प्रयागराज (ब्‍यूरो)। पुलिस की तरफ से किये गये खुलासे के अनुसार चार वर्षों से रवि ठाकुर और शालिनी के बीच अफेयर चल रहा था। रवि ठाकुर मकदूमपुर डीह थाना मकदूमपुर जिला जहानाबाद बिहार निवासी उमेश ठाकुर के दो बेटों में छोटा है। पिता उमेश रेलवे का कर्मचारी था। पढ़ाई लिखाई के बाद उसका बड़ा भाई भी रेलवे में नौकरी पा गया। इस बीच उसके पिता रिटायर हो गये। रेलवे कर्मचारी होने के नाते सिविल लाइंस साइड 918/बी लोको कॉलोनी में उन्हें आवास मिला हुआ था। इसी आवास में परिवार संग रवि ठाकुर भी रहा करता था। शालिनी परिवार के साथ शिवकुटी तेलियरगंज के शिलाखाना स्थित किराए के मकान में रहती थी। उसका पिता राजेंद्र धुरिया ई-रिक्शा चलाने का काम करता है।
फुटबाल ले आया था दोनों को नजदीक
रवि ठाकुर कैंट के गड्ढा ग्राउंड में फुटबाल खेलता था। इसी ग्राउंड पर फुटबाल सीखने के लिए शालिनी भी जाया करती थी। यहीं दोनों की मुलाकात हुई। दोनों की नजरें लड़ीं तो वे एक-दूसरे को दिल दे बैठे। रवि ठाकुर और शालिनी के बीच इश्क की जड़ें काफी गहरी हो चुकी थीं। पिछले वर्ष 17 नवंबर को शालिनी नौकरी करने दिल्ली चली गई थी। दिल्ली जाने के बावजूद दोनों की फोन पर घंटों बातें हुआ करती थीं। इसके बाद भी रवि के मन में अंजाना डर समाया रहता था। करीब एक साल से रवि ठाकुर शालिनी पर शक करने लगा था। शक इस बात का था कि उसके सम्बंध और लड़कों से हैं। इस बात को लेकर दोनों में नोक झोक भी हुआ करती थी। रवि के पास कोई सुबूत नहीं था, तो शालिनी उस पर भारी पड़ जाती थी। सब कुछ यूं ही चलता रहा।
वेलेंटाइन डे पर मिलने को बुलाया था
पुलिस की तरफ से बतायी गयी स्टोरी के अनुसार वेलेंटाइन डे के दिन दोनों ने मिलने का फैसला लिया था। रवि ने फोन पर शालिनी से रिक्वेस्ट की तो शालिनी उसका आग्रह टाल नहीं सकी। 13 फरवरी की रात ही शालिनी ने दिल्ली से प्रयागराज आने के लिए ट्रेन पकडऩे पहुंची। संयोग से एक ट्रेन मिस हो गयी तो उसने दूसरी को पकड़ा। इसके बाद 14 फरवरी की शाम करीब सात आठ बजे प्रयागराज जंक्शन पहुंची।

ऐसे उतारा था युवती को मौत के घाट
सफर के दौरान भी रवि ठाकुर और शालिनी के बीच मोबाइल पर बातें होती रहीं।
शालिनी 14 फरवरी को शाम सात बजे के बाद जंक्शन पहुंची तो प्लेटफार्म नंबर चार से रवि ठाकुर ने उसे रिसीव किया।
रिसीव करने के बाद रवि उसे लेकर अपने रेलवे कॉलोनी स्थित आवास पहुंचा। घर पर पहुंचने के बाद दोनों एक कमरे में गए और दरवाजा बंद कर लिए।
इस बीच रवि ठाकुर उसके मोबाइल को उठाकर चेक करने लगा।
संयोग से उसने मोबाइल में शालिनी की फोटो और वीडियो एक अन्य लड़के के साथ देख लिया।
इसके बाद उसके सिर पर खून सवार हो गया। शक वीडियो देखकर यकीन में बदल गया और दोनों में नोकझोक होने लगी।
अचानक रवि ठाकुर तैश में आया और उसका गला दबा दिया। इससे आन द स्पॉट उसकी मौत हो गयी
हत्या के बाद बेड के पास पैर पोछने के लिए रखी बोरी में उसकी बॉडी को किसी तरह भर दिया।
इसके बाद उसने बोरी को सिला और अपनी बाइक पर पीछे बांध लिया।
रात करीब नौ साढ़े नौ बजे बॉडी लेकर वह सिविल लाइंस थाने के सामने वाली सड़क से होते हाईकोर्ट फ्लाई ओवर ब्रिज के नीचे से पोलो ग्राउंड पहुंचा।
उसे पता था कि ग्राउंड में एक पुराना कुआं है। इसलिए पोलो ग्राउंड में बाइक से बोरी सहित बॉडी ले जाकर कुएं में फेंककर चला गया।

कॉलोनी में ही रखा था बैग और मोबाइल
युवती की बॉडी को ठिकाने लगाने के बाद वह बाइक लेकर कैंट एरिया स्थित एक खिलाड़ी के घर पहुंचा। पूछताछ में रवि ने पुलिस को बताया कि उस खिलाड़ी के पिता की मौत हो गई थी। शालिनी से मिलना था इसलिए उसके पिता के अंतिम संस्कार में सुबह नहीं गया था। हत्या के बाद वह उसके घर सांत्वना देने इस लिए भी गया था ताकि लोग यह समझें कि कत्ल से उसका कोई वास्ता नहीं है। बीस फरवरी को कुएं में बॉडी मिलने के बाद ही शालिनी के पिता व परिजन रवि ठाकुर पर शक जताए थे। इसलिए पुलिस उसी रात उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी। सीडीआर में शालिनी से रवि की घंटों हुई बात की भी पुष्टि हुई है। आरोपित रवि की निशानदेही पर पुलिस ने शालिनी के बैग, कैंची एवं मोबाइल और रेलवे कॉलोनी स्थित उसके आवास से बरामद कर लिया है।

अब बरी हो जाएगा आरोपित हरिओम
इस मर्डर केस में युवती के पिता द्वारा रवि ठाकुर के साथ उसके एक और दोस्त हरिओम विश्वकर्मा निवासी चांदपुर सलोरी शुक्ला मार्केट कर्नलगंज को भी नामजद किया था। पुलिस के मुताबिक युवती का कत्ल केवल रवि ठाकुर ने ही किया है। ऐसे में अब एक बात यह क्लियर हो गई है कि हरिओम विश्वकर्मा अब इस केस से बेदाग बरी हो जाएगा। हालांकि पुलिस को पता यह भी चला है कि हरिओम विश्वकर्मा से भी शालिनी की दोस्ती पहले से रही है। शिलाखाना में किराए पर आने से पूर्व वह परिवार के साथ सलोरी में ही रहा करती थी। वहीं उसे हरिओम की पहचान शालिनी से हुई थी।

युवती की हत्या उसके प्रेमी रवि ठाकुर ने ही की है। पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबल कर लिया है। युवती के बैग आदि सामान भी बरामद किए गए हैं। दूसरे आरोपित का इस मर्डर केस में इवाल्वेशन साबित नहीं हुआ है। ऐसे में उसे जेल नहीं भेजा गया।
वीरेंद्र यादव इंस्पेक्टर सिविल लाइंस