प्रयागराज (ब्यूरो)। पांच हजार रुपये के लिए बीस साल का युवक हिमांशु अपनी ही मां प्रतिभा देवी की हत्या कर दिया। गला घोंटने के बाद वे मां की बॉडी ट्राली बैग में भर लिया। उस पर ऐसा सेंट मारा कि किसी को बैग में बॉडी होने का शक नहीं हो। ट्रॉली बैग में मां की बॉडी लेकर ट्रेन में रखकर हरियाणा से दूसरे स्टेशन होते हुए प्रयागराज जंक्शन आ पहुंचा। यहां ई-रिक्शा पर बॉडी भरे बैग को लादकर संगम क्षेत्र जा पहुंचा। यहां गंगा में बॉडी को फेंककर ठिकाने लगाने के फिराक में था। बैग के साथ उसे यहां अकेले खड़ा देखकर माघ मेला की तैयारी के मद्देनजर एक्टिव दारागंज पुलिस को शक हुआ। आशंका बस पुलिस पूछताछ शुरू की तो उसके तोते उड़ गए। उसके चेहरे की उड़ी हवाइयां देख पुलिस तलाशी शुरू कर दी। तलाशी के दौरान बैग में बॉडी मिली तो पुलिस भी सन्नाटे में आ गया। युवक को फौरन दबोच कर पुलिस सख्ती से पेश आई तो वे खुद सारा गुनाह कबूल कर लिया। युवक को गिरफ्तार करके पुलिस महिला की बॉडी पोस्टमार्टम हाउस भेज दी। बेखौफ आरोपित के इस गुनाह का तरीका देख खुद पुलिस अधिकारी भी सन्नाटे में रहे। उप निरीक्षक नाहर सिंह की तहरीर पर युवक के खिलाफ पुलिस हत्या का केस दर्ज कर ली है।
बिहारी शातिर का हरियाणा कनेक्शन
संगम एरिया में माघ मेला का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। सरकारी सामान मेला क्षेत्र में पड़े हैं, लिहाजा सुरक्षा की दृष्टि से रात भर मेला एरिया में रोज की तरह गुरुवार रात भी दारागंज पुलिस गश्त पर थी। दारागंज थाने पर दी गई तहरीर में उप निरीक्षक नाहर सिंह ने बताया कि वह हमराहियों के साथ अक्षयवट मार्ग होते हुए संगम नोज की तरफ जा रहे थे। निर्माणाधीन घाट संगम नोज यमुना पट्टी खाली मैदान में बैग के साथ एक युवक नजर आया। उसके पास पिट्ठू बैग व एक ट्राली बैग भी था। रात में बैग के साथ उसे यहां अकेले देखकर पुलिस ने टोकाटाकी शुरू की। पुलिस को देखकर वह सकपका गया। सूनसान जगह पर अकेले खड़े होने का कारण पूछने पर वह पुलिस को घुमाने की कोशिश करने लगा। इस पर शक होने पर पुलिस उससे सख्ती से पूछताछ शुरू की। इसके बाद वह युवक पुलिस को अपना नाम हिमांशु कुमार पुत्र ओम प्रकाश सिंह निवासी कर्स घाट थाना मोहम्मदपुर तहसील सिंध बलिया जिला गोपालगंज बिहार बताया। कहा कि मौजूदा समय में वह किराए पर आर्य नगर कस्बा व थाना नगर हांसी जनपद हिसार हरियाणा निवासी रेखा पत्नी स्व। विजय सिंह पुत्री लालचंद के यहां मां प्रतिभा देवी के साथ रहता था। बताया कि चार पांच दिन पूर्व ही वह यहां किराए पर आए थे। मां प्रतिभा देवी प्राइवेट नौकरी करती थी। जबकि पिता होम प्रकाश सिंह बिहार के मोतिहारी जिला स्थित धर्मकाटा कस्बा में काम करता है। शादी खुदा बहन पति के साथ इंदुवाना हिसार हरियाणा में ही रहती है।
रील जैसा था कत्ल का रियल प्लान
गिरफ्तार शातिर हिमांशु कुमार ने पुलिस को बताया कि मेरी मां खर्चे के लिए रुपये नहीं देती ऊपर से निजी लाइफ में भी दखल देती रहती थी।
13 दिसंबर की शाम करीब छह बजे वे मां के साथ रेखा के किराए वाले में अकेले था।
इस बीच मां से वह खर्चे के लिए पांच हजार रुपये की डिमांड किया। रुपये देने से मना करने पर वह मां प्रतिभा देवी की गला घोट कर हत्या कर दिया।
पुलिस के बचने के लिए मां के कपड़ों को वे त्रिपाल के थैले में और बॉडी ट्रॉली बैग में भर लिया।
अपना टैबलेट आदि पिट्ठू बैग में रखकर बॉडी भरे बैग को लेकर रात नौ बजे हाूसी रेलवे स्टेशन पहुंचा।
यहां रेवाड़ी फजला एक्सप्रेस में मां की बॉडी वाला ट्रॉली बैग लेकर बैठ गया। इस ट्रेन से बॉडी लेकर वह रेवाड़ी आया।
यहां से टाटा नगर एक्सप्रेस ट्रेन में बैठकर रेवाड़ी से प्रयागराज जंक्शन आ गया। बखौफ तरीके से वे लाश भरे बैग को स्टेशन पर उतारा और बाहर मां की बॉडी को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया।
चूंकि यहां संगम एरिया के बारे में अच्छी तरह जानता था इसलिए ई-रिक्शा पर बॉडी लादी लेकर संगम क्षेत्र जा पहुंचा।
संगम में सवारी उतारने के बाद चालक ई-रिक्शा लेकर चला गया। अब यहां वह ट्रॉली बैग में मौजूद मां की बॉडी को गंगा या यमुना में ठिकाने लगाने का प्लान सोचने लगा।
इस बीच माघ मेला कार्यों के चलते एक्टिव पुलिस गश्त करते हुए पहुंच गई। दारागंज पुलिस की सक्रियता व संजीदगी से हत्या की पूरी घटना बेनकाब हो गई।
संगम एरिया में माघ मेला का काम चल रहा है। सरकारी सामानों की सुरक्षा के लिए गश्त पर रही पुलिस को युवक संदिग्ध दिखा था। पूछताछ और तलाशी में बैग के अंदर महिला बॉडी मिली। गिरफ्तार युवक ने मां के कत्ल की बात कबूल कर लिया है। केस दर्ज कर लिया गया है। कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया है। परिजनों के आने पर महिला की बॉडी का पोस्टमार्टम होगा।
बृजकिशोर गौतम, इंसपेक्टर दारागंज