प्रयागराज (ब्यूरो)। रेलवे अस्पताल के डॉक्टर्स ने एक्सीडेंट में घायल पेशेंट को नया जीवन दिया है। एक्सीडेंट के बाद साइकिल का हैंडल पेट में घुस जाने से घायल की आंत बाहर आ गयी थी। इससे उसकी जान को खतरा हो गया था। डॉक्टर्स ने बड़ी सर्जरी का रिस्क लिया और नतीजा पेशेंट की जान बच गयी।
गिरजाघर के पास हुआ था हादसा
रेलवे में फिटर पद पर रहे भगवान दास सोमवार की शाम पत्थर गिरजाघर के पास बाइक की टक्कर से घायल हो गए। शाम को करीब 6 बजे गिरजाघर के पास तेज रफ्तार बाइक और साइकिल के बीच भिडंत हुई, टक्कर लगने से साइकिल का हैंडल उसके पेट के निचले हिस्से में घुस गया था। इस कारण आंत पेट से बाहर आ गई और खून बहने लगा। भगवान दास बेहोश हो गये। बेहोशी की हालत में रेलवे के आपातकालीन विभाग में भर्ती कराया गया। इस दौरान डॉ। संजय कुमार की टीम द्वारा सफल ऑपरेशन किया गया।
डेढ़ घंटे तक चली सर्जरी
बुधवार को रेलवे अस्पताल में डेढ़ घंटे की सर्जरी हुई। डा। संजय कुमार ने बताया कि यह सर्जरी बहुत ही जटिल थी, अब भगवानदास सुरक्षित है। सफल आपरेशन करने में डा। आलोक यादव, डा। शिव शंकर यादव, डा। उसैद, मेट्रन रूथ ङ्क्षसह व सिस्टर मंजू सोनकर व मनोज कुमार लोधा की टीम शामिल रही।