प्रयागराज (ब्‍यूरो)। हंडिया थाना क्षेत्र के शाहपुर दांडी गांव निवासी संकठा प्रसाद ङ्क्षबद का पड़ोसी नेब्बू लाल ङ्क्षबद से काफी समय से जमीन को लेकर विवाद था। सोमवार दोपहर नेब्बू लाल और उसके पक्ष के लोग संकठा प्रसाद के खेत के बगल लगे पेड़ को काट रहे थे। यह देखकर संकठा ने विरोध किया। बोला कि पेड़ उसके टीन शेड और खेत में गिरेगा, जिससे काफी क्षति होगी। जिस पर दूसरे पक्ष ने अपशब्द कहते हुए उस पर हमला बोल दिया। लाठी-डंडे से पीटने के साथ ही कुल्हाड़ी से वार किया गया। चीख पुकार सुनकर संकठा प्रसाद के चचेरे भाई सुनील ङ्क्षबद, जीतलाल ङ्क्षबद मौके पर पहुंचकर बीच बचाव करने लगे, जिस पर उन दोनों पर भी हमला कर दिया गया। ग्रामीण घटनास्थल की तरफ दौड़े तो हमलावर भाग निकले। खून से लथपथ तीनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने संकठा प्रसाद को मृत घोषित कर दिया। सूचना पाकर हंडिया पुलिस मौके पर पहुंची। कुछ ही देर में एसपी गंगापार अभिषेक अग्रवाल भी आ गए। जांच पड़ताल की गई और फिर मृतक की पत्नी उर्मिला की तहरीर नेब्बू लाल, पंडित उर्फ गिरधारी लाल, शीतला प्रसाद, मीरा, शांति, प्रशांत, प्रभात, प्रेमचंद्र और विष्णु के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। इसमें पुलिस ने तीन को हिरासत में भी ले लिया है। इन सभी से पूछताछ की जा रही है। एसपी गंगापार अभिषेक अग्रवाल का कहना है कि पेड़ काटने के विवाद में घटना हुई है। रिपोर्ट दर्ज कर आरोपितों की तलाश की जा रही है।

आक्रोशित स्वजन नहीं उठने दे रहे थे शव
संकठा प्रसाद की हत्या के बाद उसके घरवाले पुलिस के प्रति आक्रोशित थे। वह आरोप लगा रहे थे कि पुलिस मामले की लीपापोती में अभी से ही लगी है। इसलिए पुलिस की कार्रवाई पर उनको भरोसा नहीं है। इसलिए शव को नहीं उठने देंगे। लेकिन जब एसपी गंगापार ने आक्रोशित मृतक के स्वजनों से बातचीत की और उनको समझाया, तब जाकर वह शांत हुए और फिर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।

डेढ़ वर्ष पहले सांसद ने कराई थी पंचायत
करीब डेढ़ वर्ष पहले भदोही के सांसद रमेश ङ्क्षबद ने दोनों पक्षों के बीच पंचायत कराई थी। इसमें संकठा प्रसाद से आने-जाने के लिए रास्ता देने को कहा था, जिस पर वह राजी हो गया था। उसने रास्ता भी दे दिया था, लेकिन नेब्बू लाल का पक्ष अपने घर से बीचों-बीच रास्ता चाह रहा था और इसी को लेकर भीतर ही भीतर वह संकठा प्रसाद से खुन्नस रखे हुए था।