करीब 500 मीटर है। जबकि कुल चौड़ाई 28 फुट बताई जाती है। लोकल लोग इस रोड को मेला सड़क के नाम से जानते और पहचानते हैं। कोटेश्वरनाथ धाम मंदिर में स्थापित भगवान शिव लिंग का एक ऐतिहासिक महत्व है। जानकार बताते हैं कि इस शिव लिंग को लंका पर विजय के बाद लौटे भगवान श्री राम के द्वारा स्थापित किया गया था। यहां कुल एक हजार शिव लिंग स्थापित करके भगवान श्री राम ने पूजा की थी। इस मंदिर का जिक्र सनातन धर्म के ग्रंथों में भी मिलता है। बताते हैं कि इसी लिए महाकुंभ के पहले इस मंदिर तक जाने वाले रोड का चौड़ीकरण व सुदृढीकरण किया जाना है। चौड़ीकरण प्लान में शामिल इस रोड कुल 28 फुट से बढ़ा 40 फुट चौड़ा किया जाएगा। मतलब यह कि रोड को चौड़ा करने के लिए दोनों तरफ छह-छह फुट बढ़ाना होगा। इस लिए दोनों तरफ स्थित करीब &00 मकानों का अग्र व आंशिक हिस्सा तोड़ा जाएगा। इस पूरे काम के लिए 5&2.68 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। मकानों के टूटने से कई लोगों की दुकानें समाप्त हो जाएंगी। इस समस्या को देखते हुए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट रिपोर्टर द्वारा पब्लिक से बात की गई। लोगों ने कहा कि भगवान शिव के मंदिर जाने वाली रोड है व विकास का मामला है। मकान और दुकान तोडऩे से किसी कोई दिक्कत नहीं है। बसर्ते जिनकी दुकान टूटेगी सरकार को उनके रोजगार के बारे में भी सोचना चाहिए।
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विकास का कार्य है इससे भला किसी को क्या दिक्कत। गोविंदपुर सब्जी मंडी से कोटेश्वर नाथ शिव मंदिर की दूरी करीब पांच से छह सौ मीटर है। इस रोड पर शाम के वक्त जाम की स्थिति बन जाती है। रोड चौड़ी होगी तो पब्लिक को काफी सहूलियत मिलेगी। आबादी बढ़ी तो रोड की चौड़ाई भी बढऩी ही चाहिए। ऐतिहासिक शिव मंदिर कोटेश्वरनाथ धाम का भी विकास होना चाहिए।
राजेंद्र प्रसाद, मेला रोड गोविंदपुर
भगवान श्रीराम ने कोटेश्वरनाथ मंदिर में शिव लिंग की स्थापना की थी। इसे तो पर्यटन के लिहाज से डेवलप किया जाना चाहिए। इस तरफ किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। रोड के साथ इस मंदिर का भी जीर्णोद्धार होना चाहिए। मकान थोड़ा बहुत सभी का टूटेगा। परेशानी उनकी है जिनकी पूरी दुकान समाप्त हो जाएगी। उन दुकानदारों के रोजगार के बारे में भी सोचना चाहिए।
पप्पू गौतम, मेला रोड गोविंदपुर
कोटेश्वर नाथ मंदिर सड़क को लोकल लोग मेला रोड के नाम से जानते हैं। गोविंद सब्जी मण्डी चौराहा से यह मंदिर करीब पांच से छह सौ मीटर दूर है। रोड पर्याप्त चौड़ी है। हमारी भी दुकान टूटेगी। मगर कोई दिक्कत नहीं खुशी की बात है। वर्षों पुरानी रोड है आज आबादी के साथ लोगों के पास गाडिय़ां भी बड़ी हैं। शाम को जाम की स्थिति बन जाती है।
अविनाथ जायसवाल, मेला रोड गोविंदपुर
हमारी तो पूरी दुकान ही चली जाएगी। इसी दुकान से परिवार का पालन पोषण करते हैं। दुकान के पीछे महज एक कमरा है, जिसमें परिवार रहता है। सरकार मकान व दुकान तोड़कर रोड चौड़ी कराए कोई परेशानी नहीं है। लेकिन हम जैसे लोगों के लिए भी उसे सोचना चाहिए। कहीं रोजगार की व्यवस्था की जाय। ताकि लोग बेरोजगार नहीं हों।
पप्पू, मेला रोड गोविंदपुर
भाई रोड चौड़ीकरण में है तो काम होगा ही। हमारी दुकान भी टूटेगी हालांकि अभी कोई निशान या नाम जोख नहीं हुई है। दुकान का कमरा बहुत बड़ा तो है नहीं, टूटने से वह खत्म हो जाएगा। सरकार को चाहिए कि हम जैसे रोजगार वालों के बारे में भी सोचे। बाकी ऐतिहासिक कोटेश्वरनाथ शिव ऐतिहासिक धाम है। रोड से लेकर मंदिर तक को डेवलप किया जाय। किसी को कोई परेशानी नहीं है।
शिवनरेश यादव, मेला रोड गोविंदपुर
हम जलकल से रिटायर्ड हैं। हमारा तो तीन मंजिला मकान है, चौड़ीकरण में थोड़ा बहुत टूटेगा। हमें कोई दिक्कत नहीं। भगवान शिव के धाम तक जाने वाला मार्ग इसका विकास होना अति आवश्यक है। कोटेश्वर नाथ की स्थापना स्वयं भगवार श्री राम ने किया था। मकान टूटने का कोई गम नहीं हैं, खुशी इस बात से है कि भगवान के धाम का मार्ग सुंदर बन जाएगा। मंदिर को भी डेवलप किया जाना चाहिए।
सुरेश कुमार, मेला रोड गोविंदपुर