प्रयागराज (ब्‍यूरो)। पुलिस की वर्दी में आए लोग एक अधिवक्ता को उसके घर से उठा ले गए। घटना मंगलवार रात की है। वर्दीधारियों ने न केवल घरवालों से अभद्रता की बल्कि सीसीटीवी का डीबीआर भी उठा ले गए। रात और बुधवार को दिन भर घरवाले अधिवक्ता की तलाश में परेशान रहे। बुधवार शाम को पता चला कि अधिवक्ता के खिलाफ केस दर्ज था। जिसमें धूमनगंज पुलिस ने उसका चालान कर दिया है। मामले में घरवालों का आरोप है कि पुलिस ने मिलीभगत करके फर्जी केस दर्ज किया है। घरवालों को घटना की जानकारी भी नहीं दी, और अधिवक्ता को जबरन उठा ले गए।

अधिवक्ता धनंजय यादव झलवा के रहने वाले हैं। रात में धनंजय अपने घर पर थे। रात में करीब डेढ़ बजे कई वर्दीधारी पहुंचे। वर्दीधारियों ने धनंजय के घर का दरवाजा खटखटाया। धनंजय के पिता हरिहर यादव ने दरवाजा खोला। आरोप है कि वर्दीधारी जबरन घर के अंदर घुस गए। वर्दीधारियों ने धनंजय को बुलाया। धनंजय के आने पर वर्दीधारियों ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद उसे लेकर चले गए। दूसरे दिन बुधवार को धनंजय के घरवालों को पता चला कि धनंजय के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। जिसमें उसे पकड़ा गया है। धनंजय के भाई सोनू ने बताया कि विवाद एक जमीन को लेकर है। सोमवार को धनंजय और दूसरे पक्ष के रामजतन पाल के बीच मोबाइल पर बात हुई थी। बात के दौरान समझौता नहीं हुआ, जिस पर धनंजय के खिलाफ फर्जी केस दर्ज कराकर जेल भेज दिया गया।

ये है मामला
पीपलगांव के रहने वाले रामजतन पाल ने धूमनगंज थाने में केस दर्ज कराया है कि वह धूमनगंज जा रहा था.रास्ते में धनंजय यादव अपने भाई व पांच अन्य लोगों के साथ आया। उसने लाठी डंडे से रामजतन को पीटा। सिर पर पिस्टल सटाकर पचास हजार रुपये ले लिया और 12 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। पुलिस ने रामजतन की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया।

रंगदारी मांगकर घर पर रहेगा
मामले में रामजतन का आरोप है कि धनंजय ने उससे 12 लाख रुपये रंगदारी मांगी। और पुलिस ने धनंजय को उसके घर से उठाया। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि क्या 12 लाख रुपये रंगदारी मांगने वाला अपने घर पर रहकर पुलिस के आने का इंतजार करेगा। खैर, धनंजय के भाई सोनू का कहना है कि मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से भी की गई है। धूमनगंज पुलिस ने दूसरे पक्ष के साथ मिलकर जबरन कार्रवाई की गई। उसके घर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच से इसका पता चल जाएगा कि रात में पुलिस धनंजय को उठा कर ले गई।

अधिवक्ता धनंजय यादव पर रंगदारी मांगने का आरोप है। उसे रात में गिरफ्तार किया गया। घरवालों का आरोप गलत है।
राजेश मौर्य, इंस्पेक्टर धूमनगंज