प्रयागराज ब्यूरो । शुक्रवार को दिनभर हुई पूछताछ, पुलिस जीप से दोनो ले जाये गये कौशांबी की तरफ
शाम को काल्विन में मेडिकल के बाद थाने ले जाते समय अतीक का नहीं रहा कंट्रोल
कौशांबी का सैय्यद सरावां और शाइस्ता परवीन के मददगार। यह दो महत्वपूर्ण तथ्य पुलिस के हाथ अतीक और अशरफ से पूछताछ के दौरान मिलने के संकेत हैं। धूमनगंज पुलिस शुक्रवार की देर शाम दोनो को पुलिस जीप से लेकर कौशांबी जिले के सैय्यद सरावां इलाके में गयी थी। यहां एक मकान के बारे में पुलिस को पता चला है। मकान किसका है? कौन रहता है? उसका उमेश पाल हत्याकांड से क्या कनेक्शन है? इसके बारे में कुछ पता चलने के संकेत हैं लेकिन क्या? इसका जवाब सिर्फ विवेचना अधिकारी के पास ही है। अतीक और अशरफ से पूछताछ में मिला क्या? इस सवाल पर पुलिस की तरफ से शुक्रवार को खामोशी ही रही।
चार दिन रहेगा कस्टडी में
उमेश पाल हत्याकांड में पूछताछ के लिए अतीक और उसके भाई अशरफ को सीजेएम कोर्ट ने 96 घंटे की कस्टडी रिमांड मंजूर की है। गुरुवार की रात धूमनगंज पुलिस ने दोनो को नैनी जेल से अपनी गिरफ्त में ले लिया और सीधे थाने पहुंची। तभी से दोनो थाने में ही हैं और पूछताछ चल रही है। सूत्र बताते हैं कि इस दौरान पुलिस दोनो से कैदी जैसा ही बर्ताव कर रही है। इस चक्कर में दोनों की नींद उड़ी रही। अतीक बीमारी का हवाला देकर बार-बार टॉयलेट जाने की बात करता तो छोटा भाई अशरफ उसकी तरफ ताकता रहता। शुक्रवार की शाम कौशांबी की तरफ से लौटने के बाद पुलिस दोनो को रुटीन चेकअॅप के लिए लेकर काल्विन अस्पताल पहुंची थी। सूत्र बताते हैं कि यहां से दोनों लेकर पुलिस टीम थाना पहुंची तो उतरते वक्त पुलिस जीप में ही अतीक की पॉटी निकल गयी।
घटनाक्रम से जुड़े सवालों से हुआ सामना
सूत्र बताते हैं कि थाना पहुंचने के बाद दोनों से पूछताछ का सिलसिला शुरू हो गया। यह सवाल उमेश पाल हत्याकांड की साजिश से लेकर घटना में शामिल शूटर्स के भागने का बंदोबस्त। फरारी के दौरान रहने का बंदोबस्त करने वालों से जुड़े सवाल किये गये। कुछ के जवाब मिले और कुछ के जवाब गोल मोल मिले।