प्रयागराज (ब्‍यूरो)। राजेश वर्मा सिविल लाइंस के मिंटो रोड के निवासी हैं। उन्होंने पुलिस को बताई भाई रंजन की अनुराग सिंह यादव, नीरज जायसवाल निवासीगण मिंटो रोड एवं अशोक निवासी मंगललज इमामबाड़ा पानी वाली मजार के पास राजापुर कैंट से दोस्ती थी। आपस में रुपयों के लेनदेन को लेकर विवाद हो गया था। इनके बाद 23 फरवरी को झगड़ा भी हुआ था। आरोपित 28 फरवरी को करीब चार आए घर आए और रंजन को साथ बुलाकर चले गए। जाते वक्त पूछने पर रंजन ने बताया था कि वह थोड़ी देर में आ जाएगा। इसके बाद रात करीब आठ बजे अनुराग सिंह यादव के चचेरे भाई शेरू ने फोन किया। बताया कि रंजन वर्मा दोस्त अनुराग के यहां बेहोश पड़े हैं। इस सूचना पर वह घर वालों के साथ अनुराग के घर पहुंचे। देखे गेट के अंदर एक किनारे रंजन की बॉडी फर्श पर पड़े थे। पूरे घर को पानी से धुला गया था। पानी से रंजन के कपड़े भी गीले हो गए थे। यह देख घर वाले उसे एसआरएन हॉस्पिटल ले गए जहां डॉक्टर मृत घोषित कर दिए। कहा है कि आरोपितों ने ही रंजन की सोची समझी रणनीति के तहत हत्या की गई। पुलिस ने अनुराग सिंह यादव, अशोक व नीरज जायसवाल के खिलाफ हत्या व हत्या में सहयोग करने एवं साक्ष्य मिटाने जैसे गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। देर शाम तक तीनों गिरफ्तार नहीं किए जा सके थे।

घटना में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद परिवार की तरफ से तीन लोगों के खिलाफ तहरीर दी गई। जिसके आधार पर तीनों के खिलाफ हत्या सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। कत्ल का कारण पैसों का विवाद बताया गया है। आरोपितों को पकडऩे की कोशिश जारी है। उनके गिरफ्तार होने के बाद पूरी कहानी सामने आएगी।
बीरेंद्र यादव इंस्पेक्टर सिविल लाइंस