प्रयागराज ब्यूरो । कर्बला के शहीदों की याद में दो माह आठ दिनों तक मनाए जाने वाले गम के महीना मुहर्रम का आगाज वैसे तो चांद की तस्दीक के बाद होगा। इसके अनुसार 19 जुलाई से मुहर्रम का महीना शुरू होने की उम्मीद है, लेकिन उसके पहले 17 जुलाई को इस्तेकबाल ए अजा का पहला जुलूस दरियाबाद स्थित इमामबाड़ा अरब अली खां से निकाला जाएगा। शहजेब असगर की निजामत में हैदर जैदी की सोजख्वानी से मजलिस का आगाज होगा। उम्मुल बनीन सोसायटी के महासचिव सै। मोहम्मद अस्करी के अनुसार गुंचा ए कासिमया बख्शी बाजार, अंजुमन हैदरी दरियाबाद, अंजुमन असगरिया दरियाबाद, अंजुमन मोहाफिजे अजा दरियाबाद, अंजुमन हुसैनिया कदीम दरियाबाद नौहा और मातम का नजराना पेश करेंगी।
नौहों की मश्क (अभ्यास) में लगी मातमी अंजुमने
खानदाने रिसालत के साथ चौदह सौ साल पहले इराक के करबला में घटित घटना की याद में मनाए जाने वाले मुहर्रम में जुलूसों, शब्बेदारी व मजलिसों का आयोजन होता है। इसमें पढ़ें जाने वाले नौहों का मश्क (अभ्यास) मातमी अंजुमने कर रही हैं। शायरों से नौहा लिखवाने और उसे तर्ज धुन लय देने के बाद मंजरे आम पर पेश करने को शहरभर की दो दर्जन से अधिक मातमी अंजुमनों के लोग अभ्यास में लगे हैं। वहीं, इमामबाड़ों की सफाई व रंग रोगन के साथ अलम के पंजों को दुरुस्त कराया जा रहा है।