प्रयागराज (ब्यूरो)। एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित ने बताया कि आरोपी हनुमान तिवारी उम्र 27 वर्ष पुत्र स्व। संतोष तिवारी, शिव प्रसाद तिवारी उम्र 24 वर्ष पुत्र स्व। संतोष तिवारी और राजा बाबू मिश्रा उम्र 35 वर्ष पुत्र लालचंद्र निवासी नैनी ने हत्याकांड को अंजाम देने के बाद एक ही बाइक से सवार हो फरार हुए थे। इन आरोपियों ने हत्या में प्रयुक्त लाइसेंसी बंदूक को नैनी के पास स्थित एक सीवर लाइन की पाइप में छिपा दिया था। गुरुवार सुबह ये इस लाइसेंसी बंदूक को ठिकाना लगाने के लिए आ रहे थे, तभी मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। हत्याकांड में प्रयोग दोनों लाइसेंसी बंदूक आरोपियों को वरासत में मिला था। एक दादा तो दूसरा पिता की थी। इन लाइसेंसी बंदूक की निरस्तीकरण के लिए पुलिस ने डीएम को रिपोर्ट बनाकर भेजेगी।

रोस्टर को लेकर हुआ था विवाद
6 जुलाई की दोपहर यजमानी के विवाद में तीर्थ पुरोहित आशीष तिवारी (25) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जबकि मृतक के भाई लवकुश और रमा शंकर तिवारी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। दरअसल, तीर्थ पुरोहितों के बीच हर दिन का रोस्टर लागू होता है। रोस्टर में नियम है कि जिस दिन जिस पक्ष का रोस्टर होता है। वह उस दिन हुए दान के पैसों को लेता है। चाहे दान हो या न हो वह दिन उसका होता है। लेकिन रोस्टर न मानने को लेकर विवाद हुआ। जिसमें तीर्थ पुरोहित की हत्या कर दी गई थी।

आरोपियों पर घोषित था 25-25 हजार का इनाम
एसएसपी शैलेष कुमार पाण्डेय ने घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों हनुमान तिवारी, शिव प्रसाद तिवारी और राजा बाबू मिश्रा पर जिंदा या मुर्दा पकडऩे वाली पुलिस टीम को 25-25 हजार रुपये इनाम की भी घोषणा की थी। साथ ही आरोपियों को पकडऩे के लिए टीमों का गठन किया गया था।

शिकायत की हो रही जांच
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एसएसपी ने बताया कि घटना से एक दिन पीडि़त परिवार के लोगों ने चौकी पर शिकायत भी की थी। इसको लेकर भी जांच कर रही है। इसकी जांच एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित कर रहे हैं। उनकी रिपोर्ट पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।